Tuesday, May 13, 2025
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विदेशो मे संवैधानिक संस्थाओं की छवि को धूमिल करने की कोशिश कर रहे है राहुल: भट्ट

 

 

देहरादून 21 अप्रैल। भाजपा ने राहुल गांधी के अमेरिका में चुनाव आयोग पर दिए बयान को संवैधानिक संस्थाओं की छवि खराब करने की कोशिश बताया है।

प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद श्री महेंद्र भट्ट ने आरोप लगाया कि वे विदेश जाकर देश का अपमान करने के अपराध में सीरियल अपराधी हैं। जो लूट में बेल पर बाहर अपने साथी त्रिपोदा के साथ, इन दिनों देश को बदनाम करने की यात्रा पर हैं।

उन्होंने अमेरिका की बोस्टन यूनिवर्सिटी में दिए उनके बयान की कड़े शब्दों में निंदा की है। अब देश में आम धारणा बन गई है कि वे जब भी बोलेंगे, खासकर विदेश में तो हमेशा राष्ट्र विरोधी और देश की छवि खराब करने वाली बात ही कहेंगे। उन्होंने इस मर्तबा भी वही किया और देश की उस चुनाव प्रणाली और निर्वाचन का आयोग की मंशा को कटघरे में खड़ा किया, जिसके चलते ही उन्हें लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष बनने का अवसर मिला है। लगातार जनता द्वारा चुनाव दर चुनाव सबक सिखाने के बावजूद भी, राहुल देश के अपमान की अपनी पुरानी आदत से बाज नहीं आ रहे हैं।

 

उन्होंने कटाक्ष किया कि देश की संवैधानिक संस्थाओं और लोकतंत्र की छवि खराब करने वाले ये वो शख्स है जो भ्रष्टाचार और लूट में आरोपी है तथा बेल पर है। इसी तरह कांग्रेस पार्टी भी पूरे देश में अशांति का माहौल बनाने की साजिश में जुटी है।

 

उन्होंने कहा कि जिनको लगता है कि वे विदेश जाकर इस महान लोकतंत्र की छवि को नष्ट कर सकते हैं, तो वे पूरी तरह गलत हैं। क्योंकि देश दुनिया भी देख रही है कि वे जहां भी वे हारते हैं, उसका ठीकरा वे चुनाव आयोग और ईवीएम पर फोड़ देते हैं। उन्होंने प्रश्न किया कि जब वे झारखंड में जीते थे, तब क्या देश में अलग चुनाव आयोग था? जहां भी जीतते हैं, वहां ईवीएम ठीक हो जाता है और जहां भी वे हारते हैं, वहां कहते हैं कि चुनाव आयोग और ईवीएम गलत है।

 

उन्होंने हैरानी जताई कि संवैधानिक संस्थाओं पर इस निंदनीय हमले के समय उनके साथ कोई और नहीं बल्कि हेराल्ड मामले में उनका सह आरोपी सैम पित्रोदा था, जो स्वयं नेशनल हेराल्ड मामले में जमानत पर बाहर हैं। अब एक बार पुनः दोनों एक साथ हमेशा की तरह भारत को बदनाम करने की यात्रा पर निकले हुए हैं।

 

उन्होंने विश्वास दिलाया कि भाजपा किसी भी कीमत पर लोकतंत्र को कमजोर करने वाले ऐसे प्रयासों को सफल नहीं होने देंगी।

 

सनातन के आदर के बिना गंगा का सम्मान कैसे? बताये हरदा: चमोली

देहरादून 21 अप्रैल। वरिष्ठ भाजपा नेता और विधायक श्री विनोद चमोली ने हरदा की गंगा सम्मान यात्रा पर तंज कसते हुए कहा कि सनातन के सम्मान के बिना गंगा सम्मान यात्रा निरर्थक है।

 

चमोली ने कहा कि समुदाय विशेष की तुष्टिकरण के लिए पूर्व सीएम हरीश रावत कई योजनाओं को अमल मे ला चुके हैं। एक और गंगा का सम्मान और दूसरी ओर हरदा आस्था की प्रतीक गंगा को नाला घोषित कर चुके है। मुस्लिम यूनिवर्सिटी उन्ही की पार्टी नेताओं ने खुलासा किया तो जुम्मे की नमाज की छुट्टी जैसे फैसले तुष्टिकरण की पराकाष्ठा थी।

 

उन्होंने कहा कि हरदा पर कांग्रेस को अपने परिवार की प्लेसमेंट एजेंसी बनाने का आरोप लगाया है। वहीं पलटवार किया कि कांग्रेस झूठ की शिकार हो या नहीं, लेकिन प्रदेश की जनता उनके सफेद झूठ को कभी स्वीकार नहीं करने वाली है।

 

पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों द्वारा पूर्व सीएम हरीश रावत के बयानों पर पूछे गए सवालों का ज़बाब देते हुए कहा कि वे कांग्रेस में अपने बच्चों और रिश्तेदारों को स्थापित करने में ही लगे रहते हैं। उनके लिए पार्टी सिर्फ एक राजनीतिक प्लेसमेंट एजेंसी बन गई है और वहां वे अपने लोगों को ही तव्वजो देते हैं। लिहाजा हरीश रावत की यात्रा अपनी पार्टी को सबल करने की नहीं है बल्कि अपने बच्चों के राजनीतिक भविष्य को बल देने की यात्रा है।

 

उन्होंने कहा कि जो हरीश रावत कहते हैं कि कांग्रेस झूठ का शिकार हो गई है, तो उन्हें बताना चाहिए कि आखिर कौन था वो व्यक्ति जिसका बतौर सीएम स्टिंग हुआ था और किसने कहा था कि मेरी सरकार बचा लीजिए, बदले में में आपको पूरी छूट दे दूंगा। उनको न जाने क्यों ऐसा लगता है कि प्रदेश की जनता ये सब भूल गई है। जबकि चुनाव दर चुनाव उनकी हार इस बात की तस्दीक करती है कि लोगों ने उन्हें अमानत में ख़यानत के अपराध से अब तक बरी नहीं किया है।

