Saturday, September 13, 2025
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श्री केदारनाथ मंदिर प्रांगण में लगी एलसीडी टीवी

11 वें ज्योतिर्लिंग श्री केदारनाथ में दर्शन को देश- दुनियां से पहुँच रहे श्रद्धालुओं को भगवान शिव की महिमा का वर्णन अब मंदिर प्रांगण में भी होगें। जिला प्रशासन की पहल पर जिला पर्यटन विभाग के माध्यम से केदारपुरी सहित केदारनाथ यात्रा मार्ग में एलसीडी टीवी लगवाए जा हैं। इसी क्रम में मंदिर प्रांगण में 10×20 फीट का बड़ा एलसीडी टीवी लगाया गया है। बाबा केदारनाथ के दर्शनों का इंतजार कर रहे एवं मंदिर प्रांगण में खड़े श्रद्धालुओं को एलसीडी टीवी पर भगवान शिव की कथाएं एवं महिमाओं का दर्शन होगा। इसके अलावा टीवी पर स्वास्थ्य एवं यात्रा से जुड़ी गाइडलाइंस भी प्रसारित की जाएंगी। इसी प्रकार एक बड़ी टीवी सोनप्रयाग में लगवाया जा रहा है। इससे पहले आस्था पथ पर 55 इंच के 10 एलसीडी टीवी आस्था पथ पर लगाए जा चुके हैं।

 

मुख्यमंत्री धामी ने कैंचीधाम में जुटी रिकॉर्ड भीड़ प्रबंधन से दिया सुगम यात्रा का संदेश

*कैंचीधाम महोत्सव में बाबा के दर्शन को पहली बार जुटे रिकॉर्ड ढ़ाई लाख से ज्यादा श्रद्धालु*

 

*हल्द्वानी से कैंचीधाम तक सरकार द्वारा संचालित 460 वाहनों की शटल सेवाओं से श्रद्धालुओं ने की सुरक्षित आवाजाही*

 

*22 मजिस्ट्रेटों को महोत्सव के दौरान दी गई 49 व्यवस्थाओं की बड़ी जिम्मेदारी*

 

*परिवहन और पुलिस के 50 से ज्यादा अफसरों ने खुद संभाली यातायात व्यवस्था*

 

*24 छोटे-बड़े पार्किंग स्थल, 7 पानी के टैंकर और 6 मोबाइल शौचालय की थी सुविधाएं*

 

देहरादून। कैंचीधाम में बाबा नीब करौरी के 60वें जन्ममहोत्सव के सफल संचालन से सरकार ने सुगम, सुरक्षित और सुव्यवस्थित यात्रा का संदेश दिया है। महोत्सव में पहली बार रिकॉर्ड ढ़ाई लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के पहुंचने पर सरकार ने ठोस प्रबंधन की नजीर पेश की है। खासकर दर्शन से लेकर श्रद्धालुओं से जुड़ी हर सुविधा और व्यवस्था का देश-दुनिया में देवभूमि के प्रति सुगम यात्रा का संदेश गया है।

 

इस साल बाबा नीब करौरी के जन्ममहोत्सव पर आयोजित कैंचीधाम महोत्सव ने श्रद्धालुओं की दर्शन को जुटी भीड़ से लेकर व्यवस्थाओं ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। खासकर यात्रा में देश-विदेश से जुटने वाली भीड़ को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खुद व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग की। नतीजन, रिकॉर्ड भीड़ के बावजूद हर श्रद्धालुओं ने बाबा के सुगम दर्शन किए और सुरक्षित यात्रा के साथ वापस लौटे। सरकार ने महोत्सव के दौरान पिछले सालों में हुई अव्यवस्थाओं को देखते हुए इस बार ठोस प्लान तैयार किया था। खुद मुख्यमंत्री धामी ने प्लान की नजदीकी से मॉनिटरिंग की। इसके लिए हल्द्वानी से कैंचीधाम तक करीब 45 किमी हिस्से में अलग अलग 49 व्यवस्थाओं के लिए 22 मजिस्ट्रेटों को जिम्मेदारी दी थी। जबकि हल्द्वानी बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन से कैंचीधाम दर्शन को आने जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए करीब 460 बसें और टैक्सी की शटल सेवा शुरू की गई थी। इसके लिए किराया भी 100 रुपये प्रति सवारी तय किया गया था। इससे श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की असुविधा नहीं हुई। साथ ही हल्द्वानी, भवाली, भीमताल और कैंचीधाम तक 24 स्थानों पर छोटी-बड़ी पार्किंग बनाई गई थी। इन पार्किंग स्थल से कैंचीधाम तक पैदल जाने के लिए सुरक्षित रास्तों से श्रद्धालुओं को आवाजाही कराई गई। इस दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा को 7 पानी के टैंकर, 6 मोबाइल शौचालय, मेडिकल टीमें समेत अन्य जरूरी व्यवस्थाएं की गई थी। यही कारण रहा कि पहली बार रिकॉर्ड श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने के बावजूद सरकार के कुशल प्रबंधन से सुगम, सुरक्षित और सुव्यवस्थित यात्रा का संदेश गया है। जबकि कैंचीधाम से अल्मोड़ा, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और नैनीताल जिले के लोगों की आवाजाही भी हाईवे और वैकल्पिक मार्गों से सुरक्षित कराए जाने से सभी ने सरकार के द्वारा ठोस यात्रा प्रबंधन की खूब तारीफ की है। इसके अलावा बाबा के दर्शन को पहुंचे श्रद्धालुओं ने भी सरकार की व्यवस्थाओं की खुले मन से सराहना की है।।

 

 

*एसडीआरएफ और एनडीआरएफ थी मुस्तैद*

 

