Monday, September 8, 2025
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का ‘ग्रीन एण्ड क्लीन कांवड़ यात्रा’ का सपना हो रहा साकार, श्रद्धालुओं ने जताया आभार

हरिद्वार, 13 जुलाई 2025। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों एवं जिलाधिकारी श्री मयूर दीक्षित के मार्गदर्शन में ‘ग्रीन एण्ड क्लीन कांवड़ यात्रा’ के संकल्प को साकार करने की दिशा में हरिद्वार जिला प्रशासन द्वारा विशेष पहल की गई है। पर्यावरणीय दृष्टिकोण से स्वच्छ और सुन्दर कांवड़ यात्रा के लिए इस वर्ष नई तकनीकों और व्यवस्थाओं को सफलतापूर्वक लागू किया गया है।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर ‘कांवड़ यात्रा मोबाइल एप’ तैयार किया गया है, जिससे कांवड़ यात्रियों को विभिन्न सुविधाओं और मार्गदर्शन में सहायता मिल रही है। कांवड़ियों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं जिला प्रशासन का धन्यवाद करते हुए व्यवस्थाओं की सराहना की है।

व्यवस्थाओं की कांवड़ियों द्वारा की गई सराहना

देशभर से हरिद्वार पहुंचने वाले शिवभक्तों और श्रद्धालुओं के लिए यात्रा मार्ग पर शुद्ध पेयजल, शौचालय, स्नान, सफाई, चिकित्सा, विद्युत एवं प्रकाश व्यवस्था जैसे तमाम जरूरी इंतजाम किए गए हैं। इन व्यवस्थाओं की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए श्रद्धालुओं ने मुख्यमंत्री और जिला प्रशासन का आभार जताया।

डीएम और एसएसपी स्वयं कर रहे निगरानी

डीएम मयूर दीक्षित और एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल स्वयं यात्रा मार्गों और व्यवस्थाओं का औचक निरीक्षण कर रहे हैं और पल-पल की जानकारी पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने बताया कि कांवड़ मेला धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है और इसकी सफलता के लिए प्रशासन पूरी तत्परता से कार्य कर रहा है।

रियल टाइम मॉनिटरिंग

यात्रा की सुरक्षा और निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे, ड्रोन व CCR कंट्रोल रूम के माध्यम से 24×7 निगरानी की व्यवस्था की गई है। कंट्रोल रूम में पर्याप्त स्टाफ तैनात किया गया है जो हर गतिविधि पर सतत नजर रख रहे हैं।

स्वच्छता और सफाई व्यवस्था

हरिद्वार नगर निगम द्वारा कांवड़ मेले के दौरान सफाई व्यवस्था हेतु

  • 1650 पर्यावरण मित्रों व सफाई कर्मचारियों की तैनाती,
  • 215 डस्टबिन और 90 कूड़ा निस्तारण वाहन,
  • 180 टिनशेड शौचालय, 58 सार्वजनिक शौचालय, 8 स्मार्ट टॉयलेट, 40 मोबाइल टॉयलेट, 120 एफआरपी शौचालय,
  • जिला पंचायत द्वारा 19 स्थायी शौचालय, 7 चेंजिंग रूम, 6 अस्थायी शौचालय और 7 अस्थायी चेंजिंग रूम संचालित किए जा रहे हैं।

चिकित्सा सुविधा

श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य सुरक्षा हेतु मेला क्षेत्र में

  • 29 अस्थायी चिकित्सा शिविर,
  • 89 डॉक्टर, 117 फार्मेसिस्ट, 150 पैरामेडिकल स्टाफ,
  • 66 एम्बुलेंस (सरकारी व निजी) की व्यवस्था की गई है।

विद्युत एवं प्रकाश व्यवस्था

रात्रिकालीन यात्रा को ध्यान में रखते हुए

  • 100 जनरेटर और
  • 7500 स्ट्रीट लाइटों के माध्यम से यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है।

हरिद्वार प्रशासन की इस मुहिम और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की दूरदर्शिता से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कांवड़ यात्रा न केवल सुरक्षित और सुव्यवस्थित हो, बल्कि ‘ग्रीन एण्ड क्लीन’ भी बने — जो आने वाले समय में एक नई मिसाल स्थापित करेगी।

मुख्यमंत्री धामी ने ‘भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखंड’ अभियान को बताया जनआंदोलन, दिलाई शपथ

देहरादून,13/जुलाई/2025। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज बल्लीवाला, देहरादून में ‘भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखंड’ के लिए किए जा रहे प्रयासों को लेकर धार्मिक एवं सामाजिक संस्थाओं द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उपस्थित जनसमूह को भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखंड की शपथ भी दिलाई।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सम्मान समारोह केवल एक व्यक्तिगत सम्मान नहीं, बल्कि ईमानदारी और पारदर्शिता पर आधारित उत्तराखंड के निर्माण का उत्सव है। उन्होंने कहा कि यह सम्मान उत्तराखंड की सवा करोड़ जनता का है, जो जवाबदेही और नैतिक मूल्यों के साथ राज्य के विकास की दिशा में अग्रसर है।

अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने प्रदेश को भ्रष्टाचार से मुक्त करने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति के तहत ऑनलाइन ट्रांसफर प्रणाली, परीक्षा प्रणाली की निगरानी, सीएम हेल्पलाइन 1905 और भ्रष्टाचार के लिए 1064 शिकायत नंबर जैसी तकनीकी व्यवस्थाओं को लागू किया गया है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि भर्ती परीक्षाओं में अनियमितता, ट्रांसफर-पोस्टिंग में भ्रष्टाचार और योजनाओं में कमीशनखोरी जैसे मामलों में सख्त कार्रवाई की गई है। पिछले तीन वर्षों में 200 से अधिक भ्रष्टाचारियों को जेल भेजा गया है, जबकि पिछले चार वर्षों में 24 हजार से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी मिली है।

मुख्यमंत्री ने समान नागरिक संहिता लागू करने, सख्त नकल विरोधी कानून बनाने, लैंड जिहाद और लव जिहाद के खिलाफ कार्रवाई, धर्मांतरण और दंगारोधी कानूनों को लागू करने जैसे कदमों को शासन व्यवस्था को मजबूती देने वाला बताया। उन्होंने कहा कि ये सभी पहलें साबित करती हैं कि मजबूत इच्छाशक्ति से हर चुनौती को पार किया जा सकता है।

मुख्यमंत्री ने “ऑपरेशन कालनेमि” का भी उल्लेख किया, जिसके तहत अब तक 200 से अधिक संदिग्धों को पकड़ा गया है, जिनमें कई बांग्लादेशी घुसपैठिए भी शामिल हैं। उन्होंने जनता से ऐसे तत्वों की जानकारी पुलिस को देने की अपील की।

कार्यक्रम में विधायक खजान दास, स्वामी चिदानंद सरस्वती, किशन गिरी महाराज, राकेश ऑबेरॉय, पंकज गुप्ता सहित विभिन्न धार्मिक एवं सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री ने अंत में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “ना खाऊँगा, ना खाने दूँगा” मंत्र को आत्मसात कर राज्य सरकार पारदर्शी, जवाबदेह और जनहितकारी शासन की दिशा में निरंतर कार्य कर रही है।

राजकीय सेवाओं में पारदर्शिता और संस्कृति संरक्षण के संकल्प के साथ मुख्यमंत्री धामी ने किया ‘भगवती सुरकंडा मां दिव्य जागर’ का विमोचन

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को देहरादून स्थित आईआरडीटी ऑडिटोरियम में हिमालयन हेरिटेज सोसाइटी द्वारा आयोजित ‘भगवती सुरकंडा मां दिव्य जागर’ विमोचन समारोह में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रसिद्ध जागर गायक पद्मश्री प्रीतम भरतवाण द्वारा प्रस्तुत मां सुरकंडा देवी पर आधारित जागर का विमोचन किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जागर परंपरा केवल गायन नहीं, बल्कि आध्यात्मिक संवाद है, जिसमें प्रकृति, पर्वत, नदियों और देवशक्तियों से संवाद स्थापित किया जाता है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के प्रयासों से लोक संस्कृति को जीवंत रखने में सहायता मिलती है और सरकार संस्कृति संरक्षण के लिए निरंतर प्रयासरत है।