 

वक़्फ़ की संपत्तियों का उपयोग गरीब मुस्लिम वर्ग के कल्याण मे सुनिश्चित होगा: धामी

भाजपा 20 अप्रैल से चलायेगी वक्फ जनजागरण अभियान

देहरादून 18 अप्रैल। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि भाजपा “गरीबों का हक सिर्फ गरीबों को मिलेगा” संदेश के साथ वक्फ जनजागरण अभियान चलाने जा रही है।

प्रदेश मुख्यालय मे आयोजित वक्फ संशोधन जनजागरण अभियान की

प्रदेश कार्यशाला मे मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि वक्फ संशोधन से सरकार सुनिश्चित कराएगी कि वक्फ का उपयोग गरीब, पसमांदा भाइयों और मुस्लिम बहनों के कल्याण में हो। बिना धार्मिक छेड़छाड़ किए, प्रदेश में भी बोर्ड की एक एक इंच भूमि की जांच और देखभाल की जाएगी। वहीं इस मौके पर राष्ट्रीय महामंत्री, प्रदेश प्रभारी और वक्फ संशोधन की केंद्रीय कमेटी के सदस्य श्री दुष्यंत गौतम कहा, वक्फ की जो भी जमीनें अवैध कब्जों से मुक्त होंगी, उन पर गरीब और मुस्लिम महिलाओं के लिए पीएम आवास बनाए जाएंगे।

 

20 अप्रैल से 5 मई तक चलने वाले इस अभियान को लेकर विस्तृत जानकारी दी गई। प्रदेश महामंत्री श्री आदित्य कोठारी के संचालन में हुई कार्यशाला में बताया गया कि हमें इस ऐतिहासिक कानून के सभी पहलुओं को विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से समाज में नीचे तक ले जाना है। ताकि मुस्लिम समाज को भी इस सुधार से उनके जीवन में होने वाले क्रांतिकारी बदलाव की जानकारी हो। दो सत्रों में हुई इस कार्यशाला में मुख्यमंत्री धामी ने उद्घाटन सत्र में इस कानून में सरकारों की भूमिका और दूसरे सत्र में प्रदेश प्रभारी गौतम ने इसके सभी कानूनी, सामाजिक और राजनैतिक बिंदुओं पर चर्चा की।

 

इस दौरान सीएम धामी ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में देश ऐतिहासिक और युग परिवर्तनकारी निर्णय ले रहा है, जिसकी एक बानगी वक्फ संशोधन कानून है। जो सर्वधर्म, सद्भाव, समरसता, समानता, न्याय की भावना और सबका साथ, सबका विकास और सबके प्रयास के सिद्धांत पर आधारित है। इससे पहले पीएम मोदी कश्मीर से धारा 370 हटाने, CAA लागू करने और श्री राम मंदिर निर्माण, तीन तलाक जैसे उन तमाम कार्यों को धरातल पर उतार चुके हैं, जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। इसी क्रम में यह संशोधन देशहित और समजाहित में है और गरीबों के अधिकार सुनिश्चित करने और काली कमाई को सफेद करने वाली मंशा पर रोक लगाने वाला है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि किसी की भी धार्मिक स्वतंत्रता पर आंच नहीं आएगी और एक-एक इंच जमीन को जांच और देखभाल की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस कानून का सर्वाधिक लाभ मुस्लिम समाज में गरीबों, तलाकशुदा और विधवा महिलाओं, अनाथ बच्चों और जरूरतमंद लोगों को मिलने वाला है।

 

उन्होंने विरोध करने वाले विपक्ष की मंशा पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि लाखों करोड़ की प्रॉपर्टी के बावजूद क्यों इसके माध्यम से गरीबों की मदद नहीं की गई। हम सब पार्टी कार्यकर्ताओं को इस कानूनी सुधार की विस्तृत जानकारी आम जनता तक पहुंचानी है ताकि विपक्ष की भ्रमित और भय पैदा करने की राजनीति पर पूरी तरह लगाम लगे।

उन्होंने प्रदेश की वफ्फ संपत्तियों का जिक्र करते हुए कहा, लगभग 5700 संपत्तियां वक्फ में दर्ज हैं। जिनका पूरे सत्यापन से रिकॉर्ड बनाकर गहन जांच पड़ताल की जाएगी। प्रदेश में कानून का राज है इसलिए जहां भी अतिक्रमण पाया गया तो उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

 

इससे पहले हमारी सरकार राज्य की डेमोग्राफी और स्वरूप बनाए रखने की दृष्टि से यूसीसी, कठोर धर्मांतरण विरोधी कानून, दंगारोधी कानून लेकर आई है। लिहाजा इस संशोधन कानून को भी कड़ाई से देवभूमि में लागू करेगी और गरीबों का उनका हक दिलाएगी।

कार्यशाला को संबोधित करते हुए प्रदेश प्रभारी श्री गौतम ने कहा कि जनसंघ की स्थापना के समय से ही हम सशक्त भारत निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं। जो भी देश की एकता और देशवासियों के कल्याण के लिए जरूरी लगा, उसे हमने समय आने कर लागू कर दिखाया है। लाख विरोध और हिंसक धमकियों के बावजूद मोदी सरकार ने कश्मीर से धारा 370 हटाया, तीन तलाक बिल लाकर मुस्लिम बहनों को पीड़ा से मुक्त किया, CAA को लागू किया। यह वक्त बिल संशोधन कानून कोई नया कार्य नहीं है बल्कि हमने पूर्व की कांग्रेस सरकारों द्वारा 2013 और 1995 में की गई गलतियों को सुधारने का काम किया है। इसके पीछे हमारा स्पष्ट मानना है कि तुष्टीकरण के नाम पर राष्ट्र विरोधी कार्यो को किसी भी कीमत कर तरजीह नहीं दी जाएगी। गरीबों के कल्याण के लिए वक्फ की संपत्तियों का सही इस्तेमाल होना चाहिए, जिसके लिए इस कानून से हम सभी अवैध कब्जा को हटाएंगे। साथ ही यूपी सरकार की तर्ज पर ऐसी मुक्त जमीनों पर गरीब मुस्लिम महिलाओं, विशेषकर तलाकशुदा और विधवा महिलाओं, अनाथ बच्चों के लिए पीएम आवास बनाए जाएंगे। ऐसी संपत्तियों पर गरीब समाज के लिए अस्पताल, शिक्षण संस्थान और समुदायिक भवन आदि सुविधाएं विकसित की जाएंगी।

