नई दिल्ली, दिनांक 13 जुलाई 2025। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिष्टाचार भेंट की और उत्तराखण्ड राज्य के सर्वांगीण विकास से संबंधित विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर मार्गदर्शन प्राप्त किया। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री का राज्य के प्रति निरंतर सहयोग के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में उत्तराखण्ड, विकसित भारत 2047 के विजन में अपनी प्रभावी भूमिका निभाने को संकल्पित है।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी को विश्व के 27 देशों द्वारा प्रदान किए गए सर्वोच्च नागरिक सम्मानों के लिए बधाई देते हुए कहा कि यह प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व का विषय है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री को कार्तिक स्वामी मंदिर के प्रतिरूप, आदि कैलाश यात्रा पर आधारित कॉफी टेबल बुक तथा उत्तराखण्ड के विशिष्ट उत्पाद जैसे कनार (धारचूला) का घी, लाल चावल (पुरोला), बासमती चावल, काला जीरा, गंध रैण, जम्बू और स्थानीय शहद भेंट स्वरूप प्रदान किए।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से केदारनाथ और बदरीनाथ धाम की तर्ज पर हरिद्वार गंगा कॉरिडोर, ऋषिकेश गंगा कॉरिडोर और चंपावत में शारदा कॉरिडोर के मास्टर प्लान अनुरूप अवस्थापना विकास के लिए सीएसआर के माध्यम से वित्तपोषण हेतु निर्देश देने का अनुरोध किया।
उन्होंने उत्तराखण्ड के ऊधमसिंह नगर स्थित नेपा फार्म को सेमीकंडक्टर हब के रूप में विकसित करने, दिल्ली-मेरठ के मध्य रिजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम को हरिद्वार तक विस्तारित करने, टनकपुर-बागेश्वर और ऋषिकेश-उत्तरकाशी रेल परियोजनाओं में मार्ग निर्माण को शामिल करने हेतु संबंधित मंत्रालयों को निर्देशित करने का अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को वर्ष 2026 में आयोजित होने जा रही नंदा राजजात यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए उन्हें आमंत्रित किया और यात्रा संचालन हेतु पर्यावरणीय अनुकूल अवस्थापना सुविधाओं के लिए ₹400 करोड़ की सहायता का अनुरोध किया। साथ ही, वर्ष 2027 में हरिद्वार में प्रस्तावित महाकुंभ के लिए ₹3,500 करोड़ की केंद्रीय सहायता की मांग भी रखी।
उन्होंने ऋषिकेश और हरिद्वार शहरों में एचटी व एलटी विद्युत लाइनों को भूमिगत करने और विद्युत प्रणाली को स्वचालित बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा भेजी गई ₹1,015 करोड़ की डीपीआर को आरडीएसएस योजना के तहत स्वीकृत कराने का अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री ने ऋषिकेश के निकट स्थित ऐतिहासिक चौरासी कुटिया को पुनर्स्थापित करने के राज्य सरकार के प्रयासों की जानकारी देते हुए इसके प्रस्ताव को राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड से अनुमोदित कराने का आग्रह भी किया।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को बताया कि हिमालयी जल स्रोतों को वर्षा आधारित नदियों से जोड़ने की दिशा में पिंडर-कोसी लिंक परियोजना का प्रारंभिक प्रस्ताव तैयार किया गया है। इस परियोजना से बागेश्वर, अल्मोड़ा और नैनीताल के 625 गांवों की लगभग दो लाख जनता को पेयजल व सिंचाई की सुविधा मिलेगी। उन्होंने इस परियोजना को भारत सरकार की विशेष योजना में शामिल करने का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में गठित समिति की संस्तुतियों के अनुसार 596 मेगावाट की कुल 5 जल विद्युत परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान करने का भी अनुरोध किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चारधाम यात्रा, आदि कैलाश यात्रा, नंदा राजजात यात्रा, हरिद्वार महाकुंभ और जल जीवन मिशन से संबंधित प्रगति की जानकारी ली और उत्तराखण्ड के विकास के लिए हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया।