Saturday, September 13, 2025
Google search engine
Home Blog Page 67

बढ़ते तापमान को देखते हुए मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य सचिव को दिए अस्पतालों में समुचित व्यवस्थायें बनाने व जरूरी दवाओं का स्टाक रखने के निर्देश

 

 

*स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने कहा मौसम देखकर निकलें दोपहर में घर से बाहर, जरूरी न हो तो बाहर निकले से बचें*

 

हमेशा ठंडा रहने वाला उत्तराखंड भी अब गर्मी की चपेट में है। राज्य के मैदानी जिलों में तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है। राज्य के मैदानी जिलों से लेकर पर्वतीय जिलों में तापमान सामान्य से ऊपर है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार को स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों को लेकर जरूरी निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सरकारी अस्पतालों में समुचित व्यवस्थायें बनाने और जरूरी दवाओं का स्टाक रखने के निर्दश दिये हैं।

 

स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने कहा गर्मी के बढ़ने से सेहत पर भी इसका असर पड़ता है। मौसम विभाग का कहना है कि राज्य में सीवियर हीट वेव कंडीशन देखने को मिली है। जिसके चलते मैदान से लेकर पहाड़ तक गर्म हवाएं चल सकती हैं। इसलिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से नई हैल्थ एडवाइजरी जारी की गई है। जिसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के सभी अस्पतालों में अर्लट जारी कर दिया है। एडवाइजरी में दोपहर 12 से सायं 4 के मध्य धूप में बिना जरूरी काम के न निकलने की सलाह दी गई है। स्वास्थ्य सचिव ने कहा गर्मी के कारण बीमारियां की चपेट में आने की ज्यादा संभावनाएं रहती हैं। इसको देखते हुए प्रदेश के सारे सरकारी अस्पततालों में पूर्व में ही अर्लट जारी कर व्यवस्थायें बनाने के निर्देश जारी कर दिये गये थे।

 

स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने तापमान बढ़ने से शरीर में पानी की कमी हो जाती है। जिससे शरीर डिहाइड्रेटेड हो जाता है। उन्होंने कहा गर्मी के मौसम में बच्चों और बुर्जगों को कम से कम घर से निकलने दें, ताकि बच्चें हीट वेव से बच सकें और वो कम बीमार पड़े। उन्होंने कहा कि गर्मी से बचने के लिए अधिक से अधिक तरल पदार्थ का सेवन करें, ताकि शरीर में पानी की कमी ना हो पानी की कमी नहीं होने से भी गर्मी के प्रकोप से बच्चों को बचाया जा सकता है।

 

*हीटवेव (गर्मी/लू) से बचाव के लिए क्या करें*

स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने कहा घर बाहर निकलने से पहले एक बार तापमान जरूर देख लें और अगर ज्यादा ही जरूरी है, तो अपने साथ धूप से बचाने वाली चीजें लेकर चलें, जैसे चश्मा, छाता, सनस्क्रीन, मुंह पर बांधने वाला कपड़ा, पानी की बोतल और खाने के लिए छोटी-मोटी चीजें। थोड़े-थोड़े समयान्तराल पर तरल पदार्थ (शीतल जल, नीबू पानी, शिकंजी, नारियल पानी आदि) पीते रहें। घर, कार्यस्थल आदि स्थानों पर सूर्य की सीधी रोशनी को रोकने के लिए पर्दा आदि का प्रबन्ध करें। जानवरों को छायादार स्थानों पर रखें। बच्चे, बीमार व बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें। हीट स्ट्रोक/लू के लक्षण दिखने पर नजदीकी राजकीय चिकित्सा इकाई पर सम्पर्क करें।

 

*हीटवेव (गर्मी/लू) में क्या न करें*

स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने कहा स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से बिना काम के घर से बाहर न निकलने की अपील की है। अत्यधिक गर्मी (दोपहर 12 से सायं 4) के मध्य बाहर धूप में बिना जरूरी काम के बिल्ुकल न जायें। नंगे पैर/बदन धूप में जाने परहेज करें। अत्यधिक प्रोटीन युक्त भोजन व बासी भोजन का सेवन करने से बचें। धूप में खड़ी गाड़ियों में बच्चों और पालतू जानवरों को अकेला बिल्कुल न छोडें। गहरे व चटक रंग के कपड़ों को गर्मियों में पहनने से परहेज करें। इसके साथ ही तंग एवं छोटे कपड़ों का प्रयोग विशेषकर जब बाहर धूप में जाना हो बिल्कुल न करें। बंद एवं अत्यधिक गर्मी वाले स्थान पर भोजन न पकायें। गर्मियों में शराब, चाय, कॉफ़ी, कार्बाेहाइड्रेट, साफ्ट ड्रिंक आदि का अधिक सेवन न करें। अधिक गर्मी/धूप में श्रम कार्य करने से बचना चाहिए।

 

*राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में अर्लट जारी*

स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने कहा गर्मी के मौसम व हीट वेव के खतरे को दृष्टिगत रखते हुए सभी जनपदों को सतर्क रहने के निर्देश पहले ही दे दिए गए थे। सभी चिकित्सालयों को पर्याप्त मात्रा में ओआरएस, आई फलूडस आदि की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के लिए कहा गया। सभी स्वास्थ्य कर्मी चिकित्सा एवं पैरामेडिकल स्टाफ का प्रशिक्षण किया गया है। सभी चिकित्सालयों में पीने के पानी की दुरुस्त व्यवस्था रखने के निर्देश दिए गए थे तथा चिकित्सालय में बिजली की निरंतर आपूर्ति रखने के लिए कहा गया है। हीट स्ट्रोक से कोई मृत्यु दर्ज होती है तो उसकी डेथ ऑडिट किया जायेगा, ताकि मृत्यु के सही कारण का पता लगाया जा सके लोगों को हीट स्ट्रोक से बचाव हेतु जागरूकता के लिए सोशल मीडिया प्रिंट मीडिया होर्डिंग बैनर के माध्यम से प्रचार प्रसार किया जा रहा है।

