Sunday, September 14, 2025
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नए भारत के अपने तीन कानून लागू होने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का आभार व देशवासियों को बधाई : डा.नरेश बंसल 

 

 

**भारत के न्यायिक इतिहास में एक “महत्वपूर्ण व स्वर्णिम क्षण”।तीनों कानून के लागू होने के बाद देश मे सबसे आधुनिक न्याय प्रणाली का सृजन होगा : डा.नरेश बंसल राष्ट्रीय सह-कोषाध्यक्ष भाजपा एवं सासंद राज्यसभा**

 

भाजपा राष्ट्रीय सह-कोषाध्यक्ष व सासंद राज्य सभा डा. नरेश बंसल ने सोमवार से प्रभावी नये आपराधिक कानूनों को नए भारत के अपने कानून करार दिया ।डा. नरेश बंसल ने इसे भारत के न्यायिक इतिहास में एक “महत्वपूर्ण व स्वर्णिम क्षण” बताया।देश की आपराधिक न्याय प्रणाली को पूरी तरह से बदलने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का आभार जताया। डा. बंसल ने कहा कि आज पूरे देश से अंग्रेज़ शासनकाल से चले आ रहे कानूनों के स्थान पर सशक्त संहिताएं लागू हो गई हैं।सभी देशवासियों को बधाई।

 

डा. नरेश बंसल ने कहा की यह हर्ष का विषय है कि स्वतंत्र भारत के अपने कानून भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) और भारतीय साक्ष्य अधिनियम (बीएसए) ने क्रमशः औपनिवेशिक (ब्रिटिश युग ) युग के भारतीय दंड संहिता,दंड प्रक्रिया संहिता और इंडियन एवीडेंस एक्ट का स्थान लिया है।आजादी के करीब 77 साल बाद हमारी आपराधिक न्याय प्रणाली पूरी तरह से ‘स्वदेशी’ हो रही है।आज इतने साल बाद इन कानूनों पर विचार किया गया और आज से जब ये कानून लागू हुए हैं तो अंग्रेज के कानून निरस्त होकर और भारतीय संसद में बने कानूनों को व्यवहार में लाया जा रहा है।

 

डा. नरेश बंसल ने कहा कि नए कानूनो के तहत प्राथमिकी दर्ज करना बहुत आसान हो गया है। नयी संहिता महिलाओं के खिलाफ अपराधों से निपटने के लिए अधिक संवेदनशील है। नये कानूनों को समय पर जांच पूरी करके सभी के लिए राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक न्याय सुनिश्चित करने वाले होगे।

 

डा. नरेश बंसल ने कहा कि नए कानून मे अब ‘दंड’ की जगह अब ‘न्याय’ होगा।देरी के बजाय स्पीडी ट्रायल और त्वरित न्याय मिलेगा।पहले, केवल पुलिस के अधिकारों की रक्षा की जाती थी, लेकिन अब, पीड़ितों और शिकायतकर्ताओं के अधिकारों की भी रक्षा की जाएगी। नए आपराधिक कानूनों में जांच,मुकदमे और अदालती कार्यवाही में प्रौद्योगिकी व तकनीक पर जोर दिया गया है।नाबालिग से रेप पर मौत की सजा मिलेगी। देश विरोधी गतिविधियों के लिए कड़ा कानून।मॉब लिंचिंग को परिभाषित किया गया।राजद्रोह को जड़ से समाप्त किया है।

 

डा. नरेश बंसल ने कहा की निश्चित रूप से ये तीनों कानून के लागू होने के बाद देश मे सबसे आधुनिक न्याय प्रणाली का सृजन होगा।केन्द्र व राज्य सरकारे इन कानूनों को लागू करने के लिए प्रौद्योगिकी, क्षमता निर्माण तथा जागरूकता उत्पन्न करने के लिये पूरी तरह से तैयार हैं।भारत में न्याय का एक नया अध्याय प्रारंभ हो गया है।

 

 

नेशनल डाक्टर्स डे‘ पर सेवा और समर्पण के लिए सम्मानित किए गए 22 डॉक्टर और 13 संस्थाओं के प्रतिनिधि

 

*धामी सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को बनाया मजबूत -प्रेमचंद

*सीमांत इलाकों में मिल रही बेहत्तर स्वास्थ्य सेवायें, डॉक्टरों की कमी हुई दूर -डॉ आर राजेश कुमार*

 

*दूसरों की सेवा करना ही डॉक्टरों का लक्ष्य -बंशीधर तिवारी*

 

देहरादून। आज नेशनल डॉक्टर्स डे के अवसर पर देहरादून में चिकित्सा सेवा सम्मान-2024 समारोह का आयोजन किया गया। देहरादून के सहारनपुर चौक स्थित होटल एलएसी में उत्तराखंड श्रमजीवी पत्रकार यूनियन व विचार एक नई सोच सामाजिक संगठन द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं पर विचार गोष्ठी व चिकित्सा सेवा सम्मान-2024 का आयोजन किया गया। इस मौके पर चिकित्सा के क्षेत्र में योगदान दे रहे राज्य के विभिन्न जनपदों के 22 चिकित्सकों के साथ ही स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य कर रही 13 संस्थाओं के प्रतिनिधियों को भी सम्मानित किया गया। संस्था ने चिकित्सकों को व स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य कर रही संस्थाओं को सम्मानित कर समाज में एक सकारात्मक संदेश देने का प्रयास किया। कार्यक्रम का संचालन संस्था के सचिव राकेश बिजल्वाण ने किया।

 

डॉक्टर्स डे के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में सबसे पहले अतिथियों ने दीप जलाकर समारोह का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राज्य के कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, कार्यक्रम की अध्यक्षता स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार, विशिष्ट अतिथि के रूप में महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी, निदेशक चिकित्सा शिक्षा व प्राचार्य दून मेडिकल कॉलेज आशुतोष सयाना, सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज के निदेशक ललित जोशी, केयर कॉलेज हरिद्वार के निदेशक आरके शर्मा, आरोग्यम कॉलेज रूड़की के निदेशक संदीप केडिया ने शिरकत की। विचार एक नई सोच सामाजिक संगठन के संरक्षक डॉ एसडी जोशी ने संस्था द्वारा पिछले 10 सालों में किये गये कार्यों की जानकारी दी।