कैंचीधाम महोत्सव में पहली बार एसडीआरएफ और एनडीआरएफ को भी मुस्तैद रखा गया था। इसके अलावा वन विभाग और अग्निशमन विभाग को भी तैनात किया था। खासकर भीषण गर्मी से जंगलों में लग रही आग या दुर्घटना की संभावनाओं को देखते हुए पूरी टीमें सक्रिय थी। इसकी मॉनिटरिंग भी लगातार की जा रही थी। खासकर चीड़ और अन्य जंगल वाले रास्ते पर मोबाइल टीमें गश्त कर रही थी।

कार्यों को उलझाने के बजाए सुलझाने की प्रवृत्ति रखें अधिकारी

  • इस बार कैंची धाम में बेहतर रही व्यवस्था
  • दूरस्थ क्षेत्रों में बिजली सुधार हेतु लगेंगे कैंप*सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को नैनीताल क्लब में विभागीय अधिकारियों के साथ मानसून की तैयारियों और विभागीय समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं का लाभ हर व्यक्ति हर वर्ग तक पहुंचाना हमारी प्राथमिकता है। इससे लिए सभी अधिकारी आपसी समन्वय के साथ बेहतर योजना के साथ कार्य करें।

 

बैठक लेते हुए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कई बार शिकायत मिलती है,तो अधिकारी आम जन के कार्यों को उलझा देते है, जबकि अधिकारियों को प्रवृत्ति कार्यों को सुलझाने की होनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि आम जन को ध्यान में रखकर कार्य करें। इसके लिए विभागीय अधिकारी को जिम्मेदारी लेनी होगी तभी आम जन के कार्य आसानी से होंगे, यही सरकार की प्राथमिकता और उद्देश्य है कि आम जन के कार्य जल्द से जल्द हो और बेहतर सुविधा मिल सके।

 

सीएम ने बिजली विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि आए दिन विभिन्न सोशल मीडिया से जानकारी मिलती है कि जनता की बिजली खपत से ज्यादा उनके बिजली के बिल आ रहे है। इस संबंध में सीएम ने विद्युत विभाग के चीफ इंजीनियर को दूरस्थ क्षेत्रों में बिजली सुधार के कैंप लगाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही सभी बिजली घरों में भी आम जन को बिजली बिल सुधार की व्यवस्था उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

 

*भविष्य में आने वाले पर्यटकों की संख्या को देखते हुए आदि_कैलाश में बेहतर सुविधा विकसित की जाए*

 

सीएम ने कहा कि पिछले वर्ष की तुलना में इस साल दुगने यात्री आदि कैलाश यात्रा पर आए हैं । इससे जाहिर है कि भविष्य में और अधिक यात्रियों के आने की संभावना है। हमें आने वाले यात्रियों की संख्या को देखते हुए सुविधाएं विकसित करनी होगी। इस दिशा में कुमाऊं आयुक्त और एमडी केएमवीएन को कार्य करने के निर्देश दिए। गौरतलब है कि पिछले साल पूरे सीजन में 315 यात्री केएमवीएन से आदि कैलश गए थे जबकि इस साल अब तक 610 यात्री आदि कैलाश की यात्रा कर चुके है। साथ ही लगभग 15 हजार लोगों को इनर लाइन परमिट जारी की गई है।

 

*मानसून से पहले सभी अधिकारी पूरा करें कार्य*

 

बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मानसून की तैयारी की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि मानसून से पहले सड़कों का पैच वर्क, चौड़ीकरण आदि का कार्य पूरा कर लें। साथ नगर निगम के अधिकारियों को नालियों के साफ सफाई आदि के कार्य पूरे करने के निर्देश दिए। कहा कि बरसात के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं, बिजली, पानी आदि की व्यवस्था पूरी करने के निर्देश दिए। जिससे लोगों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। सभी विभाग के अधिकारियों को मानसून में अधिक से अधिक पौधरोपण करने के निर्देश दिए। साथ ही पौधों को संरक्षण करने की बात कही।

 

*इस बार कैंची धाम में बेहतर रही व्यवस्था*

 

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस वर्ष कैंची धाम में जिला प्रशासन ने बेहतर व्यवस्था की। मेले में भक्तों को जाम का सामना नहीं करना पड़ा, साथ ही स्वास्थ्य सुविधा भी बेहतर रही। भवाली और गरमपानी में स्थाई और अस्थाई पार्किंग छोटी छोटी बनने से लोगों को सुविधा मिली। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि हमारी सरकार सरलीकरण-समाधान और निस्तारण के साथ बेहतर कार्य कर रही है।

उन्होंने 2025 में होने वाले कैंची धाम मेले से पहले कैंची में सौंदर्यीकरण और अन्य कार्य पूरा करने की बात कही। उन्होंने सेनिटोरियम बाईपास का पुल निर्माण, डामरीकरण, कैंची धाम के पास अमृत सरोवर आदि के कार्यों को प्राथमिकता से पूरा करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने से रामनगर से कैंची धाम के लिए वैक्ल्पिक मार्ग बनाने की बात कही।

 

*भीमताल में पार्किंग बनाने के निर्देश*

 

भीमताल विधायक राम सिंह कैड़ा ने बताया भीमताल में पार्किंग व्यवस्था नहीं होने से पर्यटकों को परेशानी और जाम की स्थिति बनी रही है। जिस पर मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि भीमताल समेत आस पास के इलाकों में स्थाई और अस्थाई पार्किंग के लिए जगह चिह्नित करने के निर्देश और इंटर कालेज से समन्वय कर स्कूल की भूमि में छोटी पार्किंग बनाकर जाम की समस्या का समाधान हो सकता है।

 

 

