Sunday, September 14, 2025
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मलिन बस्तियों के चिन्हीकरण की रिपोर्ट 15 दिनों में शासन को भेजेंगे सभी जिलाधिकारी-मुख्य सचिव

 

*सीएस श्रीमती राधा रतूड़ी ने जिलाधिकारियों से नगर निगमों के तहत कार्य करने वाले सफाई कर्मचारियों की आवासीय व्यवस्था की रिपोर्ट भी तलब की*

*प्रवासी श्रमिकों की आवासीय व्यवस्था की रिपोर्ट भी प्रस्तुत करने के निर्देश*

*मुख्य सचिव ने अधिकारियों को ‘‘स्लम फ्री उत्तराखण्ड’’ विजन के साथ कार्य करने की नसीहत दी*

मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने सभी जिलाधिकारियों को मलिन बस्तियों का चिन्हीकरण कर 15 दिन में रिपोर्ट शासन को प्रेषित करने की डेडलाइन दी है। इसके साथ सीएस ने जिलाधिकारियों से नगर निगमों के तहत कार्य करने वाले सफाई कर्मचारियों की आवासीय व्यवस्था की रिपोर्ट भी तलब की है। मुख्य सचिव ने निर्माण स्थलों पर कार्य करने वाले प्रवासी श्रमिकों की आवासीय व्यवस्था की रिपोर्ट भी प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।

 

 

सचिवालय में शहरी विकास की राज्य स्तरीय अनुश्रवण समिति की बैठक में मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने अधिकारियों को ‘‘स्लम फ्री उत्तराखण्ड’’ विजन के साथ कार्य करने की नसीहत दी है। मुख्य सचिव ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि आगामी 15 दिनों से पहले जनपदों में अवस्थित मलिन बस्तियों के श्रेणीवार चिन्हांकन कर उनकी सूची शासन को प्राथमिकता के आधार पर भेज दी जाए। इसके बाद राज्य में अवस्थित मलिन बस्तियों में निवासरत परिवारों के जीवन स्तर में सुधार, मलिन बस्तियों के विनियमितीकरण, पुनरूद्धार पुनर्वास की कार्ययोजना पर कार्य किया जाएगा। मुख्य सचिव ने मलिन बस्तियों के सुधार हेतु विभिन्न राज्यों के मॉडल पर किए गए अध्ययन की अद्यतन प्रगति रिपोर्ट भी तलब की।

 

 

मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने विशेषरूप से जनपद टिहरी, रूद्रप्रयाग, चमोली, पौड़ी उधमसिंहनगर और चम्पावत के जिलाधिकारियों से और समय न लेते हुए यथाशीघ्र मलिन बस्तियों की वांछित सूचना उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं, जिससे एक व्यापक कार्ययोजना तैयार करते हुए प्रभावितों को प्रधानमंत्री आवास योजना या राज्य में प्रचलित अन्य उपयोगी एवं कल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्रदान करते हुए मलिन बस्तियों के निवासियों का पुनर्वासन एवं पुनर्व्यस्थापन किया जा सके।

 

 

बैठक में प्रमुख सचिव श्री रमेश कुमार सुधांशु, सचिव श्री आर मीनाक्षी सुन्दरम, श्री नितेश कुमार झा सहित अन्य अधिकारी एवं वर्चुअल माध्यम से आयुक्त गढ़वाल और कुमाऊ व सभी जिलाधिकारी उपस्थित रहे।

उच्च शिक्षा एवं शहरी विकास विभाग के 153 अभ्यर्थियों को मुख्यमंत्री ने प्रदान किए नियुक्ति पत्र

*68 असिस्टेंट प्रोफेसर, 63 अधिशासी अधिकारी एवं 22 कर व राजस्व निरीक्षकों को प्रदान किए गये नियुक्ति पत्र।*

 

*सरकारी विभागों में रिक्त विभिन्न पदों पर और तेजी से होगी नियुक्ति की प्रक्रिया।*

 