कैबिनेट मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने नेशनल डॉक्टर्स-डे की शुभकामनाएं। मैं डॉक्टरों को सम्मान देते हुए खुद को सम्मानित महसूस कर रहा हूं। ये वे डॉक्टर हैं, जो मरीजों की सेवा कर सेवा उनके और उनके परिजनों के चेहरे पर मुस्कान बिखेरते हैं। बेहतर इलाज से दर्द और तकलीफ को कम करते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार प्रदेश में स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे में सुधार करने और डॉक्टरों को सम्मान सुनिश्चित कराने के लिए प्रतिबद्ध है। डॉक्टर्स-डे के मौके पर हम स्वास्थ्य समुदाय- डॉक्टर, नर्स, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताएएनएम्स, आशा कार्यकर्ता और अन्य स्वास्थ्य कर्मचारियों के निस्वार्थ समर्पण के लिए उनकी सराहना करते हैं। कहा कि मुझे खुशी हुई कि चिकित्सा सेवा सम्मान के लिए राज्य के प्रत्येक जनपद के दूरस्थ व दुर्गम इलाकों से चिकित्सकों का चयन किया गया है। खासतौर से जो चिकित्सक लंबे समय से पर्वतीय जनपदों में अपनी सेवायें दे रहे हैं जो कि अच्छी पहल है। उन्होंने आगे कहा, लोगों की जान बचाने के लिए डॉक्टरों की अटूट प्रतिबद्धता को हम सलाम करते हैं। उन्होंने डाक्टरों से अपील की कि मानवता के नाते गरीब मरीजों को भी पूरी तवज्जो दें।

 

*सीमांत इलाकों में मिल रही बेहत्तर स्वास्थ्य सेवायें -डॉ आर राजेश कुमार*

स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने नेशनल डॉक्टर डे की शुभकामनायें देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत के दिशा निर्देशों में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में तेजी से काम किया जा रहा है। राज्य के सूदरवर्ती इलाकों में बेहत्तर स्वास्थ्य सेवायें मिल रही हैं। राज्य कैबिनेट ने विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी दूर करने के लिए सेवा विस्तार देते हुए रिटायरमेंट की उम्र 60 वर्ष से बढ़ाकर 65 वर्ष कर दी है। जिससे हम उम्मीद कर रहे हैं कई लोग आवेदन करेंगे। उन्होंने कहा की रिटायर्ड डीजी हैं उन्होंने भी आवेदन किया है कि वो दुर्गम क्षेत्र में काम करना चाहती हैं। इसके लिए वो मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री का आभार व्यक्त करते हैं। उन्होंने डॉक्टरों से अपील करते हुए कहा कि मरीजों के साथ अच्छे से पेश आएं, दवा के साथ अगर मरीज के साथ हमारा मानवता भरा व्यवहार रहता है तो उसको जल्दी स्वस्थ होने में मदद मिलती है।

 

*दूसरों की सेवा करना ही लक्ष्य -बंशीधर तिवारी*

सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने नेशनल डॉक्टर्स डे की शुभकामनायें देते हुए कहा कि डॉक्टरों के अच्छे व्यवहार से मरीजों की आधी बीमारी ठीक हो जाती है। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि जब सांसें उखड़ने लगती हैं, तो डॉक्टर ही भगवान के रूप में नजर आते हैं। डॉक्टरों के सेवाभाव को करीब से देखा है। डॉक्टरों की जिंदगी सात दिन और 24 घंटे की है। हर वक्त वह मरीजों के लिए जीते हैं। ऐसे जिंदगी बचाने वाले डॉक्टर को सलाम करता हूं।

 

*डॉक्टरों के समर्पण को सलाम*

निदेशक चिकित्सा शिक्षा व प्राचार्य दून मेडिकल कॉलेज ने कहा कि डॉक्टर दूसरों की सेवा करने का लक्ष्य लेकर काम करते हैं। उनकी यह सेवा सैकड़ों लोगों की चेहरे पर मुस्कान लाता है। यह सम्मान उन्हें हर कदम पर प्रोत्साहित करेगा। डॉक्टरों के समर्पण को सलाम है।

 

*मरीजों की सेवा करने के लिए ही जीते हैं कुछ डॉक्टर*

ललित जोशी ने कहा स्वस्थ जीवन हर किसी की प्रियोरिटी लिस्ट में टॉप पर होता है। उन्होंने कहा सेहत सबसे बड़ी पूंजी है, हेल्दी व्यक्ति ही लाइफ को सही तरह से एन्जॉय कर सकता है। इसमें डॉक्टर्स का रोल बहुत अहम होता है। छोटी बड़ी हर तरह की बीमारियों को डॉक्टर्स की मदद से ठीक किया जा सकता है। शायद इसलिए, इन्हें भगवान का दर्जा मिला हुआ है। हमारे समाज में बहुत से ऐसे डॉक्टर है, जो सिर्फ मरीजों की सेवा करने के लिए ही जीते हैं। तमाम डॉक्टर्स ऐसे हैं, जो छुट्टी के दिन भी मरीज के ऑपरेशन या इलाज के लिए संस्थान आते हैं। यहां तक, कि अगर मरीज के पास दवा लेने का पैसा नहीं होता है, तो वह मरीज को दवा खरीद कर भी देते हैं और पूरा इलाज का खर्चा भी खुद उठाते हैं। ऐसे डॉक्टरों को सम्मानित करते हुए गर्व की अनुभूति हो रही है।

 

*10 साल से जारी है संस्था का सफर*

विचार एक नई सोच सामाजिक संस्था के संरक्षक प्रदेश के प्रख्यात फिजिशियन डा. एसडी जोशी ने कहा कि उनकी संस्था राज्य के प्रत्येक जनपद के सूदरवर्ती क्षेत्रों का भ्रमण कर डॉक्टरों की कार्यशैली व सर्मपण को देखती है। उसके बाद मरीजों के फीडबैक के आधार पर सूची तैयार होती है। हमारा प्रयास रहता है कि पूर्ण सर्मपण व निष्ठा के साथ रात-दिन मरीजों की सेवा करने वाले डॉक्टरों को सम्मानित किया जाये।