सीएस श्रीमती राधा रतूड़ी ने जिलाधिकारियों को निवेश प्रस्तावों के कॉमन एप्लीकेशन फॉर्म को दस दिनों में निस्तारित करने की डेडलाइन दी

 

 

मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने जिलाधिकारियो को जिला स्तर पर लंबित नए निवेश प्रस्तावों के कॉमन एप्लीकेशन फॉर्म को दस दिनों में निस्तारित करने की डेडलाइन दी है। इसके साथ ही सीएस ने सभी जिलाधिकारियों को नए निवेश प्रस्तावों के द्वितीय स्तर के अनुमोदन को भी 30 दिन के भीतर निस्तारित करने का अल्टीमेटम दिया है। निवेशकों की विभिन्न विभागों से सम्बन्धित शिकायतों को गम्भीरता से लेते हुए श्रीमती राधा रतूड़ी ने राजस्व, शिक्षा, यूपीसीएल तथा जिला प्रशासन को शिकायतों के तत्काल निस्तारण के कड़े निर्देश दिए है। निवेशकों की शिकायतों के निस्तारण में विलम्ब पर नाराजगी व्यक्त करते हुए मुख्य सचिव ने इस पर तत्परता से शीर्ष प्राथमिकता पर कार्य करने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव ने जिलाधिकारियों से नए निवेश प्रस्तावों के कॉमन एप्लीकेशन फॉर्म के लंबित होने के कारणों की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने राज्य स्तर पर महानिदेशक एव आयुक्त उद्योग को भी निवेशकों के लंबित कॉमन एप्लीकेशन फॉर्म के तत्परता से निस्तारण के निर्देश दिए है।

 

बैठक में जानकारी दी गई कि राज्य स्तर पर विभिन्न कारणों से 75 निवेश प्रस्ताय लंबित है. जिनके निस्तारण की कार्यवाही गतिमान है। जिला स्तर पर 38 कॉमन एप्लीकेशन फॉर्म विभिन्न कारणों से लंबित है, जिनके निस्तारण की कार्यवाही गतिमान है। जिला स्तर पर अभी तक कुल 1174 कॉमन एप्लीकेशन फॉर्म अनुमोदित किए जा चुके है। जिला स्तर पर द्वितीय स्तर पर अनुमोदन हेतु 787 निवेश प्रस्ताव लंबित है जिनके निस्तारण की कार्यवाही गतिमान है।

 

मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में सचिवालय में 61वी राज्य स्तरीय उच्चाधिकार प्राप्त समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में सचिव श्री आर मीनाक्षी सुन्दरम, श्री विनय शंकर पाण्डेय सहित उद्योग विभाग के अधिकारी तथा वर्चुअल माध्यम से सभी जिलाधिकारी मौजूद रहे।

नकली दवा कंपनियों पर ड्रग विभाग की बड़ी कार्रवाई, 03 साल में 72 लोगों के खिलाफ केस दर्ज, 32 लोगों को भेजा जेल

 

 

– *दिसम्बर 2023 से मार्च 2024 तक अन्य राज्यों की दवाईयों के लिए गए 281 में से 47 सैंपल फेल*

 

– *ड्रग विभाग ने किए 04 लाइसेंस निरस्त, 14 निलम्बित और दवाईयों के 63 अनुमोदन निरस्त*

 

-चारधाम यात्रा मार्ग पर मिलावट खोरों के खिलाफ अभियान जारी, जांच में फेल हुआ पनीर का सैंपल, मुकदमा दर्ज करने की तैयारी

 

-कल से प्रदेश में शुरू होगा गहन छापेमारी अभियान, हरिद्वार-ऋषिकेश यात्रा मार्ग पर होगी फलों की जांच

 

देहरादून। उत्तराखंड में नकली दवाईयों के कारोबारियों के खिलाफ खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग का अभियान लगातार जारी है। चारधाम यात्रा और पर्यटन सीजन को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर विभाग द्वारा गहन छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है। यात्रा मार्गों के साथ ही ड्रग विभाग की टीमें पयर्टन स्थलों में स्थित मेडिकल स्टोरों पर छापेमारी के साथ ही दवा कंपनियों का भी औचक निरीक्षण कर रही हैं। आयुक्त, खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग डॉ आर राजेश कुमार पूरे अभियान की लगातार मॉनिटरिंग करने के साथ अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दे रहे हैं।

 

*अन्य राज्यों की दवाईयों के 281 सैंपल में से 47 सैंपल फेल*

अपर आयुक्त खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग व ड्रग कंट्रोलर ताजबर सिह जग्गी ने बताया कि नकली दवा माफियों के खिलाफ विभाग का अभियान लगातार जारी है। चारधाम यात्रा व पर्यटन सीजन को देखते हुए गहन छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि नकली दवा कारोबारियों के खिलाफ ड्रग विभाग ने बड़ी कार्रवाईयां की है। रूड़की और उधमसिंहनगर में नकली दवा के ज्यादा मामले सामने आये हैं। पिछले 03 साल में 72 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किये गये हैं और 32 लोगों को जेल जाना पड़ा। इसके साथ ही कुल बेस्ड निरीक्षण के मामले 71, कुल निलम्बित निर्माण लाईसेंस 14, कुल निरस्त निर्माण लाइसेंस 04, कुल निरस्त औषधियों के अनुमोदन 63 के साथ ही निर्माण इकाईयों के सामान्य निरीक्षण 223 किये गए। उन्होंने बताया कि दिसम्बर 2023 से मार्च 2024 तक राज्य में ब्रिकय की जा रही औषधि की गुणवत्ता सुनिश्चित किये जाने को लेकर जगह-जगह से 281 सैंपल लिए गये जिनमें से 47 सैंपल मानकों पर खरे नहीं उतरे। यह सभी अन्य राज्यों में बनी दवाइयों के थे। जिनके खिलाफ कार्रवाई की गई है।

 

