Thursday, May 29, 2025
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मुख्यमंत्री के निर्देश पर चारधाम यात्रा मार्गों पर मिलावटी खाद्य पदार्थों के खिलाफ खाघ विभाग का अभियान जारी

 

 

*खाघ विभाग ने 325 दुकानों का किया निरीक्षण, 155 सैम्पल जांच को भेजे, 6 मिलावटखोरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज, 03 अन्य के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी*

 

*बदरीनाथ-केदारनाथ यात्रा मार्ग पर मोबाइल टेस्टिंग वैन से जांचे 500 सैंपल, गंगोत्री-यमुनोत्री में भी मोबाइल वैन चलाने की तैयारी*

 

*आम जनता के लिए ट्रोल फ्री नंबर 180018042 जारी, खाघ विभाग ने कार्बाइड युक्त फलों को लेकर भी शुरू किया अभियान, फलों के नमूने एकत्र कर उन्हें आवश्यक जांच के लिए भेजा*

 

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले ही खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ने मिलावटी खाद्य पदार्थों को लेकर विशेष अभियान शुरू कर दिया गया था। यह अभियान वर्तमान में भी लगातार जारी है। उपायुक्त गढ़वाल मंडल राजेन्द्र सिंह रावत के नेतृत्व में टीमों का गठन कर यात्रा मार्गों पर होटल, रेस्टोरेंट और ढाबों में बेची जा रही खाद्य पदार्थों के नमूने लेकर जांच की जा रही है। इस संबंध में स्वास्थ्य सचिव एवं आयुक्त खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन डॉ. आर. राजेश कुमार की ओर से अधिकारियों को कड़े निर्देश दिये गये हैं कि कि अभियान में लापरवाही बिल्कुल भी बर्दाश नहीं की जायेगी। आयुक्त के स्पष्ट निर्देश हैं कि चारधाम यात्रा मार्ग पर कोई भी दुकानदार मिलावटी सामान, खाद्य पदार्थ व फलों को नहीं बेच पाये इसका विशेष ध्यान रखा जाये। डॉ आर राजेश कुमार द्वारा उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली जिले में अभियान चलाने के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।

 

 

325 दुकानों का निरीक्षण, 155 नमूने जांच को भेजे गये

अपर आयुक्त खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि आयुक्त डॉ आर राजेश कुमार के निर्देशों के अनुक्रम में उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली जिले में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। चारधाम यात्रा मार्गों पर मिलावटी खाद्य पदार्थों पर खास निगरानी रखी जा रही है। मिलावटी या एक्सपायरी डेट के खाद्य सामग्री बेचने वाले दुकानदारों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जा रही है। उपायुक्त गढ़वाल मंडल राजेन्द्र सिंह रावत के नेतृत्व में खाद्य विभाग की टीम अब तक 325 दुकानों का निरीक्षण कर चुकी है। इसमें 155 नमूने संदिग्ध पाये गये जिनको जांच के लिए लैब में भेजा गया है। जांच रिपोर्ट मानको के अनुरूप नहीं आने के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी। अपर आयुक्त ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि अभी तक हमने मिलावटी सामान व खाद्य पदार्थ बेचने वाले 6 दुकानदारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है। 03 अन्य दुकानदारों के खिलाफ भी मिलावटी सामान बेचने में कार्रवाई गतिमान है। आम जनमानस के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वाले किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जायेगा। उन्होंने बताया कि पिछले साल भी चारधाम यात्रा के दौरान विभाग ने अभियान चलाया था।

 

मोबाइल टेस्टिंग वैन से लिये गये 500 सैंपल

अपर आयुक्त खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि मोबाइल टेस्टिंग वैन की टीम ने पूरे यात्रा मार्ग पर होटल, रेस्टोरेंट, ढाबों के साथ खाद्य पदार्थ की दुकानों का निरीक्षण कर नमूनों की जांच की। इस दौरान 500 से अधिक सैंपल लिये गये। इनमें किसी भी सैंपल में कोई मिलावट नहीं पाई गई। अपर आयुक्त ने बताया कि अभी मोबाइल टेस्टिंग वैन बद्रीनाथ-केदारनाथ यात्रा मार्ग पर सैंपलों के जांच के लिए लगाई गई है। जल्द मोबाइल टेस्टिंग वैन को गंगोत्री-युमनोत्री यात्रा मार्ग पर भी सैंपलों की जांच के लिए भेजा जायेगा। अपर आयुक्त ने बताया कि मोबाइल वैन में नमूनों की जांच के लिए एक डिप्टी कमिशनर व एक खाद्य सुरक्षा अधिकारी तैनात रहता है।