 

*इनकी रही मौजूदगी*

कार्यक्रम में संस्था के अध्यक्ष अरूण चमोली, सचिव राकेश बिजल्वाण, वरिष्ठ पत्रकार अरूण शर्मा, मनोज इस्टवाल, गुणानंद जखमोला, अमित अमोली, रमन जयसवाल, हरीश कंडवाल, मुकेश कुकरेती, दयाशंकर पांडेय, उमाशंकर कुकरेती, अरूण पांडेय, रजनीश सैनी, प्रकाश भंडारी, संतोष थपलियाल, जगमोहन मौर्य, दीपक जुगरान, एसपी सती, नमित पराशर, अखिल, मोहन पुरोहित, आदि प्रमुख लोग मौजूद थे।

 

*इन 22 चिकित्सकों को किया गया सम्मानित*

01- डॉ संदीप टंडन, वरिष्ठ फिजीशियन, देहरादून।

02- डॉ वीएस टोलिया, एमबीबीएस, छाती रोग विशेषज्ञ,देहरादून।

03- डॉ अनिल आर्य, चर्म रोग विशेषज्ञ, कोरोनेशन जिला अस्पताल,

04- डॉ के.पी सिंह, वरिष्ठ सर्जन, जिला चिकित्सालय, उत्तरकाशी।

05- डॉ कमलेश भारती, वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ, देहरादून।

06- डॉ अमरनाथ पांडेय, वरिष्ठ फिजीशियन, मंहत इंद्रेश अस्पताल, देहरादून।

07- डॉ अमर उपाध्याय, हृदय रोग विशेषज्ञ, दून मेडिकल कॉलेज, देहरादून।

08- डॉ मंजीत सिंह, लोहाघाट, चंपावत।

09- डॉ अतुल उपाध्याय, एमडी, छाती रोग विशेषज्ञ, अगस्तमुनि, रूद्रप्रयाग।

10- डॉ गिरिजा शंकर जोशी, ऑर्थोपैडिक सर्जन, जिला चिकित्सालय, बागेश्वर

11- डॉ अमन सैनी, पैथोलॉजिस्ट, रूड़की, जनपद, हरिद्वाऱ।

12- डॉ सुभांकर अग्रवाल, जनरल सर्जन, जिला चिकित्सालय, रूद्रप्रयाग ।

13- डॉ विजय पांडेय, बाल रोग विशेषज्ञ, जिला चिकित्सालय, पिथौरागढ।़

14- डॉ शिवासीस पंत, दंत चिकित्सक, पिथौरागढ़।

15- डॉ आशीष परगंईं, हड्डी रोग विशेषज्ञ, बागेश्वर।

16- डॉ सचिन चौबे, आर्थोपेडिक सर्जन, राजकीय चिकित्सालय, श्रीनगर

17- डॉ वैभव विशाल, एमडी, जनरल सर्जन,अगस्तमुनि, जनपद रूद्रप्रयाग।

18- डॉ अजय कुमार, एमडी जनरल मेडिसन, जिला चिकित्सालय, चंपावत

19- डॉ जया नवानी, मानसिक रोग विशेषज्ञ, दून मेडिकल कॉलेज,

20- डॉ तरूण जोशी, दंत चिकित्सक, दुगडडा, पौड़ी गढ़वाल

21- डॉ अंकुर ठाकुर, हड्डी रोग विशेषज्ञ, रूद्रप्रयाग।

22- डॉ अंकुर पांडेय, फिजिशियन, दून मेडिकल कॉलेज, देहरादून।

 

 

*इन 13 संस्थाओं के प्रतिनिधियों को किया गया सम्मानित*

स्वास्थ्य सेवाओं में उल्लेखनीय कार्य कर रही 13 संस्थाओं के प्रतिनिधियों को भी इस मौके पेर सम्मानित किया गया। उपनिदेशक सूचना व पी.आर.एस.आई देहादून चैप्टर के अध्यक्ष रवि बिजारिया, मैसकॉट हैल्थ कंपनी की एक्सक्यूजिटिव डॉयरेक्टर कशिश कुकरेजा, उत्तराखंड श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के अरूण शर्मा, रंत रैबार संस्था के अमित अमोली, आकाश शिक्षा एवं सांस्कृतिक विकास समिति के घनश्याम चंन्द्र जोशी, फ्यूजन होटल इंस्टीयूूट ऑफ मैनेजमैंट संस्थान के अरूण चमोली, कलर्ड चैकर्स फिल्म एंड इंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड के वैभव गोयल, सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज के ललित जोशी, उत्तरजन टुडे परिवार के गुणानंद जखमोला, अमोलाज रेस्टोरेंट के जय प्रकाश अमोला, लाइफ केयर पैथोलॉजी सेंटर के राजेश रावत को सम्मानित किया गया।

हिंदुओं को हिंसक बताने के लिए राहुल देश से मांगे माफी: भट्ट

सनातन के अपमान पर देवभूमिवासी उपचुनाव में सिखाएंगे कांग्रेस को सबक

 

देहरादून 1 जुलाई। भाजपा ने सदन में राहुल गांधी के हिंदुओं को हिंसक बताने वाले बयान की कड़ी आलोचना करते हुए देश की जनता से सार्वजनिक माफी की मांग की हैं।

 

प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट ने कहा कि जिस तरह उन्होंने सनातन का अपमान करने और योजनाओं पर झूठ परोसने के लिए सदन का दुरुपयोग किया, उसका जवाब देवभूमि की जनता बद्रीनाथ और मंगलोर के उपचुनावों में कांग्रेस को बुरी तरह पराजित कर देने वाली है।

 

श्री भट्ट द्वारा जारी बयान में कहा गया कि जिस तरह राहुल ने सदन के पटल पर हिंदू समाज को हिंसा करने वाला, नफरत फैलाने और असत्य कहने वाला बताया गया, वह पूरी तरह कांग्रेस की सनातन विरोधी सोच एक बार पुनः उजागर करता है। इससे पूर्व भी वे मंदिर जाने वालों को लड़की छेड़ने वाला बताते थे, उनकी पार्टी और सहयोगी पार्टी के नेता लगातार सनातन के अपमान और उसे समाप्त करने का आह्वाहन करते रहते हैं । लेकिन सर्वाधिक आपत्तिजनक यह है कि इस बार हिंदुओं के लिए अपमानजनक शब्दावली का उपयोग लोकतंत्र के पवित्र मंदिर में किया गया। उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस को हिंदुओं से नफरत होगी, लेकिन देश में करोड़ों लोग गर्व से स्वयं को हिंदू कहते हैं ।