मुख्यमंत्री धामी ने समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मां सुरकंडा देवी उत्तराखंड की लोक आस्था, संस्कृति और आध्यात्मिक परंपरा का प्रतीक हैं। श्री प्रीतम भरतवाण द्वारा उनके इतिहास और लोकगाथा को चलचित्र और संगीत के माध्यम से प्रस्तुत करना सराहनीय कार्य है, जो नई पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोड़ने का कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि सुरकंडा देवी मंदिर तक अब सरकार की पहल पर रोपवे सेवा शुरू की गई है, जिससे श्रद्धालुओं को सुविधा मिली है।

राजकीय सेवाओं में पारदर्शिता और युवाओं को संदेश

मुख्यमंत्री धामी ने इस अवसर पर राजकीय सेवाओं में पारदर्शिता और योग्यता आधारित चयन प्रक्रिया की बात करते हुए कहा कि राज्य में अब सरकारी नौकरियों में चयन का आधार केवल मेरिट, प्रतिभा और योग्यता है। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे पूरे विश्वास और मेहनत से परीक्षाओं की तैयारी करें, सरकार उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रतिबद्ध है।

ऑपरेशन कालनेमि पर सख्ती और सांस्कृतिक मूल्यों की रक्षा

मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘ऑपरेशन कालनेमि’ के अंतर्गत अब तक 60 से अधिक छद्म वेशधारी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। यह अभियान सावन मास और चारधाम यात्रा के दौरान भी पूरी गहनता से जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि देवभूमि के देवत्व और सांस्कृतिक मूल स्वरूप की रक्षा हेतु सरकार प्रतिबद्ध है।

उन्होंने दोहराया कि लव जिहाद, लैंड जिहाद और थूक जिहाद जैसी गतिविधियों पर सरकार सख्त कार्रवाई कर रही है। इसके साथ ही कड़ा भू-कानून लागू कर अनावश्यक लैंड बैंक बनाने पर रोक लगाई गई है।

“विकास भी और विरासत भी” का मंत्र

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘विकास भी और विरासत भी’ के मंत्र को साकार किया जा रहा है। केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्यों के साथ ही मानसखंड के पौराणिक मंदिरों के संरक्षण और सौंदर्यीकरण हेतु करोड़ों की योजनाएं संचालित की जा रही हैं। इसके अतिरिक्त हरिद्वार-ऋषिकेश गंगा कॉरिडोर और शारदा कॉरिडोर पर भी तेज़ी से कार्य हो रहा है।

मुख्यमंत्री ने आह्वान किया कि उत्तराखंड की लोक संस्कृति, परंपराएं और विरासत हमारी आत्मा का हिस्सा हैं, राज्यवासी सदैव अपनी जड़ों से जुड़े रहें और अपनी लोक परंपराओं को जन-जन तक पहुंचाने में योगदान दें।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, जागर गायक पद्मश्री प्रीतम भरतवाण, तथा बड़ी संख्या में गणमान्यजन एवं श्रद्धालु उपस्थित रहे।

सीएम धामी के नेतृत्व में हरेला पर्व पर रिकॉर्ड बनाएगा उत्तराखंड, एक ही दिन में रोपे जाएंगे 5 लाख पौधे

देहरादून, उत्तराखंड इस वर्ष हरेला पर्व पर एक नया कीर्तिमान रचने जा रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्यभर में एक ही दिन में 05 लाख से अधिक पौधों का रोपण किया जाएगा। इस ऐतिहासिक अभियान की थीम “हरेला का त्योहार मनाओ, धरती मां का ऋण चुकाओ” और “एक पेड़ – माँ के नाम” रखी गई है।