 

आईइसी के साथ मिलकर चलाया जागरूकता अभियान

अपर आयुक्त खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले ही विभाग द्वारा आईइसी के साथ मिलकर मिलावटी खाद्य पदार्थों को लेकर जनजागरूकता अभियान शुरू कर दिया गया था। स्थानीय व्यापारियों, ढाबा संचालकों, फल विक्रेताओं मेडिकल स्टोर संचालकों के साथ बैठकें कर पूरी गाइडलाइन से अवगत कराया गया। जिसके बाद काफी परिवर्तन यात्रा मार्गों पर देखने को मिल रहा है।

 

आम जनता के लिए ट्रोल फ्री नंबर

अपर आयुक्त खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि आम जनता के लिए भी ट्रोल फ्री नंबर 180018042 जारी किया गया है। किसी भी व्यकित को किसी भी प्रकार के मिलावट या एक्सपायरी सामान बेचे जाने की जानकारी मिलती है तो वह ट्रेाल फ्री नम्बर पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है।

 

मिलावटी फलों को लेकर अभियान

अपर आयुक्त खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि आयुक्त डॉ आर० राजेश कुमार के निर्देशानुसार प्रतिबंधित कैल्शियम कार्बाइड युक्त फलों के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया गया है। हमने विभिन्न फलों के नमूने एकत्र कर उन्हें आवश्यक जांच के लिए प्रयोगशाला भेज दिया है। अपर आयुक्त ने बताया कि फलांे को कार्बाेइड से पकाने तथा कलर करने की शिकायत मिलने पर गढ़वाल आयुक्त एफडीए डॉ आर एस रावत के नेतृत्व में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम द्वारा निरंजनपुर सब्जी मण्डी, नेहरु कौलोनी सब्जी मंडी, आराघर सब्जी मंडी तथा 6 नम्बर पुलिया सब्जी मण्डी का औचक निरीक्षण किया गया। टीम के द्वारा तरबूज, खरबूज, पतीता, आम, केला के 9 नमूने लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे गये हैं। फलों जैसे आम, केले, पपीता आदि को पकाने हेतु प्रतिबंधित कार्बाेइड का प्रयोग करते नहीं पाया गया। मौके पर फलों को पकाने हेतु ऐथेलीन का प्रयोग करते पाया गया। फलो को सेथेलीन से पकाने हेतु भारतीय खाद्य सुरखा एवं मानक प्राधिकरण नई दिल्ली द्वारा प्रमाणीकरण किया गया है। फलो में विशेषकर तरबूज, खरबूज आदि में कलर करते नहीं पाया गया। टीम में अभिहित अधिकारी मुख्यालय मनीष समाना, वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी दे०झ रमेश सिंह, मंडी उप निरीक्षण आदि थे। अपर आयुक्त ने बताया कि मिलावटी फलों को लेकर यह अभियान यात्रा मार्गों के साथ पूरे प्रदेश में चलाया जा रहा है।

 