 

उन्होंने कहा कि अग्निवीर, कृषि आंदोलन समेत अनेकों योजनाओं को लेकर राहुल का तथ्यहीन आरोप लगाना बेहद निंदनीय हैं। अफसोस जो झूठ और भ्रम वह चुनाव के समय सड़कों पर फैलाते रहे, उसको और फैलाने के लिए उन्होंने सदन के मंच का दुरुपयोग किया। उन्हे इस पूरे मुद्दे पर राहुल गांधी को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।

 

भट्ट ने कहा कि सनातन के इस अपमान और गलतबयानी का करारा जबाब देवभूमि की सनातन प्रेमी एवं राष्ट्रवादी जनता उन्हे देने जा रही हैं। कांग्रेस नेता और उनकी पार्टी की हिंदू विरोधी मानसिकता के प्रतिकार की शुरुआत श्री बद्रीनाथ धाम विधानसभा के धर्मपरायण मतदाता करने वाले हैं । उनके उम्मीदवार की जमानत जब्त करवाकर वहां की जनता कांग्रेस आलाकमान को कड़ा संदेश देगी । ठीक इसी तरह मंगलौर की जनता भी विकास की संभावना और सनातन के सम्मान के पक्ष में वोट कर, कमल खिलाना अब पूरी तरह तय हो गया है।

आपदा प्रबंधन में वित्तीय अनियमितताओं की वजह से दिये जा रहे नोटिस: चौहान

धामी की जीरो टॉलरेंस की नीति से भ्रष्टाचार मे लिप्त लोगों मे हड़कंप

 

देहरादून। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस आपदा प्रवंधन विभाग मे इस्तीफे को लेकर चिंता जता रही है, लेकिन हकीकत यह है कि यह सरासर विभागीय भ्रष्टाचार से जुड़ा मामला है और कांग्रेस अपने स्वभाव के अनुरूप तूल दे रही है।

चौहान ने कहा कि आपदा प्रबंधन में अनियमितताओं की उच्च स्तरीय जांच हुई थी और अब उसकी रिपोर्ट भी आ गयी है। विभागीय कर्मियों पर वित्त विभाग की अनुमति के बिना एलआईसी की ग्ग्रेच्युटी लेने का आरोप है। जबकि यह सेवा काल पूरी होने के बाद ही लिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अगर, शासन द्वारा आरोपी अधिकारियों को नोटिस दिया जाता है तो इसमें गलत कहाँ है।

 

उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन हो या कोई भी अन्य विभाग हर जगह जीरो टॉलरेंस की नीति बेहतर ढंग से कार्य करेगी। किसी को भी अनियमितता की छूट नही दी जा सकती। उन्होंने कहा कि कांग्रेस महज आरोप प्रत्यारोप की राजनीति के सहारे चल रही है। कर्मियों से उनका पक्ष पूछने का मतलब किसी कंपनी को लाभ पहुंचाने का आरोप हास्यास्पद है।

 

चौहान ने दावा किया कि सीएम पुष्कर सिंह धामी की कड़ी जीरो टॉलरेंस की नीति के चलते भ्रष्टाचार मे लिप्त लोगों मे हड़कंप हैं और वह बहाने तलाश रहे है। भर्ती घोटाले हों या लैंड फ्राड अथवा अन्य किसी भी मामले में जिस तरह से धामी सरकार ने क्विक एक्शन लिया उसकी देश भर मे चर्चा है। आरोपी कितना ही रसूखदार क्यों न हो उसे कानून के दायरे मे आना होगा। इसके लिये जांच एजेंसियां भी दबाव मुक्त कार्य कर रही है। आज आम लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए सेवा पोर्टल सहित सीएम खुद मॉनिटरिंग और लोगों से वार्ता कर रहे हैं। राज्य मे पारदर्शिता युक्त भाजपा की सरकार है कांग्रेस को यह समझने की जरूरत है।

 

 

सी.एम हेल्पलाईन पर लंबित शिकायतों का आगामी 15 दिनों में सकारात्मक निवारण किया जाए- मुख्यमंत्री

 

*पिछले एक माह से सी.एम. हेल्पलाईन पर लॉगिन न करने वाले अधिकारियों पर कारवाई की जाए।*

 

*शिकायतकर्ताओं से नियमित संवाद करें अधिकारी।*

 

*रोस्टर बनाकर बीडीसी की बैठकों का नियमित आयोजन किया जाए।*

 

*तहसील दिवस पर शिकायतों के निस्तारण सबंधी जानकारी मुख्यमंत्री जन-समर्पण तहसील दिवस पोर्टल पर भी नियमित अपलोड किया जाए।*

 

*मुख्यमंत्री ने सीएम हेल्पलाईन पर शिकायत करने वाले 07 शिकायतकर्ताओं से की फोन पर की बातचीत।*

 

*मुख्यमंत्री ने सी.एम. हेल्पलाईन के व्हाट्सएप चैटबोट का भी शुभारंभ किया।*

 

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली स्थित उत्तराखण्ड सदन से वर्चुअल माध्यम से सी.एम. हेल्पलाईन की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि सी.एम हेल्पलाईन पर आयी सभी शिकायतों का समयबद्धता से निस्तारण किया जाए। आगामी 15 दिनों में लंबित शिकायतों का सकारात्मक निवारण किया जाए। उन्होंने सख्त निर्देश दिये हैं कि जिन अधिकारियों ने पिछले एक माह में सी.एम हेल्पलाईन पोर्टल में लॉगइन नहीं किया है, संबंधित विभागीय शीघ्र उन अधिकारियों का यथाशीघ्र स्पष्टीकरण लें। यदि स्पष्टीकरण में संतोषजनक कारण नहीं बताया जाता है, तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कारवाई की जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में विभागों की कार्य के प्रति इस प्रकार की शिथिलता पाये जाने पर संबंधित विभागीय सचिव एवं विभागाध्यक्ष की भी जिम्मेदारी तय की जायेगी। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि ब्लॉक लेबल अधिकारी से विभागीय सचिव तक सभी अधिकारी जन शिकायतों के समाधान के लिए शिकायतकर्ताओं से स्वयं नियमित संवाद करें। उन्होंने कहा कि संवाद से समरसता के भाव से कार्य करें।