बैठक में कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत, एपीसीसीएफ विवेक पांडेय, जिलाधिकारी वंदना सिंह, एस एस पी पी एन मीणा, जिलाध्यक्ष प्रताप सिंह बिष्ट, मंडी परिषद अध्यक्ष अनिल कपूर, दिनेश आर्य, विधायक नैनीताल सरिता आर्य , भीमताल राम सिंह कैड़ा, डायरेक्टर कॉर्बेट डा धीरज पांडेय, एम डी के एम वी एन डा संदीप तिवारी, मुख्य नगर आयुक्त विशाल मिश्रा, डीएफओ टी आर बीजूलाल, हिमांशु बागड़ी, यू सी तिवारी, पी सी आर्य, अपर जिलाधिकारी पी आर चौहान, शिव चरण द्विवेदी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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बस हादसा: सीएम की अफसरों को दो टूक, दायित्व निर्वहन में शिथिलता पर होगी कड़ी कार्रवाई

 

 

*मुख्यमंत्री के निर्देशों पर आज हुई दुर्घटना की जांच के लिए संभागीय परिवहन अधिकारी पौड़ी के नेतृत्व में लीड एजेंसी रवाना*

 

*दुर्घटना की पृथक से जिला प्रशासन द्वारा की जा रही है मजिस्ट्रियल जांच*

 

जनपद रुद्रप्रयाग में शनिवार को हुई बस दुर्घटना व हाल के दिनों में चारधाम यात्रा मार्ग पर हुई अन्य बस दुर्घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने अफसरों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि यदि किसी विभाग के अधिकारी द्वारा दायित्व निर्वहन में शिथिलता पाई गई तो सम्बंधित के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, मुख्यमंत्री के निर्देशों पर आज हुई दुर्घटना की जांच के लिए संभागीय परिवहन अधिकारी पौड़ी के नेतृत्व में लीड एजेंसी को रवाना किया गया है। दुर्घटना की मजिस्ट्रियल जांच पृथक से की जा रही है।

जनपद रूद्रप्रयाग के रैतोली में हुई बस दुर्घटना में 09

व्यक्तियों की मृत्यु एवं 13 व्यक्तियों के घायल होने की सूचना प्राप्त हुई है। यह वाहन

हरियाणा राज्य में माह जनवरी, 2024 में ही पंजीकृत हुआ था। उक्त वाहन के सभी प्रपत्र वैध

पाये गये तथा वाहन की निर्धारित सीट क्षमता 20 है। मुख्यमंत्री ने दुर्घटना में मृतक व घायलों के प्रति गहरी शोक संवेदना व्यक्त

करते हुए तत्काल राहत एवं बचाव कार्य करने और पीड़ितों को मदद पहुँचाने के निर्देश दिये

गये, जिसके अनुपालन में पुलिस विभाग, परिवहन, जिला प्रशासन एवं एसडीआरएफ की टीमों

द्वारा राहत एवं बचाव कार्य किया गया। संयुक्त परिवहन आयुक्त सनत सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा यह भी निर्देश दिये गये कि जिला प्रशासन द्वारा दुर्घटना में प्रभावित व्यक्तियों को दुर्घटना राहत निधि से राहत की

धनराशि भी तत्काल उपलब्ध करा दी जाए। मुख्यमंत्री के निर्देश पर इस दुर्घटना की

जांच हेतु संभागीय परिवहन अधिकारी, पौडी के नेतृत्व में लीड एजेन्सी को भी रवाना कर दिया

गया है। दुर्घटना की मजिस्ट्रियल जांच पृथक से जिला प्रशासन द्वारा की जा रही है।

 

*बी0आर0ओ0 को प्राथमिकता के आधार पर कार्यवाही के निर्देश*

 

इससे पूर्व दिनांक 11-06-2024 को जनपद उत्तरकाशी के गंगनानी के समीप एक बस

दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। परिवहन विभाग द्वारा श्री शैलेश तिवारी, संभागीय परिवहन अधिकारी

(प्रवर्तन एवं सड़क सुरक्षा) देहरादून के नेतृत्व में लीड एजेन्सी के अधिकारियों को दुर्घटना स्थल के निरीक्षण एवं दुर्घटना के कारणों की जांच हेतु भेजा गया था। जिला प्रशासन स्तर पर भी घटना की जांच हेतु उप जिलाधिकारी, भटवाड़ी की अध्यक्षता में जांच समिति बनायी गयी, जिनके द्वारा अवगत कराया गया कि वर्ष 2023 में घटित सड़क दुर्घटना के उपरान्त भी

बी0आर0ओ0 से मार्ग की दशा में सुधार के निर्देश दिये गये थे। बी0आर0ओ0 द्वारा यह बताया

गया कि ऑल वैदर रोड के कार्य के समय इस स्थान का भी सुधार किया जाएगा। परिवहन

विभाग स्तर से गये निरीक्षण दल द्वारा प्रस्तुत आख्या के अनुसार वाहन के सभी प्रपत्र वैध पाये गये। इस स्थान पर सड़क बहुत संकरी है, इसके अतिरिक्त तीव्र ढलान के साथ-साथ अंधा

मोड़ भी है। निरीक्षण दल की आख्या के आधार पर बी0आर0ओ0 को प्राथमिकता के आधार पर कार्यवाही के निर्देश दिये गये हैं।

 

*मुख्यमंत्री ने कहा, कड़ाई से हो तमाम मानकों की जांच*

 

एक सप्ताह के भीतर चारधाम यात्रा मार्ग पर दो बसों की दुर्घटना पर मुख्यमंत्री द्वारा चिन्ता व्यक्त करते हुए परिवहन एवं पुलिस विभाग के सभी प्रवर्तन अधिकारियों को वाहनों की यांत्रिक दशा की जांच कड़ाई से करने, लाईसेन्स जारी करने से पूर्व चालकों का कडाई से