*राज्य की सीमा व अर्न्तराष्ट्रीय सीमाओं पर निगरानी*

अपर आयुक्त खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग व ड्रग कंट्रोलर ताजबर सिह जग्गी ने बताया कि दवा निर्माताओं के साथ ही दवाईयों के थोक व फुटकर विक्रेताओं पर भी कार्यवाही की जा रही है। विभाग दवाईयों पर अनावश्यक छूट देने वाले रिटेलर पर निगरानी रख रहा है। दवाईयों पर अनावश्यक छूट देने वाले रिटेलर पर निगरानी डिस्ट्रीब्यूटर एवं होलसेलर को केवल बिल पर ही दवाईयां विक्रय किये जाने के निर्देश दिये गये हैं। सूचना, शिक्षा, व जन जागरूकता के माध्यम से जागरूकता बढ़ाये जाने का कार्य किया जा रहा है। राज्य में समस्त रिटेल शॉप पर कैमरे लगाने अनिवार्य किये गये हैं। राज्य में विभिन्न स्तर पर मनः प्रभावी दवाईयों के भण्डारण की सीमा निर्धारित की गयी है। राज्यों की सीमा एवं अर्न्तराष्ट्रीय सीमाओं पर भी विभाग द्वारा दवाईयों की आपूर्ति पर निगरानी रखी जा रही है। उन्होंने बताया कि अधिकारियों की कमी के कारण सप्लाई चेन पन निगरानी व नियंत्रण रखने में थोड़ा परेशानी आ रही है लेकिन विभाग द्वारा पूरे प्रयास किये जा रहे हैं।

 

*देहरादून लैब में भी हो रही दवाओं की जांच*

अपर आयुक्त खा़़द्य और ड्रग कंट्रोलर ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि दवाओं और कास्मेटिक उत्पादों की जांच रुद्रपुर के अलावा देहरादून में की जा रही है। यहां अत्याधुनिक मशीनों से सुविधा युक्त लैब है। इसमें वेट लैब, माइनर और मेजर, कास्मेटिक और माइक्रो लैब की सुविधा मौजूद है। यहां जांच के साथ आनलाइन सर्टिफिकेशन की सुविधा है। अपर आयुक्त के मुताबिक आम लोग भी यहां मिलावट की जांच करा सकते हैं। उन्हें इसके लिए लैब चार्ज देना होगा। यात्रा मार्ग पर स्वच्छता और दवाओं की गुणवत्ता की भी जांच की जा रही है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीमें लगातार सैंपलिंग कर रही हैं। जांच के लिए एक मोबाइल लैब भी बनाई गयी है। अपर खाद्य आयुक्त और ड्रग कंट्रोलर ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि यात्रा मार्ग दवाइयों के 156 सैंपल लिए गये जो कि ठीक पाए गये हैं। चारधाम यात्रा मार्ग से एकत्रित किये गये सैंपल की जांच रुद्रपुर लैब में की जा रही है। यह जांच प्राथमिकता से हो रही है।

 

*फूड लाइसेंस पर बनाया जा रहा था मल्टीविटामिन*

अपर खा़द्य आयुक्त और ड्रग कंट्रोलर ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि कई दवा कंपनी में फूड लाइसेंस पर मल्टीविटामिन बनाए जा रहे थे। छापेमारी में मल्टीविटामिन के कैप्सूल और टेबलेट मिले। सैंपल की जांच में मल्टीविटामिन में दवाओं के सॉल्ट पाए जाने पर इनके विरुद्ध कार्रवाई की गई। कंपनी का सील कर दिया गया। टीम ने फैक्टरी कर्मियों से औषधि निर्माण का लाइसेंस दिखाने के लिए कहा। कर्मचारियों ने टीम को फूड लाइसेंस दिखाया।

 

*नशे के लिए इस्तेमाल होने वाली दवाओं का स्टाक तय*

अपर खा़द्य आयुक्त और ड्रग कंट्रोलर ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि राज्य सरकार ने नशे के रूप में उपयोग में लाई जाने वाली नारकोटिक और साइकोट्रापिक दवाओं का स्टाक पहले ही तय कर रखा है। अब मेडिकल स्टोर व सप्लायर इन दवाओं की बिक्री मनमाने ढंग से नहीं कर पाएंगे। होलसेलर व रिटेलर को तय मात्रा से अधिक दवा रखने की इजाजत नहीं होगी और उन्हें बिक्री का हिसाब भी रखना होगा।

 

*लाइसेंस निरस्त करने के साथ होगी कार्रवाई*

अपर खा़द्य आयुक्त और ड्रग कंट्रोलर ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि राज्य में अब कोई भी मेडिकल स्टोर या स्टाकिस्ट तय सीमा से अधिक दवाओं का स्टाक नहीं रख सकता। यदि कोई ऐसा करते हुए पाया गया तो लाइसेंस निरस्त करने के साथ ही अन्य कार्रवाई भी की जाएंगी।

 

*आदेश में कुल 13 दवाओं का स्टाक तय*

ड्रग कंट्रोलर की ओर से जारी आदेश में कुल 13 दवाओं का स्टाक तय किया गया है। इसमें एल्प्राजोलाम, ट्रामाडोल, ट्रामाडोल इंजेशक्शन, कोडीन, पेंसिडिल, डाइजेपाम, डाइजेपाम इंजेक्शन, क्लोनाजेपाम, पेंटाजोनिक, निट्रेजापाम, निट्रेजापाम इंजेक्शन आदि को इस श्रेणी में शामिल किया गया है। इन दवाओं का नया स्टाक तभी मंगाया जा सकेगा जब पहले का उपयोग हो गया हो और उसके उपयोग की पूरी जानकारी दे दी जाए। रिटेल में दवा विक्रेता इन दवाओं की अब 10 से 15 वायल और 20 के करीब स्ट्रिप रख सकेंगे।

 