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में आयोजित कार्यक्रम में उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग के माध्यम से उच्च शिक्षा विभाग में चयनित  68  असिस्टेंट प्रोफेसर, शहरी विकास विभाग में चयनित 63 अधिशासी अधिकारी एवं 22 कर व राजस्व निरीक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए।

 

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी अभ्यर्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सभी अभ्यर्थी राज्य सरकार के साथी के रूप में राज्य में अपनी सेवाएं देंगे। उन्होंने कहा जो जिम्मेदारी मिलने वाली है, उसका निर्वहन पूर्ण मनोयोग और ईमानदारी से करना है और उत्तराखंड को आदर्श राज्य बनाने के लिए सभी को अपना योगदान देना है। सभी चयनित युवा अपनी मेहनत, माता-पिता, गुरुजनों एवं भगवान के आशीर्वाद से इस मुकाम पर पहुंचे हैं। जीवन के इस नए आयाम में नई शुरुआत करनी है, नौकरी के पहले दिन से ही संकल्प, अनुशासन लेकर कार्य करें, आगे काम करने के लिए जीवन में मापदंड तय करने होंगे। उन्होंने आशा व्यक्त की कि सभी अपने कार्यक्षेत्र में ईमानदारी और पूर्ण निष्ठा के साथ कार्य करेंगे।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि चयनित अभ्यर्थी हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि आपके द्वारा किए गए कार्यों का प्रभाव लाखों लोगों पर पड़ेगा, जनता के विश्वास पर खड़ा उतरना सभी की शीर्ष प्राथमिकता होनी चाहिए। आपकी लगन और मेहनत से प्रदेश विकास क्षेत्र में आगे बढ़ेगा। राज्य सरकार की संकल्पना समृद्ध और सशक्त उत्तराखंड की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने राज्य में सबसे पहले राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 लागू की थी। उच्च शिक्षा को गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए सरकार हर संभव कार्य कर रही है।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार शहरी क्षेत्रों के विकास हेतु अनेक कार्य कर रही है। सभी छोटे बड़े शहरों को विकसित करने हेतु निरंतर कार्य जारी है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मागर्दशन में सभी शहरों के नवीनीकरण का कार्य भी तेजी से चल रहा है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि शहरी विकास में चयनित सभी अभ्यर्थी पूर्ण निष्ठा से शहरों के विकास की परियोजनाओं को आगे बढ़ाएंगे और राज्य के विकास में अपना अहम योगदान देंगे। अभ्यर्थी जन सहभागिता को प्राथमिक देकर कार्य करें, ताकि योजनाओं का सीधा लाभ आम जन को मिले। उन्होंने कहा निश्चित ही नए अभ्यर्थियों के आने से विभाग में नवाचार, ट्रांसपेरेंसी आएगी और कार्यशैली में परिवर्तन भी होगा।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में कई ऐतिहासिक निर्णय लिये गये हैं। राज्य में 20 मॉडल कॉलेज बनाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने देश का सबसे कड़ा नकल विरोधी कानून लागू करके इस समस्या को जड़ से खत्म किया है। आज योग्यता के आधार पर नौकरियां मिल रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार आगे भी विभिन्न विभागों में रिक्त पदों को जल्द भरेगी।

 

कैबिनेट मंत्री श्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि लोक सेवा आयोग से चयनित सभी युवा, आने वाले समय में हमारे योग्य और सक्षम अधिकारीगण बनेंगे। आज प्रदेश में 105 निकाय हैं,  शहरी विकास की योजनाओं को आगे बढ़ाने में सभी युवा अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। इन अभ्यर्थियों के आने से विभाग के कार्यों में तेजी आयेगी। प्रदेश में 9 नगर निगम, 47 नगर पालिका, 49 नगर पंचायतें हैं। इन क्षेत्रों का विकास विभाग की प्राथमिकता में है। अब नए युवा अधिकारियों के आने से यह कार्य और सरलता से हो सकेगा।

 

 

कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में तीन वर्षों में 15 हजार 500 से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी देने का कार्य किया गया है। इस वर्ष 4000 बेसिक शिक्षकों, 1600 एल.टी , 882 लेक्चरर, करीब 622  प्रधानाचार्य, बीआरपी सीआरपी में 1500, हर इंटर कालेज हेतु 2500 चतुर्थ श्रेणी की नियुक्ति करने वाले हैं। इस प्रकार से कुल 11 हज़ार लोगों की नियुक्तियां शिक्षा विभाग में होंगी। इसके अलावा 1500 नर्सिंग स्टाफ, 750 एएनएम, 500 सीएचओ, 500 डॉक्टर्स, 378 मेडिकल कॉलेज हेतु असिस्टेंट प्रोफेसर, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, हरिद्वार, रूद्रपुर मेडिकल कॉलेज हेतु 3700 पदों पर नियुक्तियां देने जा रहे हैं। आज राज्य सरकार युवाओं की रोजगार के कई अवसर दे रही है।

 

इस अवसर पर विधायक श्री फ़कीर राम टम्टा, सचिव श्री शैलेश बगौली, सचिव श्री नितेश झा, निदेशक शहरी विकास श्री नितिन भदौरिया, अपर निदेशक डॉ. ललित नारायण मिश्रा एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

उत्तराखण्ड का अम्ब्रेला ब्राण्ड होने के साथ स्थानीय महिलाओं की आजीविका का सशक्त माध्यम बनेगा हाउस ऑफ हिमालयाज-मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी

*वॉकल फॉर लोकल तथा लोकल फॉर ग्लोबल की थीम पर हाउस ऑफ हिमालयाज*

मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने हाउस ऑफ हिमालयाज के तहत स्थानीय उत्पादों की बेहतरीन मार्केटिंग, क्वालिटी व ब्राण्डिंग पर फोकस करने के निर्देश दिए हैं। सीएस ने हाउस ऑफ हिमालयाज को उत्तराखण्ड के अम्ब्रेला ब्राण्ड के रूप में स्थापित करते हुए स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय एवं अर्न्तराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए मिशन मोड पर कार्य करने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने निर्देश दिए हैं कि हाउस ऑफ हिमालयाज के तहत अधिकाधिक महिला स्वयं सहायता समूहों व स्थानीय महिला उद्यमियों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। उत्तराखण्ड के सभी उत्पादों को एक ही नाम व ब्राण्ड मिलने से राष्ट्रीय एवं वैश्विक स्तर पर स्थानीय उत्पादों को बेहतर बाजार मिलेगा।

सीएस ने निर्देश दिए हैं कि हाउस ऑफ हिमालयाज के माध्यम से राज्य के सभी स्थानीय ब्राण्ड्स की पहुंच बढ़ाने के लिए कार्य किया जाना चाहिए। हाउस ऑफ हिमालयाज को वॉकल फॉर लोकल तथा लोकल फॉर ग्लोबल की थीम के साथ कार्य करना चाहिए। उन्होंने इसके लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से स्थानीय उत्पादों को व्यापक स्तर तक पहुचाने के लिए कार्य करने के निर्देश दिए हैं।

मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने कहा कि हाउस ऑफ हिमालयाज राज्य का अम्ब्रेला ब्राण्ड होने के साथ ही प्रदेशभर की स्थानीय महिलाओं की आजीविका का सशक्त माध्यम बनने जा रहा है। उन्होंने विभिन्न स्वयं सहायता समूहों और उनके उत्पादों को इससे जोड़ने के निर्देश दिए हैं। हाउस ऑफ हिमालयाज के तहत प्रथम चरण में 21 उत्पादों को रखा गया है। भविष्य में अधिकाधिक स्थानीय उत्पादों को इससे जोड़ा जाएगा। इसके उत्पादों की गुणवत्ता की जांच तीन स्तरों पर की जा रही है।