परीक्षण करने, ग्रीन कार्ड निर्गत करने में सावधानी बरतने, ओवर स्पीडिंग/ओवर लोडिंग एवं

नशे की हालत में वाहन चलाने वाले चालकों के विरूद्ध कठोर प्रवर्तन की कार्यवाही करने के

निर्देश दिये गये है। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री द्वारा सड़क रख-रखाव करने वाली संस्था- लोक निर्माण विभाग, बी0आर0ओ0,एन0एच0ए0आई0 आदि को निर्देश दिये गये कि सड़कों की दशा में सुधार के सम्बन्ध में कार्यवाही प्राथमिकता के आधार पर सम्पन्न की जाए और दुर्घटनाओं की रोकथाम हेतु जो भी कदम आवश्यक है, सभी पर कार्यवाही की जाए। मुख्यमंत्री

द्वारा सभी अधिकारियों को चेतावनी दी गई कि यदि किसी विभाग के अधिकारी द्वारा अपने

दायित्व निर्वहन करने में शिथिलता पाई गयी तो सम्बन्धित के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी।

मिशन निदेशक NHM स्वाति एस भदौरिया ने किया नैनीताल जनपद का दौरा, कई स्वास्थ्य इकाइयों का किया औचक निरीक्षण

 

 

मिशन निदेशक NHM ने अस्पतालों में मिलने वाली सुविधाओं व स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता का किया मूल्यांकन

 

नैनीताल जनपद में खोले जाने हैं 2 अर्बन हेल्थ सेंटर, अधिकारियों को दिए जल्द कार्यवाई ले निर्देश

 

स्वाति एस भदौरिया ने दिए अस्पतालों में खाली पड़े पदों को NHM के तहत शीघ्र भरने के निर्देश

 

 

 

नैनीताल। मिशन निदेशक NHM स्वाति एस. भदौरिया ने नैनीताल जनपद का दौरा किया। इस दौरान मिशन निदेशक ने कई अस्पतालों को औचक निरीक्षण कर अस्पतालों में मिलने वाली सुविधाओं व स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता का किया मूल्यांकन किया। नैनीताल स्थित बी.डी. पांडे जिला अस्पताल का निरीक्षण के दौरान उन्होंने खाली पड़े पदों को एनएचएम के तहत शीघ्र भरने के निर्देश अधिकारियों को दिए।

 

अस्पताल के निरीक्षण के दौरान मिशन निदेशक NHM स्वाति भदौरिया ने विभिन्न विभागों का दौरा किया, जिसमें अल्ट्रासाउंड, इमेरजेंसी, लैब, प्रसूति वार्ड, स्टोर व अन्य महत्वपूर्ण विभाग शामिल रहे।

 

मिशन निदेशक NHM द्वारा जनमानस को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान किये जाने हेतु व जिला चिकित्सालय में प्रसव को आ रही महिलाओं व आकस्मिक सेवाओं को बहेतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान किये जाने व गर्भवती महिलाओं में हाई रिस्क प्रेगनेंसी का चिन्हीकरण कर संस्थागत प्रसव करवाये जाने के निर्देश दिये।

 

मिशन निदेशक NHM स्वाति एस भदौरिया द्वारा जनपद नैनीताल में 2 अर्बन हेल्थ सेंटर खोले जाने है जिसके लिये आवश्यक कार्यवाही के निर्देश मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दिये गये। उन्होंने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत चिकित्सालय में टाइप 4 भवन, मेडिकल स्टोर, पार्किंग, क्रिटिकल केयर ब्लॉक, ओपीडी ब्लॉक के निर्माण हेतु स्थान का चुनाव करने के निर्देश दिये।

 

मिशन निदेशक NHM स्वाति एस भदौरिया ने जी.बी.पन्त चिकित्सालय परिसर मे टाइप 4, टाइप 3, भवन बनाये जाने पत्रवाली को तैयार कर जिला स्वास्थ्य समिति के सुमुख लाये जाने के निर्देश मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दिये गये।

 

मिशन निदेशक NHM स्वाति एस भदौरिया ने निरीक्षण के दौरान भवाली सेनिटोरियम, बेस चिकित्सालय में स्वीकृत निर्माण कार्यो में तेजी व बी.पी.एच.यू. हेतु धारी, ओखलकांडा, रामगढ़, रामनगर में स्थान का चुनाव करने हेतु सम्बन्धितों को निर्देश दिये गये।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित कर चिकित्सालय में 4 भवन ध्वस्तीकरण किये जाने है उनका निस्प्रोजय प्रमाण पत्र प्रथमिकता के आधार पर प्राप्त करते हुए राज्य को उपलब्ध कराये।

 

मिशन निदेशक NHM स्वाति एस भदौरिया द्वारा आयुष्मान आरोग्य मंदिर, खुर्पाताल का निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिये गये की ई.डी.एल. के तहत दवाइयों की मांग को ऑनलाइन ई-पोर्टल के माध्य्म से मांग पत्र समय से भेजें। जनपद की सभी सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सी.एच.ओ.) द्वारा ससमय पोर्टल पर कार्य सम्पादित करने हेतु मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिये गये।

 

निरीक्षण के दौरान, उन्होंने अस्पताल के स्टाफ से भी मुलाकात की और उनकी समस्याओं और सुझावों को सुना। उन्होंने अस्पताल के अधीक्षक को निर्देश दिए कि वे सभी जरूरी सुधार कार्य जल्द से जल्द करें और मरीजों को उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराएं।

इस दौरान डॉ श्वेता भंडारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डॉ तरुण कुमार टम्टा मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, डॉ द्रोपदी गर्बियाल, डॉ वी.के. धर्मसतु अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डॉ हेमन्त मर्तोलिया प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, मदन महेरा जिला कार्यक्रम प्रबंधक, पंकज तिवारी, बच्चन कालाकोटी, सरयू नंदन जोशी, दिवान बिष्ट, देवेंद्र बिष्ट, स्वतिशील गुरानी, आदि अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।