 

उन्होंने विश्वास दिलाते हुए कहा कि जब इस कानून से आजाद हुई वक्फ संपत्तियों से समाज का विकास होगा तो आज विरोध करने वाले लोग मुंह दिखाने लायक नहीं रहेंगे। पीएम मोदी और भाजपा का स्पष्ट मंतव्य है कि विकसित भारत के निर्माण के लिए देश के मुस्लिम समाज का विकसित होना भी अत्यधिक आवश्यक है। यह वक्त संशोधन कानून भी हमारे ऐसे प्रयासों के लिए मील का पत्थर साबित होने वाला है।

 

कार्यशाला के दूसरे सत्र को संबोधित करते हुए प्रदेश महामंत्री संगठन श्री अजेय कुमार ने सभी प्रतिभागियों से एक पखवाड़े तक चलने वाले इस अभियान की रूपरेखा साझा की। उन्होंने कहा हम सबको एकजुट होकर इस सुधारात्मक कानून की सकारात्मक चर्चा को नीचे तक ले जाना है। यह जनजागरण का अभियान, समाज के एक बड़े तबके को दिशा देने का काम करने वाला है ताकि वह भ्रमित करने वाले विपक्ष के झांसे में न आए। हमारा प्रयास होना चाहिए कि इस कानून के सभी प्रभावित पक्षों को इसकी सही और विस्तृत जानकारी हो ताकि उसका अधिक लाभ वे भविष्य में ले सकें। साथ ही बताया कि 10 अप्रैल की केंद्रीय कार्यशाला के बाद आज इस प्रदेश कार्यशाला की तर्ज पर आगामी 20 से 22 अप्रैल के मध्य सभी जनपदों में कार्यशाला का आयोजन किया जाना है जिसे अगले चरण में मंडलों तक लेकर जाना होगा।

 

कार्यशाला में उत्तराखंड वक्फ बोर्ड अध्यक्ष श्री शादाब शम्स ने इस संशोधन के सभी प्रमुख बिंदुओं की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किस तरह पूर्व में इस बोर्ड को मिले असीमित अधिकारों के कारण बड़े पैमाने पर दुरुपयोग किया गया। न केवल इसकी जमीनों पर बड़ी संख्या पर कब्जे किए गए, वहीं सरकारी संपति और निजी संपत्तियों पर भी बोर्ड ने दावा किया। इसके पीड़ितों में बड़ी तादात अल्पसंख्यक समाज की है। उन्होंने दिल्ली, लखनऊ, कर्नाटक, तमिलनाडु, महाराष्ट्र आदि अनेकों स्थानों पर वक्फ बोर्ड की ज्यादतियों का जिक्र किया। जिसमें से अधिकांश पर तो कांग्रेस इंडी गठबंधन नेताओं, वक्फ बोर्ड और पर्सनल बोर्ड के अधिकारियों ने ही कब्जा किया हुआ है। अब वक्फ कानून में परिवर्तन का सबसे बड़ा खामियाजा तो इन कब्जाधारियों को ही होने वाला है।

 

बैठक में प्रमुख वक्ताओं के अतिरिक्त प्रदेश महामंत्री श्री आदित्य कोठारी, राज्यसभा सांसद श्रीमती कल्पना सैनी, प्रदेश उपाध्यक्ष एवं अल्पसंख्यक मोर्चा प्रभारी श्री मुकेश कोली, प्रदेश उपाध्यक्ष श्री कुलदीप कुमार, श्री शैलेंद्र बिष्ट, अल्पसंख्यक मोर्चा अध्यक्ष श्री इंतजार हुसैन, विधायक श्री खजान दास, कार्यालय सचिव श्री कुस्तुभानंद जोशी, प्रदेश मंत्री श्रीमती मीरा रतूड़ी, श्री पुष्कर काला, श्री जोगेंद्र पुंडीर, राजेंद्र सिंह नेगी, विनोद सुयाल, श्रीमती मधु भट्ट, श्रीमती सुनीता विद्यार्थी, श्रीमती हनी पाठक, श्रीमती कमलेश रमन, गौरव पांडे समेत प्रदेश पदाधिकारी एवं अल्पसंख्यक मोर्चे के पदाधिकारी भी मौजूद रहे।

सीएम धामी ने विदेशी घुसपैठियों के खिलाफ प्रशासन के साथ मिलकर एक व्यापक ड्राइव चलाकर तत्काल कठोर कार्यवाही के निर्देश दिए

 

*घुसपैठियों को फर्जी प्रमाण पत्र बनाने में सहायता करने वाले लोगों के विरूद्ध भी कड़ी कार्यवाही होगी*

 

*सीएम धामी की पुलिस को आम जनमानस के साथ मित्रवत व्यवहार बनाए रखते हुए अपराधियों में भय का प्रकोप पैदा करने की नसीहत*

 

*कैंची धाम में अगले 10 दिन के भीतर हैलीपेड की व्यवस्था करने के निर्देश , सीएम धामी स्वयं 10 दिन बाद इस हैलीपेड में पहुंचेगे*

 

