देहरादून, 3 जून 2025 — दिल्ली से देहरादून तक का सफर अब बेहद सुगम और तेज़ होने जा रहा है। भारतमाला परियोजना के तहत बन रहा दिल्ली-देहरादून एलिवेटेड एक्सप्रेसवे अपने अंतिम चरण में है और सरकार ने संकेत दिया है कि यह ऐतिहासिक प्रोजेक्ट 2025 के अंत तक जनता के लिए खोल दिया जाएगा।
आपको बता दें कि 210 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे के चालू होने के बाद दिल्ली से देहरादून की यात्रा में अब मात्र 2.5 घंटे लगेंगे, जबकि अभी इसमें 6 से 7 घंटे का समय लगता है। एक्सप्रेसवे में एशिया का सबसे लंबा वन्यजीव कॉरिडोर (12 किमी) भी शामिल है, जो राजाजी नेशनल पार्क के पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है।
साथ ही केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में परियोजना की समीक्षा करते हुए कहा की “यह एक्सप्रेसवे उत्तर भारत के पर्यटन, व्यापार और परिवहन को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा। इसे पर्यावरण संतुलन और आधुनिक तकनीक के साथ तैयार किया जा रहा है।”
मुख्य विशेषताएं:
- लंबाई: 210 किलोमीटर
- समय की बचत: लगभग 4.5 घंटे
- प्रमुख संरचनाएं:
- 12 किमी लंबा एलिवेटेड वाइल्डलाइफ कॉरिडोर
- दत्काली मंदिर के पास 340 मीटर लंबी सुरंग
- अत्याधुनिक टोल और निगरानी प्रणाली
- निर्माण लागत: ₹13,000 करोड़ (अनुमानित)
यह एक्सप्रेसवे न केवल यातायात को सुगम बनाएगा, बल्कि उत्तराखंड के पर्यटन और दिल्ली के व्यापार को भी नया प्रोत्साहन देगा। लोगों में इस एक्सप्रेसवे को लेकर खासा उत्साह है, और उम्मीद है कि यह उत्तर भारत के बुनियादी ढांचे में एक मील का पत्थर साबित होगा।