*फलों की भी होगी जांच*

अपर खा़द्य आयुक्त और ड्रग कंट्रोलर ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि फलों को लेकर कैलिशियम कार्बोइड के प्रयोग, मिलावट और इंजेक्शन लगाने की शिकायतें मिल रही हैं। इसके मद्देनजर खा़़द्य निरीक्षकों को पूरे यात्रा मार्ग पर भी फलों में मिलावट की जांच के आदेश दिये गये हैं। हरिद्वार, ऋषिकेश में छापेमारी अभियान शुरू होने जा हरा है। 31 मई से यात्रा मार्ग पर गहन छापेमारी अभियान चलाया जाएगा और फलों की जांच की जाएगी। यात्रा मार्गों से सैंपल लेकर जांच के लिए लैब में भेजे जायेंगे। जांच में दोषी पाये जाने वाले व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी।

 

*विकासनगर में पनीर के सैंपल फेल, होगी कार्रवाई*

खा़द्य और औषधि प्रशासन ने हाल में विकासनगर के धर्मावाला में एक पनीर विक्रेता के यहां से पनीर के सैंपल लिए थे। यहां विभाग ने 5 से 6 क्विंटल पनीर बरामद किया था। लैब से मिली रिपोर्ट के मुताबिक पनीर में मिलावट पाई गयी है। अपर खा़़द्य आयुक्त और ड्रग कंट्रोलर ताजबर सिंह जग्गी का कहना है कि उक्त पनीर संचालक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि खा़द्य पदार्थों में मिलावट करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा।

भट्ट का दावा, हिमांचल मे चारों सीट भाजपा के खाते मे, कांग्रेस के अस्तिव पर संकट

 

 

धामी सरकार के ऐतिहासिक निर्णयों की खूब प्रशंसा हो रही हिमाचल सहित अन्य राज्यों में भी : भट्ट

 

देहरादून, 29 मई। हिमाचल प्रदेश मे चुनाव प्रचार के अनुभवों को साझा करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट ने सभी चारों सीटों पर प्रचंड मतों से जीत का दावा किया है । 1 जून को होने वाले अंतिम चरण के चुनाव में वहां की जनता मोदी जी को 400 पार करवाने जा रही है।

 

प्रदेश अध्यक्ष बताया कि 21 जून से हिमाचल की सभी 4 लोकसभा सीटों शिमला, हमीरपुर, मंडी, कांगड़ा में चुनाव प्रचार के दौरान उन्हें ग्राउंड जीरो पर काम करने का अवसर मिला। चुनाव प्रवास के तहत वे स्थानीय पार्टी पदाधिकारियों एवं वरिष्ठ कार्यकर्ताओं के साथ दर्जनों बैठकों में शामिल होने का अवसर मिला। उनके साथ हुई चुनावी रणनीति पर चर्चा एवं कार्यकर्ताओं का उत्साह वहां पार्टी उम्मीदवारों की प्रचंड जीत को दर्शाता है। कई स्थानों पर उन्हे डोर टू डोर प्रचार के दौरान आम मतदाताओं के मूड को भांपने का मौका भी मिला । उत्तराखंड की तरह वहां की जनता का भी मत अभी से स्पष्ट भाजपा के पक्ष में नजर आया। देश की तरह हिमाचल वासी भी मोदी जी के हाथों में देश की बागडोर सौंप कर विकसित भारत का निर्माण करना चाहते हैं ।

 

उन्होंने कहा कि हिमाचल के शहरों और गांवों में प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंची मोदी सरकार की योजनाओं ने पहले से ही भाजपा के पक्ष में जबरदस्त माहौल बनाया हुआ था। उस पर पीएम श्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जे पी नड्डा, गृह मंत्री श्री अमित शाह समेत पार्टी के स्टार प्रचारकों ने इस माहौल को सुनामी बनाने का काम किया है । उन्होंने बताया कि वहां के आम जनमानस में धामी सरकार के ऐतिहासिक निर्णयों को खूब प्रशंसा होती है । यही वजह कि वहां की स्थानीय जनता का कांग्रेस सरकार पर उत्तराखंड की नीतियों के अनुपालन का दवाब है। उत्तराखंड की तरह हिमाचल के लोग भी राष्ट्रवादी और रामवादी हैं, लिहाजा कांग्रेस उम्मीदवारों को चुनाव में अपनी जमानत बचाना भी मुश्किल हो रहा है।

 

1 जून को होने वाले अंतिम चरण के चुनाव में उत्तराखंड के बाद हिमाचल से भी कांग्रेस के अस्तित्व पर भी संकट मंडराने वाला हैं ।

 

 

मुख्यमंत्री ने दी हिन्दी पत्रकारिता दिवस की शुभकामनाये

 

 

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर सभी मीडिया प्रतिनिधियों को शुभकामनाएं दी हैं। हिन्दी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ के रूप में पत्रकारिता कि देश के सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, एवं सांस्कृतिक पहलुओं के साथ आम जन की समस्याओं के समाधान में महत्पूर्ण भूमिका रही है।

 

उन्होने कहा कि हिन्दी पत्र-पत्रिकाओं का समाज में जन जागरूकता के साथ पत्रकारिता की समृद्ध परम्परा के माध्यम से देश व समाज को आगे बढाने में भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में भी हिन्दी पत्रकारिता का स्वर्णिम इतिहास रहा है।

 

सूचना महानिदेशक श्री बंशीधर तिवारी ने भी हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर सभी मीडिया प्रतिनिधियों को शुभकामनाएं दी हैं।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर चारधाम यात्रा मार्गों पर मिलावटी खाद्य पदार्थों के खिलाफ खाघ विभाग का अभियान जारी

 

 

*खाघ विभाग ने 325 दुकानों का किया निरीक्षण, 155 सैम्पल जांच को भेजे, 6 मिलावटखोरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज, 03 अन्य के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी*

 

*बदरीनाथ-केदारनाथ यात्रा मार्ग पर मोबाइल टेस्टिंग वैन से जांचे 500 सैंपल, गंगोत्री-यमुनोत्री में भी मोबाइल वैन चलाने की तैयारी*

 

*आम जनता के लिए ट्रोल फ्री नंबर 180018042 जारी, खाघ विभाग ने कार्बाइड युक्त फलों को लेकर भी शुरू किया अभियान, फलों के नमूने एकत्र कर उन्हें आवश्यक जांच के लिए भेजा*