सचिवालय में मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में हाउस ऑफ हिमालयाज की बोर्ड ऑफ गर्वनेस की बैठक में सचिव श्रीमती राधिका झा, अपर सचिव श्री मनुज गोयल सहित सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।

अग्निवीरों के सरकारी/ निजी क्षेत्रों मे समायोजन के लिए सीएम के निर्देश स्वागत योग्य: चौहान 

 

 

देहरादून 21जुलाई । भाजपा ने मुख्यमंत्री द्वारा अग्निवीरों को नौकरियों में समायोजन के प्रयासों में तेजी लाने के निर्देशों को वीर जवानों के प्रति प्रतिबद्धता बताया है। साथ ही उम्मीद जताई कि अग्निवीरों का पहला बैच जब वापिस उत्तराखंड आयेगा तो उन्हें रोजगार के शानदार विकल्प मुहैया होंगे और इस योजना को लेकर विरोधियों की तमाम अफवाहों पर भी पूर्ण विराम लग जाएगा ।

 

पार्टी कार्यालय में मीडिया से बातचीत में प्रदेश मीडिया प्रभारी श्री मनवीर सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा अग्निवीरों के भविष्य को अधिक शानदार बनाने के प्रयासों की जानकारी स्वागत योग्य कदम बताया । उन्होंने कहा कि इस संबंध में पूर्व में ही राज्य सरकार ने अग्निवीरों को सैन्य सेवा के बाद सरकारी एवं निजी सेवाओं में अवसर देने की घोषणा की थी । आज भी हमारी भाजपा सरकार वीर जवानों के बेहतर जीवन और खुशहाली के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

उन्होंने कहा कि अब राज्य सरकार ने भी स्पष्ट किया है कि सभी विभागों को इस दिशा में शीघ्र ठोस प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए हैं । उन्होंने उम्मीद जताई कि शीघ्र ही इस संबंध में सरकार निर्णय लेगी और नौकरियों के साथ स्वरोजगार को लेकर प्रशिक्षण आदि के माध्यम से अग्निवीरों का राष्ट्र निर्माण में योगदान सुनिश्चित किया जाएगा।

 

चौहान ने कहा कि देवभूमि वीरों की भूमि है, लिहाजा ये सरकार उनके समृद्ध एवं सफल जीवन के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रयास करने जा रही है । जिसके बाद इस योजना को लेकर अफवाह एवं भ्रम फैलाने वाली ताकतों की हवा भी निकलने वाली है।

 

सीएम धामी ने ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के अंतर्गत अपनी माँ के साथ किया वृक्षारोपण

*सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर घंटो ट्रेंड हुआ #EkPedMaaKeNaam*

*मुख्यमंत्री धामी ने समस्त प्रदेशवासियों से की वृक्षारोपण करने की अपील*

 

*सीएम धामी की अपील के बाद सोशल मीडिया में भी छाया यह मुद्दा*

 

 

गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर देहरादून में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपनी माँ के साथ एमडीडीए द्वारा आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस दौरान मुख्यमंत्री धामी ने “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के अंतर्गत पौधारोपण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री धामी ने समस्त प्रदेशवासियों से एक पेड़ मां के नाम अभियान से जुड़ कर वृक्षारोपण करने की अपील भी की। जिसके बाद से ही सोशल मीडिया पर भी सीएम धामी की अपील का रुझान देखने को मिला, बड़ी संख्या में युवाओं ने सीएम धामी की अपील का समर्थन करते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट्स किए, जिसके बाद लगभग घंटो तक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर (X) पर #Join EkPedMaaKeNaam ट्रेंड करने लगा।

 

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम में उन्होंने समस्त देशवासियों से एक पेड़ अपनी मां के नाम पर लगाने की अपील की थी, जिसके बाद से ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इसे प्रदेश भर में अभियान के रूप में आगे बढ़ा रहे हैं। हाल ही में उत्तराखण्ड के लोक पर्व हरेला के अवसर पर भी मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से इस अभियान से जुड़ते हुए वृक्षारोपण करने की अपील की थी जिसके बाद से ही प्रदेश भर के लाखों युवा इस अभियान से जुड़ चुके हैं एवं प्रदेश भर के विभिन्न स्थानों में लाखों पौधे लगाए जा चुके हैं।