इस महाअभियान के तहत गढ़वाल मंडल में 03 लाख और कुमाऊं मंडल में 02 लाख पौधों के रोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। शासन स्तर पर इसकी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। 16 जुलाई को आयोजित होने वाले इस पर्व में राज्यभर के ग्रामीण, स्कूली छात्र, विभागीय अधिकारी, एनसीसी, एनएसएस और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।

इस संबंध में प्रमुख सचिव श्री रमेश कुमार सुंधाशु द्वारा सभी जिलाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए पत्र जारी किया गया है। पौधरोपण अभियान सार्वजनिक स्थलों, वनों, नदियों, गाड़-गदेरे के किनारे, विद्यालयों, कॉलेजों, विभागीय परिसरों, सिटी पार्क और आवासीय परिसरों में आयोजित होगा।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड प्रकृति के बेहद निकट है और पर्यावरण संरक्षण हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल और पर्यावरणीय जागरूकता के विजन को साकार करते हुए हरेला पर्व के साथ “एक पेड़ – माँ के नाम” अभियान को भी वृहद रूप से अपनाया जाएगा।

उन्होंने कहा कि 2016 में एक ही दिन में लगभग 2 लाख पौधे रोपे गए थे, जबकि इस बार 5 लाख पौधों का लक्ष्य रखा गया है, जो एक नया रिकॉर्ड होगा।

मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड की लोक संस्कृति और पारंपरिक त्योहारों को नई पहचान मिली है। पिछले चार वर्षों में हरेला, इगास, फूलदेई, बटर फेस्टिवल और घी संक्रांति जैसे लोक पर्वों को न केवल राज्य में, बल्कि राज्य के बाहर भी पहचान और सम्मान मिला है।

यह महाअभियान केवल पौधरोपण नहीं, बल्कि प्रकृति के प्रति आभार और भावनात्मक जुड़ाव का प्रतीक भी है, जो उत्तराखंड को “ग्रीन स्टेट” की दिशा में मजबूत कदम की तरह देखा जा रहा है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सीएससी दिवस-2025 पर उत्कृष्ट कार्य करने वालों को किया सम्मानित, कहा – डिजिटल क्रांति गांव-गांव तक पहुंची

देहरादून… मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को सर्वे चौक स्थित आई.आर.डी.टी. ऑडिटोरियम, देहरादून में आयोजित सी.एस.सी (कॉमन सर्विस सेंटर) दिवस-2025 कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सीएससी के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले संचालकों को “CSC वी.एल.ई पुरस्कार” से सम्मानित किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सीएससी आज देश के डिजिटल परिवर्तन का प्रतीक बन चुका है, जो ग्रामीण से शहरी क्षेत्रों तक लोगों की आकांक्षाओं को पूरा कर रहा है। उन्होंने कहा कि सीएससी के माध्यम से अब शहरों की सेवाएं एक क्लिक में गांव तक पहुंच रही हैं और ग्राम पंचायतें “डिजिटल पंचायतें” बन रही हैं। खासतौर पर उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्य में सीएससी की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सीएससी संचालक न केवल ग्रामीण जीवन को सरल बना रहे हैं, बल्कि गांवों के भविष्य को भी संवारने का कार्य कर रहे हैं। वर्तमान में उत्तराखंड में 13,000 से अधिक सीएससी कार्यरत हैं, जो विभिन्न डिजिटल सेवाओं जैसे यूसीसी पंजीकरण, प्रमाण पत्र निर्गमन, डिजिटल ट्रांजेक्शन आदि में सहायक हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में साइंस-बेस्ड नॉलेज इकोनॉमी को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘डिजिटल इंडिया’ का सपना आज साकार होता दिख रहा है। डिजिटल क्रांति आज देश के कोने-कोने तक पहुंच चुकी है। भारत आज विश्व में सबसे अधिक डिजिटल ट्रांजेक्शन करने वाला देश बन चुका है। उन्होंने कहा कि आज देश की सबसे छोटी दुकानों में भी डिजिटल पेमेंट संभव है, जो सरकार की स्पष्ट नीति और नियत का परिणाम है।