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने पुलिस विभाग को राज्य में गैर कानूनी तौर पर फर्जी प्रमाण पत्रों (फर्जी आधार कार्ड आदि ) के आधार पर रह रहे विदेशी घुसपैठिये के खिलाफ प्रशासन के साथ मिलकर एक व्यापक ड्राइव चलाकर तत्काल कठोर कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। उन्होंने ऐसे घुसपैठियों को फर्जी प्रमाण पत्र बनाने में सहायता करने वाले लोगों के विरूद्ध भी कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही सीएम धामी ने ड्रग्स माफिया के खिलाफ भी सख्त कार्यवाही की हिदायत देते हुए पुलिस अधिकारियों को स्पष्ट किया कि राज्यवासियों का भरोसा बनाए रखना हमारी शीर्ष प्राथमिकता हैं। उन्होंने अधिकारियों को सख्त हिदायत दी है कि उत्तराखण्ड पुलिस को आम जनमानस के साथ मित्रवत व्यवहार बनाए रखते हुए अपराधियों में भय का प्रकोप भी बनाए रखना हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश और दुनियाभर में उत्तराखण्ड की पहचान शान्तिपूर्ण राज्य की हैं लेकिन पुलिस प्रशासन को सर्तक रहना होगा कि अपराधिक तत्व इसे अपनी सुरक्षित पनाहगाह ना समझे तथा राज्य की शान्तिपूर्ण छवि का दुरूपयोग ना कर पाए। सीएम ने निर्देश दिए हैं कि पुलिस को अपनी कार्य संस्कृति में जरूरी बदलाव करते हुए जनता से संवाद बनाना होगा। उन्होंने सभी एसएसपी व एसपी को थानों में जनसुनवाई के निर्देश दिए हैं, ताकि आम आदमी को तत्काल न्याय मिल सके।

 

राज्य स्तरीय पुलिस संगोष्ठी के अवसर पर पुलिस मुख्यालय, देहरादून में गुरूवार देर रात तक लगभग तीन घण्टे से अधिक चली मैराथन बैठक में मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने पुलिस महानिदेशक से लेकर सभी एसपी-एसएसपी से उनके विभाग की स्थिति का अपडेट लिया।

 

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने नैनीताल एसएसपी से कैंची धाम की पार्किंग एवं ट्रेफिक व्यवस्था का अपडेट लेते हुए सम्बन्धित अधिकारियों को कैंची धाम में अगले 10 दिन के भीतर हैलीपेड की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। सीएम धामी ने कहा वे स्वयं 10 दिन बाद इस हैलीपेड में पहुंचेगे। उन्होंने कैंची धाम में पार्किंग एवं अन्य पर्यटन विकास कार्यों के प्रस्ताव तत्काल प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।

 

साइबर अपराधों के मामले में विलम्ब से एफआईआर दर्ज होने के मामलों पर सख्ती से संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से साइबर मामलों में अभी तक हुई रिपोर्टिंग एव कार्यवाहियों की रिपोर्ट तलब की। उन्होंने इन मामलों में तत्काल कार्यवाही के सख्त निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही सीएम ने साइबर क्राइम के सम्बन्ध में जन जागरूकता एवं अवेयनेस कैम्पेन चलाने के भी निर्देश दिए हैं।

 

पुलिस विभाग को सभी स्तरों पर कार्य संस्कृति में सुधार की कड़ी हिदायत देते हुए मुख्यमंत्री श्री धामी ने पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिए हैं कि थाना स्तर पर यदि कोई पुलिस कार्मिक जमीनों के प्रकरण सहित अन्य अवैध कार्यवाही में लिप्त पाया जाता है तो उसके खिलाफ तत्काल कठोर कार्यवाही अमल में लायी जाए, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही के लिए कोई स्थान नही हैं।

 

मुख्यमंत्री श्री धामी ने पुलिस कार्मिकों की सुविधाओं के लिए थानों के आसपास ही आवासीय सुविधाओं के विकास के निर्देश दिए हैं। उन्होंने थानों के आधुनिकीकरण की कार्यवाही को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए हैं।

 

विशेषरूप से देहरादून में सीसीटीवी कैमरों की स्थिति की रिपोर्ट तलब करते हुए लेते हुए सीएम श्री धामी ने पूरे प्रदेश में सीसीटीवी की आवश्यकताओं के आंकलन की जल्द से जल्द रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने सचिव गृह एव डीजीपी को ऊधमसिंह नगर में प्रस्तावित फाॅरसेनिक लैब की स्थापना के सम्बन्ध में तत्काल भारत सरकार से प्रभावी समन्वय के निर्देश दिए हैं।

 

मुख्यमंत्री ने सभी एसएसपी एवं एसपी से उनके द्वारा गोद लिए गए थानों की स्थिति में भी जानकारी ली तथा निर्देश दिए कि गोद लिए थानों की स्थिति पर निरन्तर निरीक्षण करते हुए सुधार कार्य जारी रखे।

 

पर्यटन सीजन को देखते हुए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को नैनीताल में अस्थायी पार्किंग की व्यवस्था एवं शटल सेवा आरम्भ करने के सम्बन्ध में तत्काल परिवहन विभाग के साथ बैठक करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यात्रा सीजन के दौरान अधिकारी ट्रेफिक व्यवस्था व पार्किंग व्यवस्था में ऐसा बेहतरीन माॅडल स्थापित करे ताकि उनकी व्यवस्था बेस्ट प्रेक्टिसेज में मानी जाए तथा अन्य राज्यों द्वारा भी अपनायी जाए।

 

मुख्यमंत्री ने पर्यटन सीजन एवं चारधाम यात्रा के दौरान यात्रियों सहित अन्य सभी प्रकार की डाटा के संग्रह की व्यवस्था के निर्देश दिए हैं। सीएम ने स्पष्ट किया है कि नीति नियोजन एवं अन्य रणनीति बनाने में सबसे महत्वपूर्ण हैं। इसका व्यवस्थित संग्रहण जरूरी है। उन्होंने चारधाम मार्गों सहित सभी महत्वपूर्ण मार्गों में आगे के रूट पर ट्रैफिक की व्यवस्था की जानकारी के लिए डिस्पले बोर्ड एवं एसएमएस की व्यवस्था के भी निर्देश दिए हैं।

 