कांग्रेस अंजुली मे गंगाजल और सनातन सरंक्षण की शपथ ले तब भी भरोसे लायक नही: चौहान

 

  • कांग्रेस सनातनद्रोही, मंदिरों/धाम की कापी को लेकर धामी के मास्टर स्ट्रोक से बैक फुट पर

देहरादून। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि खुद को सनातन प्रेमी और पैरोकार दिखाने के आडंबर मे लगी कांग्रेस अंजुली मे गंगा जल लेकर सनातन प्रेमी होने की शपथ भी ले, तब भी जनता को उस पर भरोसा नही है। उसके सनातनद्रोही स्वभाव ने ही जनता से उसे दूर कर दिया है।

 

कांग्रेस के बुद्धि शुद्धि यज्ञ पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि अपने सनातनी होने के लिए कांग्रेस तरह तरह से नाटक कर रही है। उन्होंने कहा कि ऐसे तमाम अवसर आये, जब कांग्रेस सनातन अनुयायियों के पक्ष मे अपना मत रख सकती थी, लेकिन तब सत्ता के मद मे चूर और तुष्टिकरण के लिए उसने सनातनद्रोही आचरण अपनाया। आज हाशिये पर खड़ी हुई तो अब ढोंग पर उतारू हो गयी।

 

चौहान ने कहा कि उत्तराखंड के किसी भी धाम और मंदिरों की कापी कर ट्रस्ट तथा समिति बनाने को लेकर सीएम धामी के मास्टर स्ट्रोक के बाद कांग्रेस बैकफुट पर है और अब चर्चा मे बने रहने के लिए नये नये हथकंडे अपना रही है। उन्होंने कहा कि राज्य के कांग्रेसियों ने कभी भी सनातन को लेकर गलतबयानी या साजिश का न कभी विरोध किया और न ही अपने हाईकमान के सामने विरोध जताया।

 

चौहान ने कहा कि सनातन संस्कृति को अपमानित करने, उपेक्षा का भाव अथवा षड्यंत्र करने वालों को जनता ने ऐसा सबक सिखाया कि वह उबर नही पाये। राम को कल्पनिक बताने वाले आज नेपथ्य मे हैं। राज्य मे गंगा को नहर घोषित करने वाले भी किस स्थिति मे हैं, यह जनता और कांग्रेसी बेहतर जानते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेसियों को सही मायनों मे बुद्धि शुद्धि की जरूरत है। हालांकि कांग्रेस की तुष्टिकरण और परिवार केंदित राजनीति के कारण नेता और कार्यकर्ता लगातार पलायन कर रहे हैं, लेकिन अब जनता उसे लगातार विश्वासघात की सजा दे रही है। बुद्धि भ्रमित कांग्रेस पर जनता का भरोसा नही है।

 

 

मन्दिर/ धाम पर ट्रस्ट या समिति बनाने के खिलाफ पूरे देश मे कार्य करेगा कानून: चौहान

  • दिल्ली और मुंबई मे बने मंदिरों पर कांग्रेस का रवैया दोहरा मापदंड

 

देहरादून। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि राज्य के मन्दिर और धामों पर कोई ट्रस्ट या समिति न बने इसके लिए धामी सरकार द्वारा कैबिनेट मे लाया गया प्रस्ताव स्वागत योग्य है और विपक्ष को इस निर्णय का खुले मन से इसकी सराहना करनी चाहिए।

 

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष के द्वारा जतायी गयी आशंका को निर्मूल बताते हुए चौहान ने कहा कि मामले मे विधिसम्मत कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि पौराणिक धाम अथवा मन्दिर के नाम से ट्रस्ट या समिति खोलकर दुरूपयोग नही होने दिया जायेगा। सरकार एवं मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी की मंशा साफ है कि राज्य के पौराणिक धाम और मंदिरों के सरंक्षण के लिए हर कोशिश की जायेगी।