उन्होंने कहा कि डिजिटल इंडिया अभियान के अंतर्गत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्लाउड कंप्यूटिंग जैसी उन्नत तकनीकों को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। राज्य सरकार भी डिजिटल नवाचार को निरंतर प्रोत्साहित कर रही है। कई सरकारी सेवाओं को ई-गवर्नेंस के माध्यम से ऑनलाइन किया गया है। ई-टूरिज्म के जरिये ऑनलाइन बुकिंग को बढ़ावा दिया जा रहा है। साथ ही, मौसम पूर्वानुमान और जलवायु परिवर्तन के अध्ययन में डेटा एनालिटिक्स और सैटेलाइट इमेजरी का भी उपयोग किया जा रहा है।

इस अवसर पर विधायक खजान दास, विधायक उमेश शर्मा काऊ, भगवान पाटिल, कृष्ण कुमार सिंह, अश्विनी कुमार समेत अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री धामी ने जनसमस्याओं पर फरियादियों से की बातचीत, संबंधित अधिकारियों को दिए तत्काल कार्रवाई के निर्देश

देहरादून, 11/जुलाई/2025.. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनसुनवाई को प्राथमिकता देते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय को पत्र लिखकर अपनी समस्याएं भेजने वाले फरियादियों से सीधा संवाद किया और उनकी समस्याएं सुनने के बाद अधिकारियों को तत्काल और प्रभावी कार्रवाई के निर्देश दिए।

डोईवाला तहसील के शेरगढ़ निवासी श्री कर्मचंद ने सिंचाई नहर टूटने से खेतों में सिंचाई ठप होने की शिकायत की थी। मुख्यमंत्री ने पूरी बात ध्यान से सुनने के बाद प्रमुख अभियंता, सिंचाई विभाग को त्वरित समाधान हेतु निर्देशित किया।

वहीं, मेजर नरेश कुमार सकलानी ने अपनी भूमि पर अतिक्रमण कर लघु सिंचाई नहर बनाए जाने की शिकायत दर्ज कराई, जिस पर मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी देहरादून को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए।

कैनाल रोड निवासी धीरेंद्र शुक्ला ने एक बिल्डर द्वारा परेशान किए जाने की शिकायत की, जिस पर मुख्यमंत्री ने एमडीडीए को मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा।

इसके अलावा, विकासनगर स्थित दिनकर विहार निवासी श्री विशन दत्त शर्मा द्वारा सड़क से जुड़ी समस्या के संबंध में की गई शिकायत पर मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग के सचिव को शीघ्र कार्यवाही के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा, “जनता के पत्र केवल कागज़ नहीं होते, यह जनता की उम्मीद और विश्वास का प्रतीक होते हैं। मैंने आज कुछ ऐसे ही पत्र पढ़े और फिर स्वयं संबंधित शिकायतकर्ताओं से बात की। सरकार की कार्यशैली का मूल मंत्र ही समाधान है।”

मुख्यमंत्री की यह पहल शासन में पारदर्शिता, जवाबदेही और जनसमर्पण की भावना को और मजबूत करती है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया कुशीनगर के लिए कलश यात्रा का फ्लैग ऑफ, उत्तराखंड की पवित्र नदियों के जल से होगा भगवान सूर्य का जलाभिषेक

देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास, देहरादून से भगवान सूर्य की मूर्ति के जलाभिषेक हेतु कुशीनगर जनपद में आयोजित कलश यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

यह कलश यात्रा देशभर की 151 पवित्र नदियों से एकत्र किए जा रहे जल के माध्यम से भगवान सूर्य के जलाभिषेक के लिए निकाली जा रही है। इसी क्रम में देवभूमि उत्तराखंड की पवित्र नदियों – गंगा, यमुना, अलकनंदा, मंदाकिनी सहित अन्य स्रोतों से संकलित जल से युक्त कलश यात्रा को मुख्यमंत्री ने विधिवत रूप से रवाना किया।