विकासनगर/चकराता में नष्ट कराया गया एक्सपायरी डेट का सामान

अपर आयुक्त खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि उपायुक्त मुख्यालय जी०सी० कण्डवाल के नेतृत्व में गठित संयुक्त टीम द्वारा यात्रा मार्ग व पर्यटन स्थलों में अभियान चलाया जा रहा है। जनपद देहरादून के विकासनगर क्षेत्र में यह अभियान जारी है। टीम द्वारा खाद्य पदार्थों के थोक विक्रेताओं, होटल, रेस्टोरेंट, रिजोर्ट आदि प्रतिष्ठानों में खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता तथा किचन, स्टोर का निरीक्षण किया गया। विकासनगर के बरोटीवाला, लांधा रोड़ में स्थित खाद्य निमाताओं/ फुटकर विक्रेताओं का खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम 2006 के प्राविधानों के अन्तर्गत निरीक्षण किया गया। संयुक्त टीम द्वारा खाद्य तेल निर्माण ईकाई का भी औचक निरीक्षण कर लाइसेंस, लेबलिंग कंडिशन व भंडारण की जाँच की गई। साथ ही खास आपूर्ति कर रहे वाहनों को भी जांचा गया। इसके बाद टीम द्वारा हरिपुर, कालसी बाजार में आधा दर्जन प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया गया। कालसी स्थित डेली नीड्स स्टोर में एक्सपायरी डेट के मसालों, शीतल पेय के लगभग 50 पैकेट व बोतल को मौके पर नष्ट करवाया गया। साथ ही खाद्य कारोबारी को चेतावनी दी गई। टीम द्वारा पर्यटक सीजन के दृष्टिगत पोरवा में लगभग आधा दर्जन रिर्जाट एंव होटल रेस्टोरेंट का निरीक्षण किया गया। कुछ जगहों पर खाद्य लाइसेंस नहीं पाया गया व किचन में साफ सफाई व्यवस्था नहीं पायी गई। जिसके लिए 04 प्रतिष्ठानों को नोटिस जारी किये गये। टीम द्वारा चकराता बाजार में होलसेल/फुटकर वैर्कस/ रेस्टोरेंट आदि निरीक्षण किया गया। तथा 02 प्रतिष्ठान) से वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी संजय तिवारी द्वारा 02 नमुने जांच हेतु लिए गये। जिसे जाँच हेतु राजकीय प्रयोगशाला रुद्रपुर भेजा गया। रिपोर्ट आने के पश्चात दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की जायेगी। अभियान के दौरान होटल, रेस्टोरेंट संचालकों को खुले खाद्य सामग्री विशेषतः, पनीर, मसाले व खाद्य तेल प्रयोग में न लाये जाने व खाद्य सामाग्री के निर्माण में गुणवत्ता परख खाद्य सामाग्री लाने के सख्त निर्देश दिये गये। कार्यवाही टीम में उपायुक्त खाद्य मुख्यालय जीसी कण्डवाल, बरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी, विकासनगर/चकराता संजय तिवारी एफडीए विजिलेंस से योगेन्द्र सिंह नेगी एंव संजय नेगी मौजूद रहे। उक्त अभियान आगे भी जारी रहेगा।

चुनाव प्रचार में उपयोगिता से उभरी धामी मे परिपक्व राष्ट्रीय नेता की छवि: चौहान

 

 

देहरादून, 28 मई। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व के विश्वास पर खरे उतरे सीएम पुष्कर सिंह धामी ने राज्य सहित अन्य प्रदेशों मे जिस तरह अपनी उपयोगिता साबित की उससे सीएम की छवि एक परिपक्व और सूझबूझ वाले राष्ट्रीय नेता के तौर पर उभर कर सामने आयी है।

 

पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में चौहान ने कहा कि जनहित में लिए उनके ऐतिहासिक और साहसिक निर्णयों ने देश भर में देवभूमिवासियों का मान बढ़ाया है । उनकी सभाओं और रोड शो में उमड़ी भीड़ जनमानस में उनकी स्वीकार्यता को साबित करती है। उन्होंने कहा कि राज्य में मतदान के उपरांत मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी विभिन्न राज्यों में प्रचार करने वाले नेताओं में शामिल हैं । अपनी सरकार में यूसीसी, धर्मांतरण, नकल, मातृ शक्ति आरक्षण, दंगारोधी आदि तमाम विषयों पर इतिहास बनाने वाले साहसिक कदमों से उनकी लोकप्रियता देश भर में बड़ी है। उनके इन्ही दूरदर्शी एवं दृढ़ इच्छा शक्ति वाले निर्णयों को देखकर पार्टी नेतृत्व का विश्वास भी धामी जी पर लगातार बढ़ रहा है । यही वजह है कि पार्टी आलाकमान ने उन्हे लोकसभा चुनावों में विभिन्न राज्यों में स्टार प्रचारक बनाया है।

सभी राज्यों के कार्यकर्ताओं की डिमांड को देखते हुए दिल्ली, यूपी, एमपी, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा समेत दर्जनों राज्यों में उनका प्रवास कार्यक्रम हुए। इन कार्यक्रमों मे प्रवासी उत्तराखंडियों के अतिरिक्त लाखों की संख्या में जनमानस ने अपने अपने क्षेत्रों में कमल खिलाने का संकल्प लिया। उनकी सभाओं में राष्ट्रवादी निर्णयों की गूंज और रोड शो में उमड़ती भीड़ ने पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में माहौल बनाने का काम किया है।