 

मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि अपने जनपदों में प्रत्येक ब्लॉक में आयोजित होने वाली बीडीसी की बैठकों के लिए रोस्टर बनाया जाए। इन बैठकों में विकास से संबंधित विभागीय अधिकारियों और रेखीय विभागों के अधिकारियों की शत प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करवाई जाय। बीडीसी की बैठकों में जनपद स्तरीय अधिकारियों की ड्यूटी का भी रोस्टर बनाकर उन्हें बैठकों में भेजा जाए। जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी भी प्रयास करें कि वे हर बीडीसी बैठक में रहें। मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि तहसील दिवस का नियमित आयोजन किया जाए। जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी और जनपदों के अन्य वरिष्ठ अधिकारी तहसील दिवस में नियमित प्रतिभाग कर जन संमस्याओं का समाधान करें। तहसील दिवस पर शिकायतों के निस्तारण सबंधी जानकारी मुख्यमंत्री जन-समर्पण तहसील दिवस पोर्टल पर भी नियमित अपलोड किया जाए।

 

180 दिनों से अधिक समय से लंबित शिकायतों पर मुख्यमंत्री ने नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने संबंधित विभागीय सचिवों को निर्देश दिये कि इन शिकायतों का जल्द समाधान किया जाए। इन शिकायतों में जो शिकायतें मांग से संबंधित हैं, उनका अलग से उल्लेख किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिकायतों को क्लोज करना उद्देश्य न हो, बल्कि शिकायतों का समाधान किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सीएम हेल्पलाईन मॉड्यूल के हिसाब से नियमित प्रशिक्षण कराया जाय। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि प्रशिक्षण में संबंधित अधिकारी स्वयं उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी विभागीय सचिव और विभागाध्यक्ष प्रत्येक माह के द्वितीय सप्ताह में सीएम हेल्पलाईन-1905 की विभागीय समीक्षा करें और शिकायतों का त्वरित निस्तारण करें। सभी विभागों द्वारा समीक्षा बैठकों का कार्यवृत्त नियमित पोर्टल पर अपलोड किया जाए।

 

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने सी.एम. हेल्पलाईन पर प्राप्त हुई शिकायतों के शिकायतकर्ताओं से फोन से वार्ता की। जिन 07 शिकायतकर्ताओं से मुख्यमंत्री ने वार्ता की उनमें से 03 शिकायतकर्ताओं की समस्या का समाधान किया जा चुका है, जबकि 04 शिकायर्ताओं की समस्याओं का शीघ्र समाधान किये जाने का आश्वासन मुख्यमंत्री ने दिया।

 

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सी.एम. हेल्पलाईन के व्हाट्सएप चैटबोट का भी शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सी.एम हेल्पलाईन के विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जाए।

 

बैठक में मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव श्री आर. के सुधांशु, सचिव श्री आर. मीनाक्षी सुंदरम, श्री शैलेश बगोली, श्री दिलीप जावलकर, श्री विनय शंकर पाण्डेय, श्री रंजीत सिन्हा, श्री बृजेश कुमार संत, डॉ. आर. राजेश कुमार, श्री विनोद कुमार सुमन, निदेशक आई.टी.डी.ए. श्रीमती नितिका खण्डेलवाल, सभी विभागों के विभागाध्यक्ष और वर्चुअल माध्यम से सभी जिलाधिकारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापू राम मोहन नायडू से की भेंट

 

*-पंतनगर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के संबंध में अनुमोदन प्रदान करने का किया अनुरोध*

 

*-जौलीग्रांट एयरपोर्ट के विस्तारीकरण हेतु वन विभाग की भूमि के हस्तांतरण के संबंध में वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से अनुरोध करते हुए विस्तारीकरण की अनुमति प्रदान करने का भी किया अनुरोध*

 

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्री श्री किंजरापू राम मोहन नायडू से शिष्टाचार भेंट कर केंद्रीय मंत्री, नागरिक उड्डयन मंत्रालय के दायित्व का कार्यभार ग्रहण करने पर बधाई और शुभकामनाएं प्रदान की।

 

मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण से पंतनगर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण की कार्यवाही शीघ्रातिशीघ्र शुरू करने के संबंध में अनुमोदन प्रदान कर सम्बंधित को निर्देशित करने का अनुरोध किया।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के जनपद उधमसिंहनगर के पंतनगर में स्थित रनवे छोटा होने के कारण इस एयरपोर्ट पर बड़े वायुयानों को उतारना संभव नहीं हो पा रहा है, जिसके लिए रनवे को बढ़ा कर एयरपोर्ट का विस्तारीकरण किया जाना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एयरपोर्ट के रनवे की लंबाई वर्तमान में 1372 मीटर है जिसे बढ़ाकर 3000 मीटर किया जाना है।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि एयरपोर्ट के विस्तारीकरण हेतु राज्य सरकार द्वारा वर्तमान में विभिन्न विभागों तथा राष्ट्रीय राजमार्ग सिडकुल की कुल 804.0162 एकड़ अथवा 325.5126 हैक्टेएयर भूमि अधिग्रहण की जा चुकी है। जिसमें से 212.4868 (524.78 एकड़) भूमि नागरिक उड्डयन विभाग के नाम हस्तान्तरित की जा चुकी है।

 

मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से देहरादून स्थित जॉलीग्रांट एयरपोर्ट के विस्तारीकरण हेतु वन विभाग की 87.0815 हेक्टेयर भूमि के हस्तातंरण के संबंध में वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से अनुरोध करते हुए विस्तारीकरण पर कार्य शुरू करने की अनुमति प्रदान करने का भी अनुरोध किया।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि जौलीग्रांट एयरपोर्ट से काठमांडू(नेपाल) के लिए वायुयान सेवा संचालित किए जाने के लिए निविदा की कार्यवाही पूर्ण की जा चुकी है। जिसके दृष्टिगत जौलीग्रांट एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा का दर्जा देने की कार्यवाही को गति देने की नितांत आवश्यकता है।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि वन विभाग की 87.0815 हेक्टेयर भूमि को एयरपोर्ट के विस्तारीकरण हेतु माननीय उच्च न्यायालय द्वारा पारित निर्णय के अनुसार नागरिक उड्डयन मंत्रालय को हस्तांतरित करने में कोई अवरोध नहीं है।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि विस्तारीकरण हेतु एयरपोर्ट सीमा से लगी एनटीआरओ की परिधि में आने वाली भूमि के लिए अनापत्ति की कार्यवाही गतिमान है।

 

मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से केदारनाथ धाम और देहरादून के सहस्त्रधारा हेलिड्रोम पर एटीसी की स्थापना के सम्बंध में अनुरोध करते हुए अवगत कराया कि वर्तमान में उत्तराखंड के तीन हवाई अड्डे हैं जहां VHF संचार सहित वायु यातायात सेवा उपलब्ध हैं। हालांकि VHF

संचार व्यवस्था एक लाइन ऑफ साइट कम्युनिकेशन व्यवस्था होने तथा राज्य की पर्वतीय भौगोलिक परिस्थितियों के कारण उत्तराखंड के अधिकांश क्षेत्र अभी भी इस व्यवस्था से आच्छादित नहीं हो पाए हैं। इसके मद्देनजर श्री केदारनाथ धाम और सहस्त्रधारा हेलिड्रोम में वायु यातायात नियंत्रण स्थापित किया जाए।

 

मुख्यमंत्री द्वारा अवगत कराया गया कि राज्य के सीमावर्ती शहर पिथौरागढ़ के लिए अलायन्स एयर द्वारा द्वारा उत्तराखंड एयर कनेक्टिविटी स्कीम के अंतर्गत दिल्ली-पिथौरागढ़-दिल्ली उड़ान संचालन हेतु सहमति हो गई है। राज्य सरकार द्वारा हवाई अड्डे के लिए 2 सी श्रेणी का लाइसेंस प्राप्त किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एटीआर 42 विमानों के संचालन हेतु पायलट्स के लिए सिम्युलेटर ट्रेनिंग आवश्यक है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री से अलायन्स एयर को सिम्युलेटर ट्रेनिंग प्रक्रिया शीघ्र आरंभ करने हेतु सम्बंधित विभाग को निर्देशित करने का अनुरोध किया गया।

लैब्स ऑन व्हील्स’’ मोबाइल सांइस लैब प्रोजेक्ट चार जिलों में आरम्भ किया जाएगा-मुख्य सचिव

*राज्य सरकार एवं यूकॉस्ट परिषद की महत्वकांक्षी परियोजना*

*राज्य के कक्षा 6 से 10 तक के विद्यार्थियों में विज्ञान, टेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग तथा गणित विषयों में क्रियात्मक ज्ञान की वृद्धि हेतु 13 जिलों में लैब्स ऑन व्हील्स प्रोजेक्ट के तहत मोबाइन साइंस लैब संचालित करने की योजना*

*मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने राज्य में बालिकाओं को विज्ञान शिक्षा से जोड़ने के लिए विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए*

सीएस श्रीमती राधा रतूड़ी ने प्रोजेक्ट ‘‘लैब्स ऑन व्हील्स’’ मोबाइल सांइस लैब प्रोजेक्ट की डैशबोर्ड के माध्यम से नियमित मॉनिटरिंग के निर्देश दिए हैं। उन्होंने महानिदेशक शिक्षा को इस सम्बन्ध में सभी विद्यालयों को निर्देश जारी करने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने राज्य के ग्रामीण एवं सुदूर पर्वतीय क्षेत्रों के विद्यालयों में विज्ञान प्रयोगशालाओं की मजबूती तथा विज्ञान व शिक्षा को जोड़ने वाले प्रोजेक्ट ‘‘लैब्स ऑन व्हील्स’’ मोबाइल सांइस लैब की समीक्षा के दौरान प्रथम चरण में चम्पावत, अल्मोड़ा, देहरादून एवं पौड़ी में इसे संचालित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इस प्रोजेक्ट के तहत विज्ञान शिक्षा हेतु बालिकाओं को विशेष रूप से प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए हैं। शासन द्वारा प्रोजेक्ट ‘‘लैब्स ऑन व्हील्स’’ मोबाइल सांइस लैब के लिए 5 करोड़ की धनराशि निर्गत की गई है। राज्य के कक्षा 6 से 10 तक के विद्यार्थियों में विज्ञान, टेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग तथा गणित विषयों में क्रियात्मक ज्ञान की वृद्धि हेतु 13 जिलों में लैब्स ऑन व्हील्स प्रोजेक्ट के तहत मोबाइन साइंस लैब संचालित की जाएगी। आरम्भ में चम्पावत, अल्मोड़ा, देहरादून एवं पौड़ी चार जिलों में छः माह तक कार्यक्रम के सफल संचालन के बाद सभी जनपदों में इस प्रोजेक्ट को संचालित किया जाएगा।

 

मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने निर्देश दिए हैं कि प्रोजेक्ट लैब्स ऑन व्हील्स के तहत मोबाइल सांइस लैब के माध्यम से राज्य के ग्रामीण एवं सुदूर पर्वतीय क्षेत्रों के विद्यालयों में विज्ञान प्रयोगशालाओं का सुदृढ़ किया जाए तथा विज्ञान एवं शिक्षा को पूरक बनाने के साथ-साथ विज्ञान को लोकप्रिय बनाने व विज्ञान संचार गतिविधियों को बढ़ावा देने की दिशा में कार्य किया जाए। उन्होंने विद्यार्थियों में व्यवहारिक प्रदर्शनों/मॉडलों गतिविधियों और प्रदर्शनों के माध्यम से जीव विज्ञान, रसायन विज्ञान, भौतिक और गणित पाठयक्रम में अनुभावत्मक कौशल विकसित करने तथा व्यवहारिक शिक्षा को प्रोत्साहित करने के भी निर्देश दिए हैं।