इस अवसर पर महामंडलेश्वर श्री 1008 डॉक्टर स्वामी श्री संतोषानंद देव जी महाराज, पूर्वांचल महोत्सव समिति के अध्यक्ष श्री विनय राय एवं समिति के अन्य सदस्यगण उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री ने इस आध्यात्मिक यात्रा की सफलता की कामना करते हुए कहा कि यह पहल देश की सांस्कृतिक एकता और आध्यात्मिक विरासत को जोड़ने का अद्भुत उदाहरण है।

आपदा प्रभावित गांव बटोली में प्रशासन पहुंचा प्रथम पंक्ति में, डीएम सविन बंसल ने खुद किया स्थलीय निरीक्षण, राहत एवं पुनर्वास कार्यों में तेजी

देहरादून, 10 जुलाई 2025,,, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर जनपद देहरादून के सुदूरवर्ती आपदा प्रभावित गांव बटोली में जिला प्रशासन ने संवेदनशीलता और तत्परता का परिचय देते हुए राहत एवं पुनर्वास कार्यों को तेज कर दिया है। जिलाधिकारी सविन बंसल स्वयं भीषण पगडंडी पार कर गांव के अंतिम छोर तक पहुंचे और वहां की महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों से संवाद कर उनकी समस्याएं सुनीं।

जिलाधिकारी ने गांववासियों को भरोसा दिलाया कि “आपको कहीं जाने की आवश्यकता नहीं है, प्रशासन हरदम आपके साथ खड़ा है।” उन्होंने कहा कि आपदा, मुसीबत या किसी अनहोनी को न्यून करना जिला प्रशासन का दायित्व है और इसके लिए प्रशासन हरसंभव प्रयास कर रहा है।

अतिवृष्टि के चलते खाईयुक्त टीले में तब्दील हुए शेरू खाला के रास्ते को प्रशासन ने रातों-रात दुरुस्त कर दिया, जिसे सामान्यतः बनने में महीनों लगते। जिलाधिकारी ने वर्षाकाल के दौरान पूरे तीन महीने तक मार्ग की मरम्मत के लिए 24×7 मैनपावर और मशीनरी की तैनाती के निर्देश दिए हैं।

गांववासियों के पुनर्वास हेतु ₹3.84 लाख का एडवांस चेक मौके पर ही वितरित किया गया, जिसमें प्रत्येक परिवार को ₹4,000 प्रतिमाह किराए हेतु प्रदान किए जाएंगे। साथ ही, बटोली गांव में 15 दिनों के भीतर अस्थायी हेलीपैड निर्माण का कार्य प्रारंभ किया जाएगा।

जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं के लिए एएनएम नियमित स्वास्थ्य जांच हेतु दौरा करें। वहीं, बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्कूल के पास किराए के आवास में पठन-पाठन जारी रखने का अनुरोध करते हुए 3 महीने के किराए हेतु धनराशि मौके पर ही दी गई।

ग्रामीणों की मांगों पर कोटी-बटोली रोड को लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) को हस्तांतरित करने की कार्यवाही शुरू की गई है, जबकि बटोली से थान गांव तक वैकल्पिक सड़क मार्ग का सर्वे करने के निर्देश भी दिए गए हैं। स्थायी झूला पुल निर्माण हेतु सचिव, लोनिवि को पत्र प्रेषित किया गया है तथा तात्कालिक सुधार कार्य हेतु ₹3.98 लाख की राशि भी मौके पर दी गई है।

आपात चिकित्सा स्थिति को ध्यान में रखते हुए अस्थायी चिकित्सा व्यवस्था के निर्देश भी दिए गए हैं। साथ ही, ग्रामवासियों की मांग पर जिलाधिकारी ने अपने कोटे से 20 सोलर लाइट्स की स्वीकृति तत्काल प्रदान की है और इनकी स्थापना हेतु कार्य शुरू करने के निर्देश दिए हैं।