 

उत्तराखंड में धामी सरकार के निर्णय और कार्यशैली भाजपा के वैचारिक और व्यवहारिक सिद्धांतों को धरातल पर उतारने वाले हैं। यही वजह है कि सीएम धामी के प्रति जनता ही नही पार्टी के शीर्ष नेताओं का भरोसा भी बहुत बढ़ा है । केंद्रीय नेतृत्व के निर्देशों, जनता के आशीर्वाद और अपनी मेहनत से उन्होंने आज देशवासियों के दिल में जगह बना ली है । पीएम मोदी और शीर्ष नेतृत्व के मार्गदर्शन में अपनी सरकार के कामों और जनता की स्वीकार्यता के चलते इन चुनावों में सीएम धामी राष्ट्रीय नेता के रूप में स्थापित हुए हैं।

 

मुख्य सचिव ने राफ्टर्स के लिए मार्केट बनाने और ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन सिस्टम पर बल देने की बात कही

**मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने मंगलवार को जनपद टिहरी क्षेत्रांतर्गत तपोवन से कोडियाला तक संचालित राफ्टिंग व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया।**

राफ्टिंग व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए मुख्य सचिव ने खारास्रोत पार्किंग तृतीय एवं गंगा नदी में पुट इन पॉइंट ब्रह्मपुरी का निरीक्षण कर व्यवस्थित रूप से संचालित हो रही राफ्टिंग की सराहना की। इस दौरान उन्होंने राफ्टर्स के लिए मार्केट बनाने, ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन सिस्टम पर बल देने, राफ्टिंग की ड्रोन फुटेज लेने तथा रिवर राफ्टिंग एवं क्याकिंग नियमावली का उल्लंघन करने वालों के दंडात्मक/चालान कार्यवाही जिला प्रशासन स्तर से किए जाने हेतु अग्रिम कार्यवाही की बात कही। जिलाधिकारी ने बताया कि राफ्टर्स के लिए बनाए गए अस्थाई पार्किंग स्थल खारास्रोत में द्वितीय चरण के कार्य किए जा रहे हैं, जिसमें सीसी कार्यों के साथ ही अन्य कार्य किए जाने हैं।

 

अपर मुख्य कार्याधिकारी (साहसिक विंग) यूटीडीबी कर्नल अश्विनी पुण्डीर ने बताया कि गंगा नदी में 263 फर्म पंजीकृत हैं तथा 576 राफ्ट्स हैं। जबकि अलकनंदा नदी में 29 फर्म पंजीकृत हैं तथा 65 राफ्ट्स हैं। उन्होंने बताया कि टिकट काउंटर के समीप सुलभ शौचालयों/चेंजिंग रूम बनाए गए हैं। सड़क मार्ग से नदी में जाने वाले समस्त पैदल मार्गों का मरम्मतीकरण का कार्य किया गया है। पुट इन एवं पुल आउट पॉइंट्स यथा नीम बीच, ब्रहमपुरी, शिवपुरी, मैरीन ड्राइव में स्थाई निर्माण कार्य हेतु वन भूमि हस्तान्तरण की कार्यवाही अन्तिम चरण में गतिमान है। राष्ट्रीय जल कीड़ा संस्थान गोवा के सहयोग से लगभग 400 गाइडों को लाईफ सेविंग का प्रशिक्षण साहसिक खेल अकादमी कोटी कालोनी टिहरी में दिया गया।

 

इस दौरान मुख्य सचिव ने चार धाम यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए भद्रकाली में केदारनाथ/बद्रीनाथ एवं गंगोत्री/यमुनोत्री धाम यात्री पंजीकरण जांच केंद्र का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि चारधाम यात्रा का ट्राय जंक्शन पॉइंट भद्रकाली में यात्रियों के पंजीकरण की जांच करके ही गाड़ियों को आगे भेजा जा रहा है। जनपद में यातायात व्यवस्था सुचारू एवं व्यवस्थित रूप से संचालित हो रही है। मुख्य सचिव ने यात्रियों की सुविधा एवं सुरक्षा के दृष्टिगत निरंतर व्यवस्थाएं बनाए रखने को कहा।