सीएस श्रीमती राधा रतूड़ी ने लोक निर्माण, सिंचाई, पशुपालन, स्कूली शिक्षा, कौशल तथा तकनीकी शिक्षा विभाग को 24 घण्टे की डेडलाइन देते हुए अवशेष प्रोजेक्ट तत्काल नाबार्ड को भेजने के निर्देश दिए

 

 

*मुख्य सचिव ने 31 जुलाई की समयसीमा निर्धारित करते हुए सभी विभागों को वित्त विभाग को डीपीआर भेजने के निर्देश दिए*

 

 

*विभागों को भविष्य में नाबार्ड की समयसीमा के अनुसार ही अपने प्रोजेक्ट के बजट बनाकर समयबद्धता से भेजने की सख्त हिदायत दी*

 

 

*यूआईडीएफ के तहत पार्किंग, मलिन बस्तियों के पुनर्विकास एवं शहरी वनीकरण के प्रोजेक्ट को शीर्ष प्राथमिकता पर नाबार्ड को दिए जाए*

 

 

*मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने सभी विभागों को स्पष्ट किया है कि प्रतिपूर्ति (reimbursement ) लेने में असफल होने वाले विभागों को इस सम्बन्ध में भविष्य में कार्यशैली में सुधार करना होगा*

 

 

 

*वित्त विभाग सहित सभी विभागों को प्रतिपूर्ति ( reimbursement )हेतु बिल नाबार्ड में जमा कराने हेतु प्रत्येक चार माह का टारगेट दिया*

 

 

*विभागों को सुनिश्चित करना होगा कि फण्डिंग की डुप्लीकेसी ना हो*

 

 

*सिंचाई विभाग को जलस्रोतों एव नदियों के पुनर्जीवीकरण के प्रोजेक्ट नाबार्ड हेतु प्रस्तावित करने के निर्देश*

 

 

सीएस श्रीमती राधा रतूड़ी ने लोक निर्माण, सिंचाई, पशुपालन, स्कूली शिक्षा, कौशल तथा तकनीकी शिक्षा विभाग को 24 घण्टे की डेडलाइन देते हुए अवशेष 383.11 करोड़ रूपये के प्रोजेक्ट तत्काल नाबार्ड को भेजने के सख्त निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही श्रीमती रतूड़ी ने 31 जुलाई की समयसीमा निर्धारित करते हुए सभी विभागों को वित्त विभाग को डीपीआर भेजने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव ने विभागों को भविष्य में नाबार्ड की समयसीमा के अनुसार ही अपने प्रोजेक्ट के बजट बनाकर समयबद्धता से भेजने की सख्त हिदायत दी है। सीएस श्रीमती राधा रतूड़ी ने विभागों को अपने प्रोजेक्ट के प्रस्ताव, आहरण, प्रोजेक्ट कम्पलीशन सर्टिफिकेट (पीसीसी), प्रोजेक्ट कम्पलीशन रिपोर्ट (पीसीआर) को ऑनलाइन जमा करने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव ने विभागों को प्रोजेक्ट पूरे होने पर एक सप्ताह के भीतर प्रोजेक्ट कम्पलीशन सर्टिफिकेट तथा छः माह के भीतर प्रोजेक्ट कम्पलीशन रिपोर्ट (पीसीआर) जमा करवाने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही श्रीमती राधा रतूड़ी ने विभागों को शहरी अवसंरचना विकास निधि (यूआईडीएफ) के तहत पार्किंग, मलिन बस्तियों के पुनर्विकास एवं शहरी वनीकरण के प्रोजेक्ट को शीर्ष प्राथमिकता पर नाबार्ड को भेजने के निर्देश दिए हैं।

 

 

सीएस श्रीमती रतूड़ी ने विभागों को सख्त हिदायत दी है कि नाबार्ड को सिर्फ उच्च गुणवत्ता वाले तथा योग्य प्रोजेक्ट ही प्रस्तावित किए जाने चाहिए। प्रोजेक्ट्स की प्राथमिकता भी विभागों द्वारा ही तय की जानी चाहिए तथा विभागों को यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि फण्डिंग की डुप्लीकेसी ना हो। उन्होंने अपेक्षाकृत छोटे प्रोजेक्ट को नाबार्ड में प्रस्तावित ना करने का सुझाव दिया है। मुख्य सचिव ने विभागों को दिए गए लक्ष्य के 50 प्रतिशत प्रोजेक्ट 30 जून, 60 प्रतिशत प्रोजेक्ट 31 जुलाई तथा 100 प्रतिशत प्रोजेक्ट 15 अगस्त तक वित्त विभाग को भेजने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने वित्त विभाग को भी प्रतिपूर्ति ( reimbursement )हेतु बिल नाबार्ड में जमा कराने हेतु प्रत्येक चार माह का टारगेट दिया है। मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने सभी विभागों को कड़ाई से स्पष्ट किया है कि प्रतिपूर्ति ( reimbursement ) लेने में असफल होने वाले विभागों को इस सम्बन्ध में भविष्य में कार्यशैली में सुधार करना होगा। मुख्य सचिव ने सिंचाई विभाग को जलस्रोतों एव नदियों के पुनर्जीवीकरण के प्रोजेक्ट नाबार्ड हेतु प्रस्तावित करने के निर्देश दिए।

 

 

 

बुधवार को सचिवालय में नाबार्ड की उच्चाधिकार प्राप्त समिति की बैठक की अध्यक्षता के दौरान मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने कहा कि राज्य के ग्रामीण विकास में नाबार्ड द्वारा प्राप्त होने वाली वित्तीय सहायता का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित किया जाना चाहिए।