 

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले ही खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ने मिलावटी खाद्य पदार्थों को लेकर विशेष अभियान शुरू कर दिया गया था। यह अभियान वर्तमान में भी लगातार जारी है। उपायुक्त गढ़वाल मंडल राजेन्द्र सिंह रावत के नेतृत्व में टीमों का गठन कर यात्रा मार्गों पर होटल, रेस्टोरेंट और ढाबों में बेची जा रही खाद्य पदार्थों के नमूने लेकर जांच की जा रही है। इस संबंध में स्वास्थ्य सचिव एवं आयुक्त खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन डॉ. आर. राजेश कुमार की ओर से अधिकारियों को कड़े निर्देश दिये गये हैं कि कि अभियान में लापरवाही बिल्कुल भी बर्दाश नहीं की जायेगी। आयुक्त के स्पष्ट निर्देश हैं कि चारधाम यात्रा मार्ग पर कोई भी दुकानदार मिलावटी सामान, खाद्य पदार्थ व फलों को नहीं बेच पाये इसका विशेष ध्यान रखा जाये। डॉ आर राजेश कुमार द्वारा उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली जिले में अभियान चलाने के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।

 

 

325 दुकानों का निरीक्षण, 155 नमूने जांच को भेजे गये

अपर आयुक्त खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि आयुक्त डॉ आर राजेश कुमार के निर्देशों के अनुक्रम में उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली जिले में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। चारधाम यात्रा मार्गों पर मिलावटी खाद्य पदार्थों पर खास निगरानी रखी जा रही है। मिलावटी या एक्सपायरी डेट के खाद्य सामग्री बेचने वाले दुकानदारों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जा रही है। उपायुक्त गढ़वाल मंडल राजेन्द्र सिंह रावत के नेतृत्व में खाद्य विभाग की टीम अब तक 325 दुकानों का निरीक्षण कर चुकी है। इसमें 155 नमूने संदिग्ध पाये गये जिनको जांच के लिए लैब में भेजा गया है। जांच रिपोर्ट मानको के अनुरूप नहीं आने के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी। अपर आयुक्त ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि अभी तक हमने मिलावटी सामान व खाद्य पदार्थ बेचने वाले 6 दुकानदारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है। 03 अन्य दुकानदारों के खिलाफ भी मिलावटी सामान बेचने में कार्रवाई गतिमान है। आम जनमानस के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वाले किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जायेगा। उन्होंने बताया कि पिछले साल भी चारधाम यात्रा के दौरान विभाग ने अभियान चलाया था।

 

मोबाइल टेस्टिंग वैन से लिये गये 500 सैंपल

अपर आयुक्त खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि मोबाइल टेस्टिंग वैन की टीम ने पूरे यात्रा मार्ग पर होटल, रेस्टोरेंट, ढाबों के साथ खाद्य पदार्थ की दुकानों का निरीक्षण कर नमूनों की जांच की। इस दौरान 500 से अधिक सैंपल लिये गये। इनमें किसी भी सैंपल में कोई मिलावट नहीं पाई गई। अपर आयुक्त ने बताया कि अभी मोबाइल टेस्टिंग वैन बद्रीनाथ-केदारनाथ यात्रा मार्ग पर सैंपलों के जांच के लिए लगाई गई है। जल्द मोबाइल टेस्टिंग वैन को गंगोत्री-युमनोत्री यात्रा मार्ग पर भी सैंपलों की जांच के लिए भेजा जायेगा। अपर आयुक्त ने बताया कि मोबाइल वैन में नमूनों की जांच के लिए एक डिप्टी कमिशनर व एक खाद्य सुरक्षा अधिकारी तैनात रहता है।

 

आईइसी के साथ मिलकर चलाया जागरूकता अभियान

अपर आयुक्त खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले ही विभाग द्वारा आईइसी के साथ मिलकर मिलावटी खाद्य पदार्थों को लेकर जनजागरूकता अभियान शुरू कर दिया गया था। स्थानीय व्यापारियों, ढाबा संचालकों, फल विक्रेताओं मेडिकल स्टोर संचालकों के साथ बैठकें कर पूरी गाइडलाइन से अवगत कराया गया। जिसके बाद काफी परिवर्तन यात्रा मार्गों पर देखने को मिल रहा है।

 

आम जनता के लिए ट्रोल फ्री नंबर

अपर आयुक्त खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि आम जनता के लिए भी ट्रोल फ्री नंबर 180018042 जारी किया गया है। किसी भी व्यकित को किसी भी प्रकार के मिलावट या एक्सपायरी सामान बेचे जाने की जानकारी मिलती है तो वह ट्रेाल फ्री नम्बर पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है।

 

मिलावटी फलों को लेकर अभियान

अपर आयुक्त खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि आयुक्त डॉ आर० राजेश कुमार के निर्देशानुसार प्रतिबंधित कैल्शियम कार्बाइड युक्त फलों के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया गया है। हमने विभिन्न फलों के नमूने एकत्र कर उन्हें आवश्यक जांच के लिए प्रयोगशाला भेज दिया है। अपर आयुक्त ने बताया कि फलांे को कार्बाेइड से पकाने तथा कलर करने की शिकायत मिलने पर गढ़वाल आयुक्त एफडीए डॉ आर एस रावत के नेतृत्व में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम द्वारा निरंजनपुर सब्जी मण्डी, नेहरु कौलोनी सब्जी मंडी, आराघर सब्जी मंडी तथा 6 नम्बर पुलिया सब्जी मण्डी का औचक निरीक्षण किया गया। टीम के द्वारा तरबूज, खरबूज, पतीता, आम, केला के 9 नमूने लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे गये हैं। फलों जैसे आम, केले, पपीता आदि को पकाने हेतु प्रतिबंधित कार्बाेइड का प्रयोग करते नहीं पाया गया। मौके पर फलों को पकाने हेतु ऐथेलीन का प्रयोग करते पाया गया। फलो को सेथेलीन से पकाने हेतु भारतीय खाद्य सुरखा एवं मानक प्राधिकरण नई दिल्ली द्वारा प्रमाणीकरण किया गया है। फलो में विशेषकर तरबूज, खरबूज आदि में कलर करते नहीं पाया गया। टीम में अभिहित अधिकारी मुख्यालय मनीष समाना, वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी दे०झ रमेश सिंह, मंडी उप निरीक्षण आदि थे। अपर आयुक्त ने बताया कि मिलावटी फलों को लेकर यह अभियान यात्रा मार्गों के साथ पूरे प्रदेश में चलाया जा रहा है।