बैठक में सचिव गृह श्री शैलेश बगौली, डीजीपी श्री दीपम सेठ सहित पुलिस विभाग के सभी अधिकारी एवं सभी जिलों के एसएसपी एवं एसपी मौजूद रहे।

कृषि-उद्यान मे 5 योजनाओं को मंजूरी से होगी काश्तकारों की आर्थिकी मे क्रांतिकारी बदलाव: चौहान

 

 

देहरादून 16 अप्रैल। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि धामी सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र मे 5 योजनाओं को अलग अलग मंजूरी से काश्तकारों की अर्थिकी मे क्रांतिकारी बदलाव साबित होगा।

 

प्रदेश मीडिया प्रभारी श्री मनवीर चौहान ने कैबिनेट में कृषि क्षेत्र से जुड़े निर्णयों को क्रांतिकारी बताया है और इसके लिए उन्होंने प्रदेशवासियों की तरफ से मुख्यमंत्री श्री पुष्कर धामी का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि हमारी डबल इंजन की सरकार विगत कुछ वर्षों में राज्य की आधारभूत संरचनाओं में आमूलचूल परिवर्तन लेकर आई है। पीएम मोदी के मार्गदर्शन और धामी सरकार के नेतृत्व में आज राज्य का विकास दोगुनी रफ्तार से हो रहा है। सरकार ने स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य सुविधाओं को लेकर जनकल्याणकारी योजनाओं से आम लोगों के जीवन में बड़ा परिवर्तन लाने का काम किया है।

 

कैबिनेट बैठक में सरकार एक और महत्वपूर्ण कदम आगे बढ़ते हुए कृषि में स्वरोजगार वृद्धि की नीतियां लेकर आई हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि कृषि और उद्यान को लेकर कीवी, मिलेट, ड्रैगन फ्रूट सीएम सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन, सेब तुड़ाई आदि योजनाओं की मंजूरी से राज्य में किसानों को बहुत लाभ मिलने वाला है। इन तमाम योजनाओं के धरातल पर उतरने से बड़ी संख्या में युवा कृषि क्षेत्र में स्वरोजगार को अपनाएंगे। जो न केवल पलायन को कम करने में मददगार होगा। वहीं कृषि का हमारी अर्थव्यस्थता में योगदान बढ़ना तय है। इससे पूर्व भी पारंपरिक खेती और उत्पादों को बढ़ावा देने को लेकर हमारी सरकार ने अनेकों कदम उठाए हैं जिसका परिणाम हमें मिलने लगा है। ऐसे में यह सभी नीतियां राज्य में कृषि का मजबूत ढांचा तैयार करने वाला साबित होंगी।पर्यटन के साथ कृषि और उद्यान को लेकर धामी सरकार का यह निर्णय सराहनीय है।

 

चौहान ने कहा कि किसानो की आय बढ़ाने के लिए पीएम मोदी की मुहिम को धामी पूरी गति से आगे बढ़ाने के लिए कार्य कर रहे हैं। राज्य मे बड़ी संख्या मे अब युवक भी कृषि और उद्यान से जुड़ कर लाभ अर्जित कर रहे हैं जो कि निश्चित रूप से राज्य मे पलायन पर अंकुश लगाने मे सार्थक होगा।

 

आरवीएनएल ने बनाई भविष्य की राह, सबसे लंबी रेल सुरंग में बड़ी कामयाबी : केंद्रीय रेल मंत्री

 

*ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक कुल 125 किमी लंबी रेल परियोजना*

*भारत में सबसे लंबी सुरंग उत्तराखंड के देवप्रयाग सौड़ से जनासु तक 14.49 किमी का हुआ ब्रेकथ्रू*

भारत की सबसे लंबी रेल सुरंग का आज सफलतापूर्वक ब्रेकथ्रू हो गया है। इस अवसर पर केंद्रीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव व उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी मौजूद रहे। रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। यह उत्तराखंड की 125 किलोमीटर लंबी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग ब्रॉड गेज रेल परियोजना से जुड़ी है। यह रेल परियोजना 105 किलोमीटर सुरंग के अंदर बनी है। इसमें ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक कुल 16 सुरंग हैं।

 

इस ऐतिहासिक अवसर पर केंद्रीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने संयुक्त रूप से सुरंग स्थल पर पहुंचकर निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने निर्माण कार्यों का जायजा लिया और अधिकारियों से सुरंग की जानकारी ली। केंद्रीय रेलवे मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने सुरंग के सफल ब्रेकथ्रू पर खुशी जताते हुए कहा कि यह उत्तराखंड के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने इस उपलब्धि के लिए सभी रेलवे अधिकारियों, कर्मचारियों और श्रमिकों को बधाई दी। रेल मंत्री ने यह भी कहा कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना का कार्य तेजी से प्रगति कर रहा है और जल्द ही इस रेल लाइन पर संचालन शुरू होने की उम्मीद है। यह परियोजना राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों को रेल नेटवर्क से जोड़ने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने कहा कि यह (देवप्रयाग सौड़ से जनासु तक) 14.57 किलोमीटर लंबी रेलवे सुरंग उत्तराखंड की ही नहीं बल्कि  पूरे भारत में सबसे लंबी सुरंग है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की पहल पर यह पहली बार है जब देश के पहाड़ी इलाकों में रेल सुरंग बनाने के लिए टीबीएम तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। कहा कि 9.11 मीटर व्यास वाली इस सिंगल-शील्ड रॉक टीबीएम ने काम में जो तेजी और सटीकता दिखाई है, वह वैश्विक स्तर पर एक नया मापदंड स्थापित करती है। रेल मंत्री ने कहा कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग परियोजना उत्तराखंड के ऋषिकेश, देवप्रयाग, श्रीनगर, रुद्रप्रयाग, गौचर और कर्णप्रयाग जैसे प्रमुख शहरों को जोड़ेगी।

 