 

 

बैठक में जानकारी दी गई कि वित्त विभाग द्वारा कुल 360.47 करोड़ रूपये के प्रोजेक्ट प्राप्त किए गए हैं जिनमें सिंचाई विभाग से 77.40 करोड़ के 10 प्रोजेक्ट, लोक निर्माण विभाग से 193.11 करोड़ के 89 प्रोजेक्ट, तकनीकी शिक्षा से 66.96 करोड़ के 4 प्रोजेक्ट, पशुपालन से 9.52 करोड़ का 1 प्रोजेक्ट, ग्रामीण निर्माण विभाग से 13.4811 करोड़ के 5 प्रोजेक्ट हैं। वर्ष 2023-24 में राज्य को नाबार्ड द्वारा कुल अनुमोदित 904.4 करोड़ के सापेक्ष भुगतान 954.9 करोड़ रहा है। वर्ष 2024-25 के लिए आरआईडीएफ के तहत 1200 करोड़ का अनुमोदित लक्ष्य तथा 969 करोड़ रूपये का प्रतिपूर्ति ( reimbursement ) लक्ष्य रखा गया है।

 

 

राज्य में नाबार्ड के तहत ग्रामीण अवसंरचना विकास निधि (आरआईडीएफ) से 2.05 लाख हेक्टेयर भूमि पर सिचाई सुविधाओं का सृजन एवं पुनर्द्धार किया गया है। लगभग 14,766 किमी ग्रामीण सड़कों के नेटवर्क का निर्माण एवं सुधार किया गया है। 27307 मीटर ब्रिज का निर्माण हो चुका है। 23.77 लाख ग्रामीण आबादी को पेयजल सुविधा मिल चुकी है। 241 स्कूल एवं आईटीआई का निर्माण एवं पुनर्द्धार हो चुका है।

 

 

 

बैठक में अपर मुख्य सचिव श्री आनंद वर्धन, सचिव श्री दिलीप जावलकर, सीजीएम नाबार्ड सहित वित्त, लोक निर्माण, सिंचाई विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।

हार स्वीकारने के बजाय कांग्रेस कर रही जनादेश का अपमान: चौहान

 

 

देहरादून। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि जनता के कोप का भाजन बनी कांग्रेस हार के बहाने तलाश रही है और इसमे वह सरासर जनादेश का अपमान कर रही है।

 

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए चौहान ने कहा कि जनता ने विकास के नाम पर भाजपा को मत दिया है और नतीजा राज्य से पांचो प्रत्याशी चुनाव जीतने मे सफल रहे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस दुष्प्रचार के जरिये जीत का सपना देख रही थी और उसे इसका खामियाजा उठाना पड़ा है।

 

उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष का यह कथन हास्यास्पद है कि स्थानीय मुद्दों को लेकर उनकी आवाज जनता तक नही पहुंची। उन्होंने कहा कि तमाम यात्राएँ और राजनैतिक प्रोपगेंडा संचालित करने के बाद कांग्रेस अब नया राग छेड़ रही है। कांग्रेस हकीकत से बाहर नही निकल पा रही है।

उन्होंने कहा कि भाजपा ने किसी दल से किसी नेता को दबाव या स्वार्थवश नही तोड़ा, बल्कि सभी भाजपा की रीति नीति मे विश्वास कर भाजपा मे आये। उन्होंने पीएम मोदी के मार्गदर्शन और युवा सीएम पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व मे चल रहे विकास कार्यों से प्रभावित होकर राज्य के विकास मे सहयोगी बनने का संकल्प लिया।

 

चौहान ने कहा कि कांग्रेस हार पर मंथन करने के बजाय हार के लिए दूसरे माध्यमों पर दोषारोपण कर रही है। कांग्रेस जनता के बीच रहने के बजाय विकास कार्यों पर आरोप प्रत्यारोप की राजनीति करती रही और चुनाव से एन पहले प्रत्याशी तलाशने मे जुट गयी। सब जानते हैं कि कांग्रेस मे पहली कतार के कथित बड़े नेता चुनाव लड़ने से कतराते दिखे और अब इसकी चर्चा कांग्रेसी मंचों पर होने लगी है।

 

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपनी आवाज दुष्प्रचार के लिए जनता के पास भेजी जिसे जनता ने नकार दिया। जनता विकास चाहती है और उप चुनाव मे फिर कांग्रेस की गलतफहमी दूर होने वाली है। पहले ईवीएम पर दोष मढ़ने वाली कांग्रेस अब एक्जिट पोल और मीडिया माध्यमों का बहाना बना रही है और जनता उसे फिर सबक सिखाने वाली है।

 

 

15 जून से पहले मानसून के दृष्टिगत सभी तैयारियां पूर्ण की जाए- मुख्यमंत्री

 

*मानसून के दृष्टिगत मरीजों और गर्भवती महिलाओं के लिए आपातकालीन स्थिति में हेली एम्बुलेंस की व्यवस्था रखी जाए।*

 

*मौसम के पूर्व चेतावनी के आधार पर लोगों को नियमित अलर्ट मोड पर रखें।*

 

*अतिवृष्टि के कारण फसलों को होने वाले नुकसान का तुरंत आकलन कर मानकों के अनुसार यथाशीघ्र क्षतिपूर्ति की व्यवस्था रखी जाए।*

 

*आपदा के दृष्टिगत त्वरित राहत एवं बचाव कार्य के लिए हेलीकॉप्टर की व्यवस्था रखी जाए।*

 

*अल्मोड़ा जनपद के सरियापनी जनपद में खुलेगी एसडीआरएफ की बटालियन।*

 