 

विकासनगर/चकराता में नष्ट कराया गया एक्सपायरी डेट का सामान

अपर आयुक्त खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि उपायुक्त मुख्यालय जी०सी० कण्डवाल के नेतृत्व में गठित संयुक्त टीम द्वारा यात्रा मार्ग व पर्यटन स्थलों में अभियान चलाया जा रहा है। जनपद देहरादून के विकासनगर क्षेत्र में यह अभियान जारी है। टीम द्वारा खाद्य पदार्थों के थोक विक्रेताओं, होटल, रेस्टोरेंट, रिजोर्ट आदि प्रतिष्ठानों में खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता तथा किचन, स्टोर का निरीक्षण किया गया। विकासनगर के बरोटीवाला, लांधा रोड़ में स्थित खाद्य निमाताओं/ फुटकर विक्रेताओं का खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम 2006 के प्राविधानों के अन्तर्गत निरीक्षण किया गया। संयुक्त टीम द्वारा खाद्य तेल निर्माण ईकाई का भी औचक निरीक्षण कर लाइसेंस, लेबलिंग कंडिशन व भंडारण की जाँच की गई। साथ ही खास आपूर्ति कर रहे वाहनों को भी जांचा गया। इसके बाद टीम द्वारा हरिपुर, कालसी बाजार में आधा दर्जन प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया गया। कालसी स्थित डेली नीड्स स्टोर में एक्सपायरी डेट के मसालों, शीतल पेय के लगभग 50 पैकेट व बोतल को मौके पर नष्ट करवाया गया। साथ ही खाद्य कारोबारी को चेतावनी दी गई। टीम द्वारा पर्यटक सीजन के दृष्टिगत पोरवा में लगभग आधा दर्जन रिर्जाट एंव होटल रेस्टोरेंट का निरीक्षण किया गया। कुछ जगहों पर खाद्य लाइसेंस नहीं पाया गया व किचन में साफ सफाई व्यवस्था नहीं पायी गई। जिसके लिए 04 प्रतिष्ठानों को नोटिस जारी किये गये। टीम द्वारा चकराता बाजार में होलसेल/फुटकर वैर्कस/ रेस्टोरेंट आदि निरीक्षण किया गया। तथा 02 प्रतिष्ठान) से वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी संजय तिवारी द्वारा 02 नमुने जांच हेतु लिए गये। जिसे जाँच हेतु राजकीय प्रयोगशाला रुद्रपुर भेजा गया। रिपोर्ट आने के पश्चात दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की जायेगी। अभियान के दौरान होटल, रेस्टोरेंट संचालकों को खुले खाद्य सामग्री विशेषतः, पनीर, मसाले व खाद्य तेल प्रयोग में न लाये जाने व खाद्य सामाग्री के निर्माण में गुणवत्ता परख खाद्य सामाग्री लाने के सख्त निर्देश दिये गये। कार्यवाही टीम में उपायुक्त खाद्य मुख्यालय जीसी कण्डवाल, बरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी, विकासनगर/चकराता संजय तिवारी एफडीए विजिलेंस से योगेन्द्र सिंह नेगी एंव संजय नेगी मौजूद रहे। उक्त अभियान आगे भी जारी रहेगा।

चुनाव प्रचार में उपयोगिता से उभरी धामी मे परिपक्व राष्ट्रीय नेता की छवि: चौहान

 

 

देहरादून, 28 मई। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व के विश्वास पर खरे उतरे सीएम पुष्कर सिंह धामी ने राज्य सहित अन्य प्रदेशों मे जिस तरह अपनी उपयोगिता साबित की उससे सीएम की छवि एक परिपक्व और सूझबूझ वाले राष्ट्रीय नेता के तौर पर उभर कर सामने आयी है।

 

पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में चौहान ने कहा कि जनहित में लिए उनके ऐतिहासिक और साहसिक निर्णयों ने देश भर में देवभूमिवासियों का मान बढ़ाया है । उनकी सभाओं और रोड शो में उमड़ी भीड़ जनमानस में उनकी स्वीकार्यता को साबित करती है। उन्होंने कहा कि राज्य में मतदान के उपरांत मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी विभिन्न राज्यों में प्रचार करने वाले नेताओं में शामिल हैं । अपनी सरकार में यूसीसी, धर्मांतरण, नकल, मातृ शक्ति आरक्षण, दंगारोधी आदि तमाम विषयों पर इतिहास बनाने वाले साहसिक कदमों से उनकी लोकप्रियता देश भर में बड़ी है। उनके इन्ही दूरदर्शी एवं दृढ़ इच्छा शक्ति वाले निर्णयों को देखकर पार्टी नेतृत्व का विश्वास भी धामी जी पर लगातार बढ़ रहा है । यही वजह है कि पार्टी आलाकमान ने उन्हे लोकसभा चुनावों में विभिन्न राज्यों में स्टार प्रचारक बनाया है।

सभी राज्यों के कार्यकर्ताओं की डिमांड को देखते हुए दिल्ली, यूपी, एमपी, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा समेत दर्जनों राज्यों में उनका प्रवास कार्यक्रम हुए। इन कार्यक्रमों मे प्रवासी उत्तराखंडियों के अतिरिक्त लाखों की संख्या में जनमानस ने अपने अपने क्षेत्रों में कमल खिलाने का संकल्प लिया। उनकी सभाओं में राष्ट्रवादी निर्णयों की गूंज और रोड शो में उमड़ती भीड़ ने पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में माहौल बनाने का काम किया है।

 