रेल मंत्री ने कहा कि इस परियोजना से ऋषिकेश से कर्णप्रयाग का सफर सात घंटे से घटकर सिर्फ दो घंटे का हो जाएगा। यह हर मौसम में दूरदराज के इलाकों तक पहुंच आसान करेगा और उत्तराखंड में पर्यटन व आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा। यह चार धाम रेल परियोजना को पूरा करने की दिशा में भी बड़ा कदम है। इस उपलब्धि के साथ आरवीएनएल ने भारत के सबसे मुश्किल इलाकों में आधुनिक निर्माण तकनीक में अपनी मजबूत जगह बनाई है। यह सफलता न सिर्फ एक सुरंग की कहानी है, बल्कि एक नए, मजबूत और कनेक्टेड भारत की शुरुआत है।

 

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह सुरंग उत्तराखंड के विकास की दिशा में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना राज्य के दूरस्थ पर्वतीय क्षेत्रों को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने में एक अहम भूमिका निभाएगी। यह न केवल स्थानीय लोगों के लिए आवागमन को सरल बनाएगी, बल्कि क्षेत्र में पर्यटन, व्यापार और आर्थिक गतिविधियों को भी एक नई गति देगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में राज्य में इंफ्रास्ट्रक्चर विकास को नई दिशा और गति मिली है। देवप्रयाग-सोड़ से श्रीनगर जनासु तक की यह सुरंग तकनीकी दृष्टि से भी एक बड़ी उपलब्धि है और यह दिखाती है कि कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद हम विकास के कार्यों को सफलतापूर्वक अंजाम दे सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि टनकपुर बागेश्वर रेल परियोजना का सर्वे भी हो चुका है जल्द ही आगे की कार्यवाही की जाएगी।

 

इस मौके पर केबिनेट मंत्री डॉ धन सिंह रावत, गढ़वाल सांसद श्री अनिल बलूनी, जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान, जिलाधिकारी टिहरी श्री मयूर दीक्षित, आरवीएनएल के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्‍टर श्री प्रदीप गौर, अपर जिलाधिकारी अनिल सिंह गर्ब्याल, संयुक्त मजिस्ट्रेट श्री दीपक राम चंद्र शेट, जीएम उत्तर रेलवे श्री अशोक कुमार वर्मा, प्रबंधक निदेशक श्री भानु प्रकाश, मुख्य परियोजना प्रबंधक आरवीएनएल श्री अजित यादव, जीएम आरवीएनएल श्री सुमित जैन सहित अन्य उपस्थित थे।

नड्डा के प्रस्तावित दौरे का भट्ट ने किया स्वागत, अध्ययन दौरे मे शिरकत की अनुमति पर जताया आभार

 

देहरादून 13 अप्रैल। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद श्री महेंद्र भट्ट ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जे पी नड्डा के प्रस्तावित राज्य प्रवास का स्वागत किया है। वहीं इसी तिथि पर भट्ट को अपने पूर्व निर्धारित संसदीय समिति अध्ययन दौरे में शामिल होने की अनुमति राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रदान की है।

प्रदेश मीडिया प्रभारी श्री मनवीर सिंह चौहान ने श्री नड्डा जी के कार्यक्रम की जानकारी मीडिया से साझा करते हुए बताया कि 15 अप्रैल को उनका यह एक दिवसीय दौरा होना है। इस दौरान वे ऋषिकेश एम्स के 5 वें दीक्षांत समारोह में प्रतिभाग करेंगे।

उन्होंने बताया कि इस संबंध में प्रदेश अध्यक्ष श्री भट्ट ने राष्ट्रीय अध्यक्ष से बातचीत कर उनके आगमन का समस्त देवभूमिवासियों की तरफ से हार्दिक अभिनन्दन किया है। साथ ही कहा कि हम सबके लिए बहुत सौभाग्य की बात है कि पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेई द्वारा स्थापित तीर्थनगरी का यह संस्थान श्री नड्डा जी के कर कमलों से सर्वश्रेष्ठ चिकित्सकों की पांचवी पीढ़ी सेवा के लिए समर्पित करने जा रही है।

उन्होंने श्री नड्डा से बातचीत में उन्हें जानकारी दी कि उनके ऋषिकेश कार्यक्रम के दौरान ही उनका उद्योग संबंधित संसदीय समिति का अध्ययन दौरा पूर्व निर्धारित है। इस संबंध में राष्ट्रीय अध्यक्ष ने देश के महत्वपूर्ण स्थानों पर होने वाले इस संसदीय दौरे को बेहद अहम बताया। वहीं उन्हें समिति के इस दौरे में शामिल होने के लिए अपनी अनुमति प्रदान की। श्री भट्ट ने बताया कि श्री नड्डा जी अनुमति से इस तिथि में वह आसाम, अरुणाचल प्रदेश, तमिलनाडु के विभिन्न स्थानों के प्रवास पर रहने वाले हैं।

उत्तराखण्ड सस्ती और निर्वाध विद्युत आपूर्ति वाला राज्य, अनौचित्यपूर्ण है कांग्रेस का प्रदर्शन: चौहान

 

महंगाई नियंत्रित, गुणवत्तापरक सस्ती शराब का मतलब माफिया का सफाया

 

देहरादून 13 अप्रैल। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने बिजली दरों पर कांग्रेस के प्रदर्शन को अनौचित्यपूर्ण बताते हुए कहा कि उतराखंड सस्ती और निर्बाध विद्युत आपूर्ति करने वाला राज्य है, उसकी किसी अन्य राज्य से तुलना नही हो सकती है। कोरोना के बाद उपजे हालात और विषम परिस्थितियों के वावजूद जहाँ दुनिया भर के कई देश आर्थिक रूप से जर्जर हालत से नही उबर पाए तो मोदी सरकार की ठोस नीति के स्थिति को बेहतर ढंग से संभाला और आज देश फिर तरक्की की राह पर अग्रसर है।

 