 

चौहान ने कहा कि कांग्रेस महज राजनीति के लिए केदार नाथ मन्दिर पर शोर शराबा कर रही है और उसका सनातन और श्रद्धा से कोई लेना देना नही है। कांग्रेस अन्य राज्यों मे भी ऐसे मंदिरों के निर्माण की बात कर रही है, लेकिन उसे इतनी चिंता है तो वह कांग्रेस शासित प्रदेशों में विरोध जताकर इसे रोकने की दिशा मे नैतिक साहस दिखाये।

 

चौहान ने कहा कि देश मे कहीं भी मंदिर बने भाजपा इसके खिलाफ नही है। मामला धामों और मंदिरों के नाम पर ट्रस्ट और समिति बनाने से हैं। जबकि कांग्रेस को मन्दिर अथवा धाम शब्द से ही नफरत है और वह ऐसा तुष्टिकरण के लिए करती रही है। हमेशा ही सनातन संस्कृति और मंदिर तथा धामों का विरोध करने वाली कांग्रेस अचानक सनातन की पैरोकार होने का दावा कर रही है। उसके इस पाखंड को जनता भली भाँति जानती है।

 

उन्होंने दिल्ली मे बन रहे मंदिर और मुंबई मे बने बद्रीनाथ धाम पर कांग्रेस के रवैये को दोहरा मापदंड बताया। अगर, वहां कुछ गलत था तो तत्कालीन अध्यक्ष ने शिलान्यास से दूरी क्यों बनाई और तत्कालीन सीएम ने भागेदारी क्यों की। अब पूर्व अध्यक्ष उस धाम को एक वैडिंग पॉइंट मे होने की सफाई दे रहे हैं। जबकि दिल्ली मे बन रहे मन्दिर पर ट्रस्ट स्थिति स्पष्ट कर चुकी है कि न ही कोई धाम और न ही कोई शिला वहां पर स्थापित की गयी है। कांग्रेस कितने ही दुष्प्रचार और आरोप प्रत्यारोप की राजनीति क्यों न करे उसके सनातन विरोधी स्वरूप को लेकर जनता निश्चिंत है।

 

मुख्यमंत्री ने दिया आधुनिकतम तकनीक वाले उपकरणों को अपनाने पर जोर 

  • अत्याधुनिक उपकरणों से लैस होंगे राहत और बचाव दल

देहरादून। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के अनुपालन में उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण राज्य में विभिन्न प्रकार की आपदाओं से प्रभावी तरीके से निपटने के लिए आधुनिकतम तकनीक वाले राहत और बचाव उपकरणों की खरीद करेगा। सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन के अनुसार, माननीय मुख्यमंत्री द्वारा उत्तराखंड में आपदा प्रबंधन तथा राहत और बचाव कार्यों के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की अत्याधुनिक तकनीक को अपनाने पर जोर दिया गया है।

शुक्रवार को सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन के समक्ष यूएसडीएमए भवन में एक निजी कंपनी ने विभिन्न प्रकार के उपकरणों का डेमो दिया। इनमें अंडर वॉटर रोबोट, लेजर कैमरा, फुलाकर बनाया जाने वाला रेस्क्यू सेंटर, सर्च ऑपरेशंस के लिए अत्याधुनिक कैमरा आदि शामिल हैं।

सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन का कहना है कि माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा के दौरान त्वरित गति से राहत और बचाव कार्यों को अंजाम देने तथा आपदा प्रबंधन की दृष्टि से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर उपलब्ध आधुनिकतम तकनीक वाले उपकरणों का इस्तेमाल करने पर जोर दिया है।