उत्तराखंड में धामी सरकार के निर्णय और कार्यशैली भाजपा के वैचारिक और व्यवहारिक सिद्धांतों को धरातल पर उतारने वाले हैं। यही वजह है कि सीएम धामी के प्रति जनता ही नही पार्टी के शीर्ष नेताओं का भरोसा भी बहुत बढ़ा है । केंद्रीय नेतृत्व के निर्देशों, जनता के आशीर्वाद और अपनी मेहनत से उन्होंने आज देशवासियों के दिल में जगह बना ली है । पीएम मोदी और शीर्ष नेतृत्व के मार्गदर्शन में अपनी सरकार के कामों और जनता की स्वीकार्यता के चलते इन चुनावों में सीएम धामी राष्ट्रीय नेता के रूप में स्थापित हुए हैं।

 

मुख्य सचिव ने राफ्टर्स के लिए मार्केट बनाने और ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन सिस्टम पर बल देने की बात कही

**मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने मंगलवार को जनपद टिहरी क्षेत्रांतर्गत तपोवन से कोडियाला तक संचालित राफ्टिंग व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया।**

राफ्टिंग व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए मुख्य सचिव ने खारास्रोत पार्किंग तृतीय एवं गंगा नदी में पुट इन पॉइंट ब्रह्मपुरी का निरीक्षण कर व्यवस्थित रूप से संचालित हो रही राफ्टिंग की सराहना की। इस दौरान उन्होंने राफ्टर्स के लिए मार्केट बनाने, ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन सिस्टम पर बल देने, राफ्टिंग की ड्रोन फुटेज लेने तथा रिवर राफ्टिंग एवं क्याकिंग नियमावली का उल्लंघन करने वालों के दंडात्मक/चालान कार्यवाही जिला प्रशासन स्तर से किए जाने हेतु अग्रिम कार्यवाही की बात कही। जिलाधिकारी ने बताया कि राफ्टर्स के लिए बनाए गए अस्थाई पार्किंग स्थल खारास्रोत में द्वितीय चरण के कार्य किए जा रहे हैं, जिसमें सीसी कार्यों के साथ ही अन्य कार्य किए जाने हैं।

 

अपर मुख्य कार्याधिकारी (साहसिक विंग) यूटीडीबी कर्नल अश्विनी पुण्डीर ने बताया कि गंगा नदी में 263 फर्म पंजीकृत हैं तथा 576 राफ्ट्स हैं। जबकि अलकनंदा नदी में 29 फर्म पंजीकृत हैं तथा 65 राफ्ट्स हैं। उन्होंने बताया कि टिकट काउंटर के समीप सुलभ शौचालयों/चेंजिंग रूम बनाए गए हैं। सड़क मार्ग से नदी में जाने वाले समस्त पैदल मार्गों का मरम्मतीकरण का कार्य किया गया है। पुट इन एवं पुल आउट पॉइंट्स यथा नीम बीच, ब्रहमपुरी, शिवपुरी, मैरीन ड्राइव में स्थाई निर्माण कार्य हेतु वन भूमि हस्तान्तरण की कार्यवाही अन्तिम चरण में गतिमान है। राष्ट्रीय जल कीड़ा संस्थान गोवा के सहयोग से लगभग 400 गाइडों को लाईफ सेविंग का प्रशिक्षण साहसिक खेल अकादमी कोटी कालोनी टिहरी में दिया गया।

 

इस दौरान मुख्य सचिव ने चार धाम यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए भद्रकाली में केदारनाथ/बद्रीनाथ एवं गंगोत्री/यमुनोत्री धाम यात्री पंजीकरण जांच केंद्र का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि चारधाम यात्रा का ट्राय जंक्शन पॉइंट भद्रकाली में यात्रियों के पंजीकरण की जांच करके ही गाड़ियों को आगे भेजा जा रहा है। जनपद में यातायात व्यवस्था सुचारू एवं व्यवस्थित रूप से संचालित हो रही है। मुख्य सचिव ने यात्रियों की सुविधा एवं सुरक्षा के दृष्टिगत निरंतर व्यवस्थाएं बनाए रखने को कहा।

 

इस मौके पर डीएफओ जीवन डगाड़े, एडीएम के.के. मिश्रा, एएसपी टिहरी जे.आर. जोशी, एएसपी पौड़ी, एआरटीओ सतेंद्र राज, एसडीएम देवेंद्र नेगी सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

 

 

 

मुख्यमंत्री के निर्देशों पर उत्तराखण्ड स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों के लिए जारी की अग्नि सुरक्षा एडवाइजरी

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों पर राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने गर्मी के महीनों के दौरान अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए एक व्यापक एडवाइजरी जारी की है।

 

उत्तराखण्ड के स्वास्थ्य सचिव, डॉ. आर. राजेश कुमार द्वारा जारी इस एडवाइजरी में राज्य के सभी सरकारी और निजी स्वास्थ्य सुविधाओं में अग्नि सुरक्षा उपायों को तुरंत और पूरी तरह से लागू करने की मांग की गई है।

 

डॉ. राजेश ने अस्पताल प्रबंधन, स्टाफ और नियामक निकायों की सामूहिक जिम्मेदारी पर जोर देते हुए कहा, “यह आवश्यक है कि हम ऐसी विनाशकारी घटनाओं को रोकने के लिए सक्रिय कदम उठाएं।”

 

एडवाइजरी में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (एमओएच एंड एफडब्ल्यू), नई दिल्ली द्वारा जारी “स्वास्थ्य सुविधाओं में अग्नि सुरक्षा के लिए दिशा-निर्देशों” का पालन करने के महत्व पर प्रकाश डाला गया है। अस्पतालों को इन दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करना, राज्य अग्निशमन विभाग से वैध अग्नि अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) प्राप्त करना, और नियमित अग्नि सुरक्षा ऑडिट और ऑन-साइट निरीक्षण करने की आवश्यकता है।

 

*एडवाइजरी में उल्लिखित प्रमुख उपाय निम्नलिखित हैं:*

 