इस व्यापक कार्यवाही ने यह सिद्ध कर दिया है कि राज्य सरकार और जिला प्रशासन आपदा की घड़ी में आमजन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।

मुख्यमंत्री धामी ने देहरादून के अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों का किया स्थलीय निरीक्षण, राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश

देहरादून, 10 जुलाई 2025 — मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को देहरादून के रायपुर क्षेत्र अंतर्गत अतिवृष्टि से प्रभावित इलाकों का स्थलीय निरीक्षण कर हालात का जायज़ा लिया। उन्होंने किरसाली चौक, आई.टी पार्क, ननूरखेड़ा, आमवाला, तपोवन और शांति विहार जैसे क्षेत्रों में स्थानीय लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं और राहत पहुंचाने का आश्वासन दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आमजन की सुरक्षा राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिए कि प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता तुरंत पहुंचाई जाए। साथ ही, जलभराव की समस्या को देखते हुए नियमित रूप से नालियों की सफाई कराने और ड्रेनेज व्यवस्था को मजबूत करने के निर्देश भी दिए।

मुख्यमंत्री ने संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरतने पर जोर देते हुए चेतावनी बोर्ड लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने स्थानीय पुलिस बल एवं संबंधित विभागों को अलर्ट मोड में रहने और किसी भी आकस्मिक स्थिति में त्वरित रिस्पॉन्स सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा के समय रिस्पॉन्स टाइम कम से कम रखा जाए और प्रभावित नागरिकों की जान-माल की सुरक्षा के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएं।

निरीक्षण के दौरान राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, आपदा प्रबंधन सलाहकार समिति के उपाध्यक्ष विनय रुहेला, विधायक उमेश शर्मा काऊ तथा जिला प्रशासन के अधिकारी उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री धामी ने रुद्रपुर में ₹1 लाख करोड़ की ग्राउंडिंग सेरेमनी की तैयारियों की समीक्षा, कार्यक्रम को भव्य व प्रभावशाली बनाने के निर्देश

देहरादून, 10 जुलाई 2025 — मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को मुख्यमंत्री आवास में आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में अधिकारियों को रुद्रपुर में प्रस्तावित ₹1 लाख करोड़ की ग्राउंडिंग सेरेमनी के सफल आयोजन हेतु सभी तैयारियाँ समयबद्ध रूप से पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम भव्य और प्रभावशाली रूप में आयोजित किया जाए, जिससे उत्तराखंड की औद्योगिक प्रगति को नई पहचान और रफ्तार मिले।

मुख्यमंत्री ने बताया कि इस विशेष आयोजन में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। यह आयोजन राज्य के औद्योगिक भविष्य को नई दिशा देगा और युवाओं के लिए रोजगार के व्यापक अवसर उपलब्ध कराएगा।

उन्होंने कहा कि वर्ष 2023 में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान राज्य सरकार को कुल ₹3.5 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए थे, जिनमें से ₹1 लाख करोड़ की ग्राउंडिंग हो चुकी है। यह राज्य में निवेशकों के बढ़ते विश्वास और औद्योगिक संभावनाओं को दर्शाता है।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि यह आयोजन स्थानीय उद्यमिता को प्रोत्साहन देगा और राज्य की आर्थिक समृद्धि के नए द्वार खोलेगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि कार्यक्रम से जुड़ी सभी व्यवस्थाएं समन्वय और सजगता के साथ सुनिश्चित की जाएं, ताकि उत्तराखंड की सकारात्मक छवि और निवेश-अनुकूल वातावरण को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मंचों पर प्रभावी रूप से प्रस्तुत किया जा सके।

इस बैठक में प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, आर. मीनाक्षी सुंदरम, सचिव शैलेश बगोली, विनय शंकर पाण्डेय, अपर पुलिस महानिदेशक ए.पी. अंशुमन, विशेष सचिव डॉ. पराग मधुकर धकाते, अपर सचिव बंशीधर तिवारी तथा प्रबंध निदेशक उद्योग सौरभ गहरवार उपस्थित रहे।