 

मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने लैब्स ऑन व्हील्स के तहत राज्य के दुर्गम एवं ग्रामीण पर्वतीय क्षेत्रों में छात्र-छात्राओं हेतु साइंस फिल्मों के प्रदर्शन, टेलिस्कॉप से लाइव स्काई ऑब्जर्वेशन, विज्ञान मेलों एवं वर्कशॉप का आयोजन, नवाचार मेलों का आयोजन एवं शिक्षकों हेतु प्रशिक्षण एवं कार्यशालाओं के आयोजन के निर्देश दिए हैं।

 

राज्य सरकार एवं यूकॉस्ट परिषद की महत्वकांक्षी परियोजना लैब्स ऑन व्हील्स मोबाइल सांइस लैब हेतु अगस्तया फाउडेशन बेंगलुरू का सहयोग लिया जा रहा है।

 

बैठक में अपर सचिव श्रीमती रंजना राजगुरू, महानिदेशक श्री बंशीधर तिवारी, यूकॉस्ट महानिदेशक प्रो0 दुर्गेश पंत व अगस्तया फाउण्डेशन के संस्थापक उपस्थित रहे।

बिरला का लोकसभा अध्यक्ष बनना, जनमत पर संसद की पहली मुहर : भट्ट* 

 

 

*आपातकाल की चर्चा पर सदन में हंगामा, विपक्ष का लोकतंत्र विरोधी चरित्र : भट्ट*

 

*संविधान की प्रति हाथ में लेकर ड्रामा करने वालों ने ही इमरजेंसी लगाकर लोकतंत्र का गला घोटने का पाप किया था : भट्ट*

 

देहरादून 26 जून। भाजपा ने ओम बिरला के दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष बनने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए जीत का सिलसिला बनाए रहने का दावा किया है। प्रदेश अध्यक्ष एवम राज्यसभा सांसद श्री महेंद्र भट्ट ने आपातकाल के मुद्दे पर चर्चा के दौरान हुए सदन में हुए विपक्षी हंगामे की कड़ी निंदा करते हुए, इसे संविधान की प्रति हाथ में लेकर ड्रामा करने वालों का असल लोकतंत्र विरोधी चरित्र बताया । साथ ही तंज किया कि संविधान बचाने पर भ्रम फैलाने वालों ने ही 50 वर्ष पहले आपातकाल लगाकर लोकतंत्र का गला घोटने का काम किया था।

 

उन्होंने 18 वी लोकसभा की कार्यवाही को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए हुए श्री ओम बिरला को लगातार दूसरी बार अध्यक्ष बनने पर बधाई दी हैं । एनडीए उम्मीदवार के तौर पर ध्वनिमत से हासिल हुई इस जीत को उन्होंने जनमत पर संसद की पहली मुहर बताया। साथ ही विपक्ष पर तंज किया कि कल तक लोकतंत्र की नैतिक परंपराओं को दरकिनार कर अपना उम्मीदवार खड़ा करने वालों की पोल आज खुलने से बच गई । अन्यथा अध्यक्ष चुनाव में वोटिंग होती तो इंडी गठबंधन की संख्या 235 से घटकर 200 से नीचे भी जाना तय था । उन्होंने सुझाव दिया कि अब तो राहुल समेत सभी विपक्षी नेताओं को चुनावों में मिली अपनी हार स्वीकार करते हुए अब सदन में रचनात्मक सहयोग देना चाहिए ।

 

साथ ही उन्होंने सदन के अंदर लोकसभा अध्यक्ष द्वारा आपातकाल को लेकर प्रस्ताव लाने का स्वागत करते हुए कहा, लोकतंत्र की रक्षा और सम्मान के लिए देशवासियों के सामने लोकतंत्र कुचलने की कोशिशों की चर्चा बेहद आवश्यक हैं । जो लोग संविधान और लोकतंत्र समाप्त होने पर भ्रम फैलाकर अपनी राजनैतिक रोटियां सेक रहे हैं, उनको भी अहसास होना चाहिए कि लोकतंत्र और अभिव्यक्ति का गला घोटना कैसा होता है। लेकिन आपातकाल के काले इतिहास पर सदन में चर्चा से उन्हे अपनी पोल खुलने का अहसास था । यही वजह है कि इस महत्वपूर्ण अवसर पर लोकतंत्र के मंदिर में इमरजेंसी पर चर्चा और इस दौरान जान गंवाने वाले आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि देने के बजाय विपक्ष को हंगामा करना उचित लगा। उन्हे मालूम था कि संविधान की जिन प्रतियों को वे अपने साथ लेकर चल रहे हैं, उनका सर्वाधिक अपमान और समाप्त करने की कोशिश तो स्वयं उनकी सरकारों ने 50 वर्ष पहले आपातकाल लागू कर किया था । जिसमे लाखों लोगों को जेल में ठूंस दिया गया, पत्रकारिकता ही नही न्यायालय पर भी इमरजेंसी लगाई, आम लोगों के अधिकार छीन लिए गए, सैकड़ों लोगों ने इमरजेंसी के खिलाफ आंदोलन में अपनी जान गंवाई । यही वजह है, आपातकाल लागू करने के पाप की दोषी, कांग्रेस के सांसदों ने सदन में हंगामा किया । उन्होंने कटाक्ष किया कि जिस तरह कांग्रेस का आईने से मुंह फेरने मात्र से उनके चेहरे के दाग नहीं दूर हो सकते हैं ठीक उसी तरह संविधान बचाने का ड्रामा करने से जनता का विश्वास नही जीता जा सकता है।

 

 

पीएम से सीएम की विकास के मुद्दों पर चर्चा राज्य हित के प्रति प्रतिबद्धता: कोठारी

 

 

  • भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्यवाही पारदर्शिता के लिए जरूरी

 

देहरादून 25 जून। भाजपा ने सीएम पुष्कर सिंह धामी की पीएम से मुलाकात और विभिन्न योजनाओं पर हुई चर्चा को भाजपा ने डबल इंजन सरकार की राज्य के विकास को लेकर प्रतिबद्धता बताया हैं ।

 