चौहान ने कहा कि गैर भाजपाई राज्य हिमाचल समेत अन्य सरकारों में अभी भी उत्तराखंड से बहुत ज्यादा कीमत की बिजली वसूली जा रही हैं। उतराखंड के पहाड़ और तराई दोनों जगह गरीबों को अधिकतम बिजली मुफ्त पहुंचा रहे हैं और मंहगाई दर न्यूनतम और विकास दर अधिकतम बनाए हुए है।

 

चौहान ने कहा कि धामी सरकार ने

गरीब और कमजोर वर्गों की को पूरी अहमियत दी है। साल में 3 फ्री सिलेंडर रिफिलिंग, छोटे से छोटे गांव को सड़क से जोड़ना, प्रत्येक घर को बिजली से रोशन करना जिसमे परंपरागत बिजली या सोलर ऊर्जा भी शामिल है।

सरकार पर्वतीय क्षेत्रों में 200 यूनिट और मैदानी इलाकों में 100 यूनिट बिजली की फ्री व्यवस्था की गई है। वहीं गरीबों का चूल्हा नियमित रूप से जले तो इसके लिए पीएम अन्न योजना चल रही है।

 

उन्होंने कहा, विद्युत विभाग को आत्मनिर्भर बनाने और उसकी सेवा एवं क्षमता को शानदार बनाने के लिए बिजली दरों का व्यवहारिक होना प्रक्रिया का हिस्सा है। हिमाचल समेत तमाम विपक्षी सरकारों में उत्तराखंड से अधिक दामों विद्युत वितरण हो रहा है। वहां हिमाचल विद्युत बोर्ड का घाटा 300 करोड़ के पार चला गया है और देश में सबसे अधिक प्रति यूनिट पैसे खर्च करने वाला बोर्ड बन गया है। चुनावों में की गई बिजली सब्सिडी योजना सरेंडर करने की सुक्खू सरकार द्वारा, जनता से अपील की जा रही है। गांव के साथ ही शहरों में भी जबरदस्त विद्युत कटौती हो रही है।

 

वहीं कांग्रेस राजनैतिक विरोध की मंशा के चलते सस्ती और बिना कटौती की निर्वाध विद्युत आपूर्ति को नही देख रही है। चौहान ने कहा कि खनन के बाद शराब सर्वाधिक राजस्व देने वाला उद्योग बन गया है। लेकिन उपभोक्ताओं को गुणवत्तापरक शराब की आपूर्ति और किफायती दरों पर देने से यह भी साफ है कि कांग्रेस काल मे जैसे शराब माफियाओं को सरंक्षण था वह अब नही है। अपनी सरकारों में शराब माफियाओं के साथ बैठकर आबकारी नीति बनाने वाले आज शराब के दामों की चिंता कर रहे है। यह पहली ऐसी सरकार है जिसने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पेट्रोलियम पदार्थों के दामों में कमी का लाभ आम जनता को दिया है। कांग्रेस सरकारों में विकास दर, मुद्रा स्फीति दर से हमेशा आधी रहती थी और 2014 से आज तक विकास दर, मंहगाई दर से दोगुने से भी अधिक रही है। इसलिए कांग्रेस के मंहगाई को लेकर लगाए आरोप पूरी तरह सफेद झूठ और राजनीति से प्रेरित हैं

 

उन्होंने जोर देते हुए कहा, देश और प्रदेश की जनता हमारी सरकारों के कामों से खुश है, जिसको समय समय पर हुए चुनावों के नतीजों में वह प्रदर्शित भी करती रहती है। लिहाजा हम विश्वासपूर्वक कह सकते हैं कि पीएम मोदी और धामी जी के लोकहित में लिए गए निर्णयों पर जनता पूरी तरह उनके साथ है।

 

 

स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने की केदारनाथ यात्रा की समीक्षा बैठक

 

*आपात स्थिति में श्रद्धालु मरीजों के लिए 15 मिनट हो रिस्पांस टाइम*

*यात्रा व्यवस्था के लिए जिले में तैनात होंगे अतिरिक्त चिकित्सक*

देश-दुनिया के श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र केदारनाथ धाम की यात्रा आगामी 2 मई से शुरू होने जा रही है। यात्रा को लेकर शासन और प्रशासन की तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच चुकी हैं। शुक्रवार को प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने रुद्रप्रयाग स्थित जिला कार्यालय के यात्रा सभागार कंट्रोल रूम में समीक्षा बैठक ली। बैठक में जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।

बैठक के दौरान जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने यात्रा की अब तक की तैयारियों की विस्तृत जानकारी मंत्री धन सिंह रावत को दी। उन्होंने बताया कि यात्रा मार्ग पर सुरक्षा और निगरानी के लिए कंट्रोल रूम से पूरे रूट की सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से मॉनिटरिंग की जाएगी। साथ ही, घोड़े-खच्चरों का पंजीकरण विशेष एप के माध्यम से किया जा रहा है।जिलाधिकारी ने बताया कि आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए एयर एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई है, ताकि गंभीर रूप से बीमार यात्रियों को तत्काल उच्च चिकित्सा केंद्रों पर भेजा जा सके। स्वास्थ्य विभाग द्वारा यात्रा को लेकर सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

 

इस अवसर पर चिकित्सा स्वास्थ्य एवं शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि यात्रा से पूर्व सभी आवश्यक तैयारियां समयबद्ध तरीके से पूर्ण कर ली जाएं। उन्होंने कहा कि इस बार केदारनाथ धाम में निर्मित नए अस्पताल को शुरू कर दिया जाएगा, जिससे यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगी। साथ ही, उन्होंने यह भी जानकारी दी कि गुप्तकाशी में एक नया उप-जिला अस्पताल बनाने की योजना पर कार्य किया जा रहा है, जिसके लिए जल्द ही भूमि चयन कर निर्माण की कार्ययोजना तैयार की जाएगी।उन्होंने बताया कि केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर 15 मेडिकल रिलीफ प्वाइंट स्थापित किए जा रहे हैं, जहां यात्रियों को सभी आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। उन्होंने कहा कि इस दौरान 40 स्वास्थ्य मित्रो की भी तैनाती जगह जगह की जाएगी। इसके अलावा, पूरे यात्रा मार्ग पर 20 एम्बुलेंस तैनात की जाएंगी और प्रयास किया जाएगा कि किसी भी आपात स्थिति में 15 मिनट के भीतर मरीज को अस्पताल तक पहुंचाया जा सके।