*स्थापना और रखरखाव:*

अस्पतालों को प्रत्येक जरूरी स्थानों पर अग्निशामक, धुआं डिटेक्टर और अग्नि अलार्म स्थापित करने चाहिए, विशेष रूप से नवजात और गहन चिकित्सा इकाइयों में नियमित निरीक्षण के साथ। महत्वपूर्ण क्षेत्रों में स्वचालित स्प्रिंकलर सिस्टम और अन्य अग्नि शमन तंत्र से सुसज्जित होना चाहिए।

 

*आपातकालीन निकास और अग्निशमन विभाग के साथ सहयोग:*

स्पष्ट रूप से चिन्हित आपातकालीन निकास अनिवार्य हैं। अस्पतालों को स्थानीय अग्निशमन विभागों और आपातकालीन सेवाओं के साथ जरूरी कार्यसंबंधी संबंध स्थापित करना चाहिए।

 

*ऑक्सीजन सुरक्षा:*

ऑक्सीजन सिलेंडरों या पाइप्ड ऑक्सीजन के उचित स्थान और भंडारण के साथ-साथ सख्त धूम्रपान निषेध नीतियां और ऑक्सीजन के पास हीट सोर्स पर नियंत्रण।

 

*भवन कोड:*

अग्नि सुरक्षा, विद्युत तारों, और आपातकालीन अवसंरचना सहित भवन सुरक्षा कोड का पालन।

 

*विद्युत ऑडिट:*

विशेष रूप से जब नया उपकरण जोड़ा जाता है या स्थानों को आईसीयू में परिवर्तित किया जाता है, तो वार्षिक विद्युत लोड ऑडिट करें।

 

*नियमित निरीक्षण:*

प्रमाणित पेशेवरों द्वारा नियमित अग्नि सुरक्षा निरीक्षणों का समयबद्ध तरीके से आयोजन करें और किसी भी कमी को तुरंत दूर करें।

 

*प्रशिक्षण:*

सभी अस्पताल कर्मचारियों, जिसमें डॉक्टर, नर्स, प्रशासनिक कर्मी और सुरक्षा कर्मचारी शामिल हैं, को व्यापक अग्नि सुरक्षा प्रशिक्षण प्रदान करें।

 

*रखरखाव:*

सभी विद्युत उपकरणों, तारों और अन्य संभावित अग्नि खतरों के लिए सख्त रखरखाव कार्यक्रम लागू करें।

 

*संवेदनशील क्षेत्रों के लिए उन्नत उपाय:*

नवजात और बाल चिकित्सा इकाइयों पर विशेष ध्यान दें, यह सुनिश्चित करते हुए कि इन क्षेत्रों में उन्नत अग्नि सुरक्षा उपाय हैं।

 

*आगंतुक दिशानिर्देश:*

आगंतुकों के लिए सख्त दिशानिर्देश स्थापित करें ताकि अग्नि खतरों, जैसे कि ज्वलनशील सामग्री का जोखिम कम हो।

 

*परिचय और प्रोटोकॉल:*

अस्पताल कर्मचारियों को अस्पताल के लेआउट और अग्नि सुरक्षा योजनाओं से परिचित कराएं, और अग्नि घटनाओं और निकट-मिस की रिपोर्टिंग के लिए विशिष्ट प्रोटोकॉल विकसित करें।

 

एडवाइजरी में अस्पताल निर्माण और साज-सज्जा में गैर-दहनशील और अग्नि-प्रतिरोधी सामग्री के उपयोग का भी आह्वान किया गया है, विशेष रूप से मरीजों की देखभाल के क्षेत्रों में।

 

डॉ. राजेश ने सभी स्वास्थ्य सुविधाओं से इन उपायों को गंभीरता से लेने का आग्रह किया ताकि मरीजों, कर्मचारियों और आगंतुकों के जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड स्वास्थ्य विभाग राज्य भर के अस्पतालों में उच्चतम अग्नि सुरक्षा मानकों को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

सीएम की छवि को धूमिल करने के आरोप मे भाजपा ने दर्ज कराया मुकदमा

 

 

आप पर वीडियो एडिट कर दुष्प्रचार और आचार सहिंता के उल्लंघन का आरोप

 

देहरादून 22 मई। भाजपा ने आम आदमी पार्टी के खिलाफ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं पार्टी की छवि खराब करने एवम चुनाव आचार संहिता के उलंघन की शिकायत दर्ज कराई हैं।

 

इस पूरे प्रकरण को लेकर पार्टी की और से आईटी विभाग के प्रदेश सह संयोजक श्री प्रवीण लेखवार ने देहरादून के डालनवाला थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है । जिसमे आरोप लगाया गया है कि आप पार्टी की तरफ से उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं भाजपा की छवि धूमिल करने की साजिश के तहत एक एडिट वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित किया जा रहा है। आप की सोशल मीडिया सेल द्वारा मुख्यमंत्री श्री पुष्कर धामी का दिल्ली में चुनाव प्रचार प्रसार के दौरान दिए एक बयान के वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई है । इस एडिटेड वीडियो में दर्शाया गया है कि सीएम महिलाओं द्वारा भाजपा के बहिष्कार की बात स्वीकार रहे हैं । यह वीडियो आम आदमी पार्टी के नाम से सोशल मीडिया के इंस्टाग्राम में एक पोस्ट से प्रसारित किया का रहा है, जो आदर्श चुनाव आचार संहिता का घोर उल्लंघन है । इस पोस्ट के जारीकर्ता ने लोकसभा चुनाव को अनुचित तरीके से प्रभावित करने के साथ ही मुख्यमंत्री धामी एवं भारतीय जनता पार्टी की छवि को धूमिल करने का कुत्सित प्रयास किया गया है । इस संबंध में पार्टी की तरफ से उक्त आरोप के समर्थन में साक्ष्य भी प्रस्तुत किए गए हैं । पार्टी ने अपने पत्र में इस संबंध में आम आदमी पार्टी के सोशल मीडिया इंस्टाग्राम पोस्ट जारीकर्ता एवं संबंधित व्यक्तियों के विरुद्ध उचित कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।