15 जून से पहले मानसून के दृष्टिगत सभी तैयारियां पूर्ण की जाय। सभी विभाग 15 जून तक आपदा प्रबंधन के लिए नोडल अधिकारियों की तैनाती करना सुनिश्चत करें। एसटीपी प्लांट और पुराने पुलों का सेफ्टी ऑडिट किया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि बिजली की तारों से कोई घटना घटित न हो। मानसून सीजन के दृष्टिगत मरीजों और गर्भवती महिलाओं के लिए आपातकालीन स्थिति में हेली एम्बुलेंस की व्यवस्था रखी जाए। स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी गर्भवती महिलाओं को चिन्हित किया जाए। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में आगामी मानसून की तैयारियों की बैठक के दौरान ये निर्देश अधिकारियों को दिये।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि अतिवृष्टि से पिछले सालों में क्या चुनौतियां सामने आई और किन-किन क्षेत्रों में अधिक आपदाएं आई एवं इस तरह की चुनौतियों का सामना करने के लिए शासन और जनपद स्तर पर क्या तैयारियां की गई हैं, इसका पूरा एक्शन प्लान प्रस्तुत किया जाए। उन्होंने निर्देश दिये कि यह सुनिश्चित किया जाए कि मौसम के पूर्वानुमान की सटीक जानकारी लोगों तक समय पर पहुंचे। मौसम के पूर्व चेतावनी के आधार पर लोगों को नियमित रूप से अलर्ट मोड पर रखें। उन्होंने कहा कि मौसम के पुर्वानुमान और जन जागरूकता से अतिवृष्टि और आपदा के प्रभाव को कम करने पर विशेष ध्यान दिया जाए।

 

मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि जनपदों में ऐसे क्षेत्र जहां भू-स्खलन की समस्याएं रहती हैं, उन्हें चिन्हित कर जो भी आवश्यक व्यवस्थाएं करवाने की आवश्यकता है, समय पर की जाए। जिन क्षेत्रों में बरसाती नदी और नाले उफान पर आते हैं, उनके लिए भी वैकल्पिक व्यवस्थाओं के लिए अभी से प्लान बना कर रखे जाएं। मानसून के दृष्टिगत विभिन्न कार्यों के लिए शासन स्तर से जो धनराशि की आवश्यकता है, उसका यथाशीघ्र प्रस्ताव भेजा जाए। अतिवृष्टि के कारण फसलों को होने वाले नुकसान का तुरंत आकलन कर मानकों के अनुसार यथाशीघ्र क्षतिपूर्ति की व्यवस्था रखी जाए। मानसून के दृष्टिगत पर्वतीय जनपदों में आवश्यक दवाओं, खाद्य सामग्री एवं अन्य मूलभूत आवश्यकताओं से संबंधित सभी व्यवस्थाएं पर्याप्त मात्रा में रखी जाए। आपदा कि स्थिति में रिस्पांस टाइम कम से कम रखा जाए। मानसून अवधि में सभी जिलाधिकारी मौसम के पूर्वानुमान के अनुसार अपने जनपदों में विद्यार्थियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आवश्यकतानुसार छुट्टी की घोषणा करें, स्कूल जाने के पैदल मार्गों में नदी और नाले वाले स्थानों पर वैकल्पिक मार्ग तलाशे जाएं। हर जनपद में बड़े रपटे चिन्हित किये जाएं एवं वहां पर सुरक्षा की दृष्टि से सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए।

 

मुख्यमंत्री ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिये कि आपदा के दृष्टिगत त्वरित राहत एवं बचाव कार्य के लिए हेलीकॉप्टर की व्यवस्था रखी जाए। आपदा प्रबंधन की दृष्टि से अल्मोड़ा जनपद के सरियापनी में एसडीआरएफ बटालियन खोलने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा प्रबंधन की दृष्टि से विभिन्न विभागों द्वारा शासन से जो धनराशि की मांग की जा रही है, वह धनराशि यथाशीघ्र संबंधित विभागों को दी जाए। जिलाधिकारियों द्वारा भी विभिन्न पदों में जो धनराशि की मांग की जा रही है, उन्हें भी शीघ्र धनराशि अवमुक्त की जाए। जिन विभागों को पहले की धनराशि अभी तक अवमुक्त नहीं हुई है, वह शीघ्र दी जाए, इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि मानसून अवधि में सड़कें, विद्युत और पेयजल लाईन बाधित होने की स्थिति में उनकी सुचारू व्यवस्थाओं के लिए रिस्पांस टाईम कम से कम रखा जाए और वैकल्पिक व्यवस्थाएं भी सुनिश्चित की जाएं। उन्होंने निर्देश दिये कि अतिवृष्टि से पिछले वर्ष के जो कार्य अभी तक पूर्ण नहीं किये गये हैं, उन्हें 15 जून तक पूर्ण किया जाए।

 

बैठक में उपाध्यक्ष अवस्थापना अनुश्रवण परिषद् श्री विश्वास डाबर, मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन, प्रमुख सचिव श्री आर. के सुधांशु, श्री एल. फैनई, डीजीपी श्री अभिनव कुमार, प्रमुख वन संरक्षक डॉ. धनंजय मोहन, सचिव श्री आर. मीनाक्षी सुदंरम, श्री शैलेश बगोली, श्री अरविन्द सिंह ह्यांकी, श्री दिलीप जावलकर, श्री सचिन कुर्वे, गढ़वाल कमिश्नर श्री विनय शंकर पाण्डेय, सचिव श्री आर. राजेश कुमार, श्री एस.एन.पाण्डेय, श्री विनोद कुमार सुमन, विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी, वर्चुअल माध्यम से कुमांऊ कमिश्नर श्री दीपक रावत एवं सभी जिलाधिकारी उपस्थित थे।