भाजपा प्रदेश महामंत्री श्री आदित्य कोठारी ने स्वागत करते हुए विश्वास जताते हुए सीएम के अनुरोध पर शीघ्र अमल होने का भरोसा जताया। वहीं भ्रष्टाचार के खिलाफ जारी कार्यवाही को करप्शन फ्री स्टेट बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया।

 

उन्होंने प्रशंसा करते हुए कहा, पीएम मोदी से मुख्यमंत्री धामी की औपचारिक मुलाकात में विकास योजनाओं की चर्चा होना, दोनों की राज्य को लेकर प्रतिबद्धता को दर्शाता है। राज्य हित में जिन लम्बित जल विद्युत परियोजनाओं के निर्माण हेतु अनुरोध किया गया वे क्षेत्र के विकास और ऊर्जापूर्ति के लिए बहुत आवश्यक है। इसी तरह विकास की योजनाओं में वृक्षों का प्रबंधन बड़ी बाधा बनता है, लिहाजा निर्माण कार्यों के प्रभावी क्रियान्वयन में क्षतिपूरक वृक्षारोपण हेतु वन भूमि हस्तान्तरण को व्यवहारिक बनाने की चर्चा होने में एक उम्मीद की किरण दिखाई देती है। इसी तरह चाहे मानसखण्ड मन्दिर माला मिशन में सहायता के लिए अनुरोध की बात हो, चाहे प्रस्तावित 3 टनल परियोजनाओं के लिए किया अनुरोध हो, सभी प्रदेश के विकास के प्रति डबल इंजन की सरकार प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

 

उन्होंने राज्य कर सहायक आयुक्त की गिरफ्तारी को भ्रष्टाचार पर जारी धामी सरकार का प्रचंड प्रहार बताया। इस तरह के जो भी प्रकरण सामने आए हैं उसपर त्वरित एवं कठोर कार्यवाही का होना पार्टी की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की इस नीति का हिस्सा बताया। साथ ही भ्रष्टाचार की रोकथाम के लिए टोल फ्री 1064 नंबर भी जारी किया गया है। जिस पर आने वाली शिकायतों पर कठोरतम कार्यवाही की जा रही हैं । उन्होंने विश्वास दिलाया कि जनसहयोग से मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड, करप्शन फ्री स्टेट की और अग्रसर हो रहा है।

मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने जाली प्रमाण-पत्रों के मामलों में कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए

 

*आम जनता के लिए जन्म-मृत्यु पंजीकरण की प्रक्रिया अत्यन्त सरल बनाने के भी निर्देश जारी*

 

 

मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने जाली प्रमाण-पत्रों के मामलों में कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। सीएस ने आम जनता के लिए जन्म-मृत्यु पंजीकरण की प्रक्रिया अत्यन्त सरल बनाने के निर्देश दिए हैं ताकि आमजन को प्रमाण पत्र हेतु इधर उधर न भटकना पड़े। श्रीमती राधा रतूड़ी ने अधिकारियों को हिदायत दी कि जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र भारत सरकार व राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं जैसे स्कूल में दाखिला लेने, विधवा पेंशन प्राप्त करने, जीवन बीमा की राशि प्राप्त करने आदि के लिए एक महत्वपूर्ण दस्तावेज़ हैं, जिसे प्राप्त करने के लिए कभी कभी परिवार जालसाजों के झांसे में आकर मोटी धनराशि के बदले जाली प्रमाणपत्र प्राप्त कर लेते हैं तथा बाद में उन्हें कठिनाई का सामना करना पड़ता है। इसके अतिरिक्त जन्म मृत्यु पंजीकरण की भारत सरकार की अधिकारिक वेबसाइट से बहुत सी मिलती जुलती जाली वेबसाइट के मामले भी संज्ञान में आए हैं।

 

 

मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने आम जनता से भी अपील की है कि जनता इस प्रकार के जालसाजों से सचेत रहे तथा प्रमाण पत्र बनवाने के लिए अपने क्षेत्र के रजिस्ट्रार से ही संपर्क करें। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा जन्म -मृत्यु पंजीकरण के फर्जी मामलों की रोकथाम तथा आम जनता हेतु पंजीकरण प्रक्रिया को सरल एवं सुदृढ़ बनाने के लिए भारत सरकार द्वारा एक नया सुदृढ़ पोर्टल (dc. crsorgi.gov.in) लॉंच कर दिया गया है। इसके माध्यम से परिवार का कोई भी सदस्य पोर्टल पर अपनी आई0 डी0 बनाकर परिवार में होने वाले जन्म या मृत्यु के पंजीकरण के लिए घर बैठे ही आवेदन कर सकता है। इसके लिए उसे केवल एक ईमेल एवं एक मोबइल नंबर की आवश्यकता होगी। आवेदन पश्चात् आवेदक किसी भी समय अपने आवेदन की स्थिती को भी देख सकता है। सम्बंधित रजिस्ट्रार द्वारा आवेदन के साथ संलग्न दस्तावेजों से संतुष्ट होने पर आवेदन को स्वीकार कर लिया जाता है तथा डिजिटल प्रमाण पत्र जारी कर दिया जाता है। जारी किये गए इस डिजिटल प्रमाण पत्र की एक प्रति आवेदक द्वारा दिए गए ईमेल आई डी पर भी तत्काल ही उपलब्ध हो जाती है, जिसे वह किसी भी समय डाउनलोड कर उसका उपयोग कर सकता है। मुख्य सचिव द्वारा इस बात पर विशेष जोर दिया गया कि चूँकि यह कार्य आम जनता के लिए ही है अतः जनता के बीच इसका उचित प्रचार प्रसार आवश्यक है, जिसके लिए संबंधित विभाग को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए गए।

 

 

सोमवार को सचिवालय में मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने राज्य में चल रहे जन्म -मृत्यु पंजीकरण कार्य की सभी संबंधित विभागों के साथ समीक्षा की।

बैठक में प्रमुख सचिव, सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, जनगणना निदेशक, अपर सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा स्वास्थ्य निदेशालय, पंचायती राज, राजस्व विभाग, शहरी विकास, उत्तराखंड मेडिकल काउंसिल, अर्थ एवं संख्या निदेशालय एवं जनगणना कार्य निदेशालय, भारत सरकार आदि के अधिकारी भी उपस्थित रहे।