देहरादून, 01 जुलाई 2025। मायाकुण्ड सामुदायिक केन्द्र अब एक नये और सुदृढ़ स्वरूप में लौट आया है। जिला प्रशासन की पहल और जिलाधिकारी सविन बंसल के संवेदनशील जनहितकारी निर्णयों के चलते इस सामुदायिक केन्द्र का पुनरुद्धार संभव हो पाया। केंद्र का संचालन अब स्वतः रूप से प्रारंभ हो चुका है।
यह कार्य मा. मुख्यमंत्री की जनकल्याण भावना से प्रेरित होकर, डीएम सविन बंसल द्वारा निगम के प्रशासक रहते हुए जनहित में लिया गया। इस सामुदायिक भवन की मरम्मत के लिए 43 लाख रुपये की स्वीकृति दी गई थी। यह निर्णय देवभूमि चेरिटेबल ट्रस्ट की संचालिका एवं पैरा एथलीट नीरजा गोयल के अनुरोध पर लिया गया, जिन्होंने भवन की मरम्मत और दिव्यांगों के इलाज, बच्चों की शिक्षा तथा महिला कौशल प्रशिक्षण के लिए सहायता मांगी थी।
मायाकुण्ड, चन्द्रेश्वर नगर और भैरव मंदिर क्षेत्र के नागरिकों द्वारा सामुदायिक गतिविधियों के लिए प्रयुक्त यह केन्द्र पहले अत्यंत जीर्ण-शीर्ण अवस्था में था। स्थानीय नागरिकों को सामुदायिक कार्यों में कठिनाई हो रही थी। इसे देखते हुए डीएम ने तत्परता से संज्ञान लेकर भवन के पुनरुद्धार का निर्णय लिया। न केवल भवन की मरम्मत कराई गई, बल्कि इसकी बहुउपयोगिता को ध्यान में रखते हुए इसमें महिला साक्षरता, कौशल विकास, और बाल शिक्षा जैसी गतिविधियों के संचालन की योजना भी बनाई गई।
देवभूमि चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा यहां पर महिलाओं के लिए शाम के समय सिलाई प्रशिक्षण तथा स्थानीय बच्चों के लिए रेमेडियल पढ़ाई की जाती है। भवन का बाहरी परिसर भी निर्माणाधीन है जिससे भविष्य में इस केंद्र की उपयोगिता और भी बढ़ेगी।
इस सामुदायिक केन्द्र का विकास एक उदाहरण है कि कैसे प्रशासनिक संवेदनशीलता, जनभागीदारी और समाजसेवियों के सहयोग से एक उपेक्षित भवन फिर से जनकल्याण का केंद्र बन सकता है।