कांग्रेस को मंथन की जरूरत, लोस चुनाव मे निकल चुकी है दुष्प्रचार की हवा: चौहान

बद्रीनाथ सहित गढवाल की 14 सीटों पर लहराया भाजपा का परचम

भाजपा आश्वस्त, धामी के नेतृत्व मे पार्टी को मिलेगी बड़ी जीत

देहरादून। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि हाल ही मे हुए लोस चुनाव मे जमीनी हकीकत सामने आने के बाद भी कांग्रेस का दंभ सिर चढ़कर बोल रहा है जो कि हास्यास्पद है।

 

कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा के बयाँन पर प्रतिक्रिया देते हुए चौहान ने कहा कि बद्रीनाथ सहित गढ़वाल क्षेत्र मे 14 विस क्षेत्रों मे कांग्रेस के दुष्प्रचार की हवा निकल गयी और जनता ने भाजपा पर विश्वास जताकर उसे आशीर्वाद दिया। बद्रीनाथ मे सीएम पुष्कर सिंह धामी के द्वारा पुनर्वास और राहत कार्यों का नतीजा रहा कि यहाँ पर कांग्रेस को लोगों ने नकार दिया। इसके बावजूद कांग्रेस सपने गढ़ रही है जो कि नामुमकिन है।

 

उन्होंने कहा कि कांग्रेस जिन मुद्दों को लेकर मैदान मे उतरने की बात कर रही है लोक सभा मे जनता ने उन्हे नकार दिया है। भाजपा जिस बेटी अंकिता की लड़ाई के लिए अग्रिम पंक्ति मे रही कांग्रेस उसी को आधार बनाकर भाजपा के खिलाफ दुष्प्रचार मे जुट गयी, इस पर जनता ने उसे जवाब दे दिया। यही स्थिति बद्रीनाथ मे भूस्खलन पर भी हुआ। उन्होंने कहा कि स्वच्छ और पारदर्शिता की नीति से चल रही धामी सरकार पर जनता का पूरा भरोसा है।

 

चौहान ने दावा किया कि सीएम पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व मे दोनों उप चुनाव भाजपा बड़े अंतर से जीतने जा रही है। उन्होंने कहा कि सीएम धामी का चमत्कारी नेतृत्व का ही असर है कि उनके नेतृत्व मे भाजपा ने देवभूमि मे ऐतिहासिक रिकार्ड बनाये और धामी की लोकप्रियता आज प्रदेश से बाहर देश के अन्य राज्यों मे भी है। कांग्रेस दुष्प्रचार के जरिये उप चुनाव मे मैदान मे उतरने की फिर नापाक कोशिश कर रही है, लेकिन विकास कार्यों के बूते जनता के बीच जाने की तैयारियों मे भाजपा उप चुनाव को लेकर आश्वस्त है। फिल्हाल कांग्रेस की पहली चिंता उम्मीदवार की तलाश है और इसके लिए ही मंथन उसकी चुनौती भी है।

 

 

 

सीएस ने निवेश प्रस्तावों की ग्राउडिंग के साथ ही राज्य में लगने वाले नए उद्यमों हेतु पर्याप्त मात्रा में विद्युत आपूर्ति तथा जलापूर्ति की व्यवस्था करने के निर्देश दिए

 

 

*राज्य में लग रहे बायोफयूल उद्यमों से कच्चे माल के रूप में पिरूल के उपयोग के प्रस्ताव पर विचार करने के निर्देश*

सीएस श्रीमती राधा रतूड़ी ने ऊर्जा एवं सम्बन्धित विभागों को निवेश प्रस्तावों की ग्राउण्डिंग के साथ ही राज्य में लगने वाले नए उद्यमों हेतु पर्याप्त मात्रा में विद्युत आपूर्ति तथा जलापूर्ति की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव ने राज्य में लग रहे बायोफयूल उद्यमों से कच्चे माल के रूप में पिरूल के उपयोग के प्रस्ताव पर विचार करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को समयबद्धता व लक्ष्य आधारित कार्यशैली अपनाते हुए सभी निवेश प्रस्तावों की ग्राउण्डिंग को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने सोमवार को सचिवालय में आयोजित बैठक में गत वर्ष आयोजित हुए उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 में किये गए निवेश प्रस्तावों की ग्राउण्डिग की समीक्षा की। आज की बैठक में उन्होंने मुख्यतः आवास, पर्यटन तथा ऊर्जा विभाग के तहत किए गए एमओयू की समीक्षा की।

बैठक में जानकारी दी गई कि आवास विभाग के तहत कुल किए गए 125 एमओयू में से 74 पर कार्य आरम्भ हो चुका है, इससे कुल 7429.85 करोड़ रूपये का निवेश आया है तथा 12318 रोजगार के अवसर सृजित हुए हैं। पर्यटन विभाग के तहत कुल 505 एमओयू में से 140 पर कार्य आरम्भ हो चुका है, जिससे 3816.22 करोड़ रूपये का निवेश आया है तथा 5047 रोजगार सृजित हुए हैं। ऊर्जा विभाग के तहत कुल 193 यूनिट की ग्राउडिंग हो चुकी है जिससे 28288 करोड़ का निवेश आया है तथा निर्माण कार्यों के दौरान 18119 रोजगार तथा संचालन के दौरान 4026 रोजगार सृजित हुए हैं। एरोमेटिक प्लान्टस के क्षेत्र में अभी तक कुल 32 यूनिट की ग्राउडिंग हुई है जिससे 133.4 करोड़ रूपये का निवेश प्राप्त हुआ है तथा 1052 रोजगार सृजित हुए हैं।

बैठक में सचिव श्री आर मीनाक्षी सुन्दरम, श्री विनय शंकर पाण्डेय, श्री विनोद कुमार सुमन सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।