उन्होंने कहा कि समय-समय पर विभिन्न कंपनियां अपने उपकरणों का प्रदर्शन करने के लिए पहुंचती हैं। शुक्रवार को भी एक कंपनी ने अपने उपकरणों का डेमो दिया। उन्होंने कहा कि देश के विभिन्न तकनीकी व प्रशिक्षण संस्थाओं द्वारा उपयोग में लाई जा रही आधुनिक तकनीकी का अध्ययन कर उत्तराखंड में आपदा प्रबंधन के दृष्टिगत जो भी उपकरण उपयोगी पाए जाएंगे, निर्धारित प्रक्रिया का पालन करते हुए उनकी खरीद की जाएगी। यूएसडीएमए के विशेषज्ञों द्वारा भी ऐसे उपयोगी उपकरणों का परीक्षण कराया जाएगा।

उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के स्पष्ट निर्देश हैं कि जिला प्रशासन, आपदा प्रबंधन विभाग, एसडीआरएफ, पुलिस, वन, लोक निर्माण विभाग, अग्निशमन विभाग तथा अन्य रेखीय विभागों के कर्मचारी, जो आपदा के दौरान राहत और बचाव कार्य करते हैं, उनके पास अत्याधुनिक उपकरण हों ताकि अधिक से अधिक लोगों की जान-माल की सुरक्षा की जा सके।

इस मौके पर यूएसडीएमए के संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी मो0 ओबैदुल्लाह अंसारी, विशेषज्ञ रोहित कुमार, डॉ0 पूजा राणा, डॉ. वेदिका पंत, मनीष भगत, हेमंत बिष्ट, तंद्रीला सरकार, जेसिका टेरोन आदि मौजूद थे।

केदारनाथ के बहाने कांग्रेस सनातनी चोला पहनने की फिराक मे: चौहान

बद्रीनाथ को बौद्ध मठ कहने वाले सहयोगी तो खुद संभाली राम मन्दिर विरोध की कमान

 

राजनीति प्रायोजित यात्राओं का हस्र भी पहले जैसा निश्चित

 

देहरादून। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि हमेशा ही समुदाय विशेष के लिए तुष्टिकरण की राजनीति करने वाली कांग्रेस सनातन विरोध से ध्यान बांटने के लिए अब केदारनाथ के बहाने सनातनी चोला पहन रही है जो कि अल्प समय के लिए है।

 

कांग्रेस की कथित यात्रा के संबंध मे पूछे गए सवाल के जवाब मे चौहान ने कहा कि कांग्रेस की इस यात्रा का हस्र भी वही होगा जो कि पूर्व मे हुई यात्राओं मे हुआ था। दुष्प्रचार और उद्देश्यहीन इन यात्राओं का आयोजन महज राजनैतिक उद्देश्य के लिए होता रहा और जनता ने कोई तवज्जो नही दी। हालात यहां तक रहे कि इन यात्राओं मे खुद कांग्रेसी नही पहुंचे और यात्रा शुरू हुई, लेकिन कब समाप्त हुई पता नही लगा।

 

चौहान ने कहा कि केदारनाथ को लेकर स्थिति स्पष्ट है कि दिल्ली मे केदारनाथ धाम नही बन रहा है और ट्रस्ट ने साफ किया है कि मन्दिर धाम नही है और न ही वह इस शब्द प्रयोग करेंगे। सीएम ने शिलान्यास मे महज अथिति के रूप मे शिरकत की और उसका केदारनाथ के स्वरूप से कोई लेना देना नही है।

 

उन्होंने कहा कि कांग्रेस खुद प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से हिंदू सनातन संस्कृति का विरोध करती रही है और इसके कई उदाहरण सामने आते रहे हैं। कांग्रेस के सहयोगी सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य हिंदुओ के प्रमुख तीर्थ बद्रीनाथ को जब आठवीं सदी का बौद्ध मठ बता रहे थे तो तब कांग्रेसियों को सनातन के अपमान की चिंता नही हुई। राम मन्दिर के निर्माण को रोकने के लिए तमाम हथकंडे अपनाने और राम को काल्पनिक बताने पर कांग्रेस की मंशा को समझा जा सकता है। वहीं मुंबई मे बद्रीनाथ धाम का निर्माण करने वाली राज्य कांग्रेस चुप है।