उन्होंने यह भी कहा कि सभी एमआरपी पर आवश्यक दवाइयों की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। रुद्रप्रयाग जनपद को स्वास्थ्य विभाग की ओर से 20 नए डॉक्टरों की तैनाती दी जा रही है, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सशक्त किया जा सके।

स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की कि वे प्रदेश सरकार द्वारा जारी की गई एसओपी का पालन अवश्य करें। उन्होंने भरोसा जताया कि इस बार चारधाम यात्रा ऐतिहासिक रूप से सफल होगी और इस बार यात्रियों की संख्या 50 लाख के आंकड़े को पार करेगी।

इस समीक्षा बैठक में मुख्य विकास अधिकारी जीएस खाती, अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. राम प्रकाश, पुलिस उपाधीक्षक विकास पुंडीर, मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रमेन्द्र बिष्ट, भाजपा जिलाध्यक्ष भारत भूषण भट्ट, पूर्व जिलाध्यक्ष विजय कपरवाण, अनूप सेमवाल सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

लोक उत्सव के रूप में मनाई जाएगी नंदा राजजात यात्रा : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी

 

*2026 में होनी है नंदा राजजात यात्रा

*यात्रा में बेहतर भीड़ प्रबंधन, पर्यावरण की दृष्टि से प्रबंधन, सिंगल यूज्ड प्लास्टिक पर प्रतिबंध के लिए एसओपी बनाई जाए

2026 में प्रस्तावित नंदा राजजात यात्रा को लोक उत्सव के रूप में मनाया जाएगा। स्थानीय लोगों की यात्रा में अधिकतम सहभागिता हो और सरकार सहयोगी की भूमिका में रहे। नन्दा देवी राजजात यात्रा से संबंधित अभिलेखों को संरक्षित किया जाएगा। यात्रा के अभिलेखों को लिखने एवं उनका संरक्षण गढ़वाल एवं कुमाऊं विश्वविद्यालय की मदद से किया जाएगा। यह निर्देश मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में नन्दा राजजात यात्रा की तैयारियों को लेकर आयोजित बैठक में दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह यात्रा उत्तराखंड की धरोहर है। उन्होंने अधिकारियों को नन्दा देवी राजजात यात्रा का देश विदेश में व्यापक प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए। भारतीय दूतावासों के माध्यम से भी संपूर्ण विश्व में नन्दा देवी राजजात यात्रा को पहुंचाया जाएगा, साथ ही उन्हें इस यात्रा से जुड़ने के लिए प्रेरित किया जाए। इस यात्रा के माध्यम से विदेशों से भी उत्तराखंड को जोड़ते हुए इसे ऐतिहासिक रूप देना है। उन्होंने कहा कि राजजात यात्रा में उत्तराखंड की संस्कृति, परम्परा, वेशभूषा, वाद्य यंत्रों की छाप दिखनी चाहिए। इसके लिए संस्कृति विभाग को कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विभाग लोक कलाकारों के लिए इस प्रकार की व्यवस्था बनाए जिससे उनको लगातार भुगतान हो।

मुख्यमंत्री ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को यात्रा से जुड़े हितधारकों के साथ बैठक कर उनके सुझाव को भी कार्ययोजना में शामिल करने की बात कही। जिससे बेहतर तरीके से यात्रा का संचालन हो। उन्होंने कहा कि यात्रा का मार्ग उच्च हिमालयी क्षेत्र और संवेदनशील है। यात्रा में बेहतर भीड़ प्रबंधन, पर्यावरण की दृष्टि से आपदा प्रबंधन, सिंगल यूज्ड प्लास्टिक पर प्रतिबंध के लिए एसओपी बनाई जाए। यात्रा मार्ग के साथ ही वैकल्पिक मार्गो का चिन्हीकरण और सुधार, आबादी वाले गांव में छोटी छोटी पार्किंग, पेयजल, शौचालय, इको टेंट कॉलोनी, गाड़- गदेरो का सौंदर्यीकरण, विद्युत आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। यात्रा मार्ग में बेहतर नेटवर्क की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने यात्रा मार्ग में अस्थाई और स्थाई कार्यों को चिन्हित करते हुए स्थाई संरचनाओं की एक माह के भीतर शासकीय स्वीकृति प्रदान कराते हुए कार्य शुरू कराने के भी निर्देश दिए। आपदा विभाग को भू स्खलन वाले क्षेत्रों के चिन्हीकरण के साथ ही आवश्यतानुसार मार्ग में पर्याप्त मात्रा में जेसीबी, पोकलैंड के साथ ही ऑपरेटर तैनात रखने के भी निर्देश दिए।

बैठक में पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज ने बताया कि 2026 में भाद्र पक्ष की नंदाष्टमी से यात्रा शुरू होगी। लगभग 20 दिन की 280 किलोमीटर की यात्रा होती है । यह मां नंदा की मायके से ससुराल की यात्रा है, जो नौटी के पास स्थित कासुवा से होमकुंड तक की है।

बैठक में विधायक श्री अनिल नौटियाल , विधायक श्री भूपाल राम टम्टा, उपाध्यक्ष अवस्थापना अनुश्रवण विकास परिषद श्री विश्वास डाबर, मुख्य सचिव श्री आनंद बर्धन, प्रमुख सचिव श्री आर.के सुधांश, सचिव श्री नितेश झा, श्रीमती राधिका झा, श्री शैलेश बगोली, श्री पंकज पांडेय, श्री सचिन कुर्वे, आयुक्त गढ़वाल श्री विनय शंकर पांडे, श्री विनोद कुमार सुमन सहित अन्य सचिवगण मौजूद रहे।