 

उन्होंने कहा कि देश के करोड़ो सनातनियों ने कांग्रेस को जिस तरह उसकी तुष्टिकरण की नीति का जवाब दिया वह उसके बदलते रंग से वाक़िफ़ हैं। राज्य की जनता जानती है कभी मुस्लिम यूनिवर्सिटी, कभी जुमे की नमाज के लिए अवकाश सहित तमाम तुष्टिकरण के लिए निर्णय लेने वाले अब खुद को सनातन और सनातन के प्रहरी होने का दिखावा है जिसे जनता माफ नही करेगी।

 

 

कांग्रेस के एजेंडे को आगे बढ़ा रहे हैं अविमुक्तेश्वरा नंद: भाजपा

आरोप की पुष्टि के लिए प्रमाण दें या सनातन के अनुयायियों से मांगे माफी

 

देहरादून। प्रदेश भाजपा ने कहा है कि संतों का सम्मान उनकी पार्टी की रीति- नीति का अभिन्न हिस्सा है और यह सनातन संस्कृति की परंपरा भी है। मगर केदारनाथ मन्दिर में सोना चोरी को लेकर स्वामी अविमुक्तेश्वरा नंद का बयान दुखद और सनातन के अनुयायियों को चोट पहुंचाने वाला है। स्वामी अविमुक्तेश्वरा नंद कांग्रेस के एजेंडे को आगे बढ़ा रहे हैं। उनके पास कोई साक्ष्य हैं तो उन्हें सार्वजनिक करने चाहिए। अन्यथा उन्हें और कांग्रेस को बयान वापस लेकर माफी मांगनी चाहिए।

 

भाजपा के मीडिया प्रभारी मनबीर सिंह चौहान ने कहा कि संत समाज हमेशा से धर्म का ध्वजवाहक रहा है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ को लेकर स्वामी अविमुक्तेश्वरा नंद ने जो बयानबाजी की है उन्हे उसकी प्रमाणिकता को सामने रखना चाहिए। अगर, वह उसकी प्रमाणिकता को साबित नही कर सकते हैं तो उन्हें अपने बयान को वापस लेकर हिंदू सनातनी समुदाय से माफी मांगनी चाहिए।

 

चौहान ने कहा कि अगर वो अपने को संत के रूप में प्रदर्शित करते हैं तो उन्हें शास्त्र सम्मत तरीके से सनातन धर्म के अनुयायियों का मार्गदर्शन करना चाहिए और सनातन संस्कृति के सरंक्षण के लिए उनसे अपेक्षा भी की जाती है, लेकिन यह दुखद है कि सनातन के मार्गदर्शक एक पार्टी विशेष की भाषा बोल रहे हैं जो कि दुखद है। उन्होंने कहा कि स्वामी अविमुक्तेश्वरा नंद अभी तक अपने कथन को प्रमाणिकता के साथ नही रख पाए और इससे सनातन प्रेमियों की भावनाएं आहत हुई है।

 

चौहान ने कहा की कांग्रेस पहले से ही इस मुद्दे पर राजनीति कर रही थीं और अब स्वामी अविमुक्तेश्वरा नंद का कंधा इस्तेमाल कर रही है।

 

उन्होंने कहा कि कांग्रेस तो हमेशा ही सनातन की विरोधी रही है और सनातन के खिलाफ दुष्प्रचार उसके एजेंडे का हिस्सा रहा है। अब तक जब भी किसी मन्दिर का जिक्र आया तो वह और उसके कथित सेकुलर मित्र तुष्टिकरण की खातिर सनातन पर चोट करने मे आगे रही। यह उसकी पार्टी पॉलिसी भी रही है। इस मुद्दे पर स्थिति स्पष्ट हो चुकी है, लेकिन कांग्रेस दुष्प्रचार के जरिये लोगों को भड़काने की कोशिश कर रही है और सनातनी इससे अच्छी तरह वाकिफ है। उसे जनता कड़ा सबक सिखायेगी।