 

इस मौके पर डीएफओ जीवन डगाड़े, एडीएम के.के. मिश्रा, एएसपी टिहरी जे.आर. जोशी, एएसपी पौड़ी, एआरटीओ सतेंद्र राज, एसडीएम देवेंद्र नेगी सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

 

 

 

मुख्यमंत्री के निर्देशों पर उत्तराखण्ड स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों के लिए जारी की अग्नि सुरक्षा एडवाइजरी

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों पर राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने गर्मी के महीनों के दौरान अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए एक व्यापक एडवाइजरी जारी की है।

 

उत्तराखण्ड के स्वास्थ्य सचिव, डॉ. आर. राजेश कुमार द्वारा जारी इस एडवाइजरी में राज्य के सभी सरकारी और निजी स्वास्थ्य सुविधाओं में अग्नि सुरक्षा उपायों को तुरंत और पूरी तरह से लागू करने की मांग की गई है।

 

डॉ. राजेश ने अस्पताल प्रबंधन, स्टाफ और नियामक निकायों की सामूहिक जिम्मेदारी पर जोर देते हुए कहा, “यह आवश्यक है कि हम ऐसी विनाशकारी घटनाओं को रोकने के लिए सक्रिय कदम उठाएं।”

 

एडवाइजरी में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (एमओएच एंड एफडब्ल्यू), नई दिल्ली द्वारा जारी “स्वास्थ्य सुविधाओं में अग्नि सुरक्षा के लिए दिशा-निर्देशों” का पालन करने के महत्व पर प्रकाश डाला गया है। अस्पतालों को इन दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करना, राज्य अग्निशमन विभाग से वैध अग्नि अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) प्राप्त करना, और नियमित अग्नि सुरक्षा ऑडिट और ऑन-साइट निरीक्षण करने की आवश्यकता है।

 

*एडवाइजरी में उल्लिखित प्रमुख उपाय निम्नलिखित हैं:*

 

*स्थापना और रखरखाव:*

अस्पतालों को प्रत्येक जरूरी स्थानों पर अग्निशामक, धुआं डिटेक्टर और अग्नि अलार्म स्थापित करने चाहिए, विशेष रूप से नवजात और गहन चिकित्सा इकाइयों में नियमित निरीक्षण के साथ। महत्वपूर्ण क्षेत्रों में स्वचालित स्प्रिंकलर सिस्टम और अन्य अग्नि शमन तंत्र से सुसज्जित होना चाहिए।

 

*आपातकालीन निकास और अग्निशमन विभाग के साथ सहयोग:*

स्पष्ट रूप से चिन्हित आपातकालीन निकास अनिवार्य हैं। अस्पतालों को स्थानीय अग्निशमन विभागों और आपातकालीन सेवाओं के साथ जरूरी कार्यसंबंधी संबंध स्थापित करना चाहिए।

 

*ऑक्सीजन सुरक्षा:*

ऑक्सीजन सिलेंडरों या पाइप्ड ऑक्सीजन के उचित स्थान और भंडारण के साथ-साथ सख्त धूम्रपान निषेध नीतियां और ऑक्सीजन के पास हीट सोर्स पर नियंत्रण।

 

*भवन कोड:*

अग्नि सुरक्षा, विद्युत तारों, और आपातकालीन अवसंरचना सहित भवन सुरक्षा कोड का पालन।

 

*विद्युत ऑडिट:*

विशेष रूप से जब नया उपकरण जोड़ा जाता है या स्थानों को आईसीयू में परिवर्तित किया जाता है, तो वार्षिक विद्युत लोड ऑडिट करें।

 

*नियमित निरीक्षण:*

प्रमाणित पेशेवरों द्वारा नियमित अग्नि सुरक्षा निरीक्षणों का समयबद्ध तरीके से आयोजन करें और किसी भी कमी को तुरंत दूर करें।

 

*प्रशिक्षण:*

सभी अस्पताल कर्मचारियों, जिसमें डॉक्टर, नर्स, प्रशासनिक कर्मी और सुरक्षा कर्मचारी शामिल हैं, को व्यापक अग्नि सुरक्षा प्रशिक्षण प्रदान करें।

 

*रखरखाव:*

सभी विद्युत उपकरणों, तारों और अन्य संभावित अग्नि खतरों के लिए सख्त रखरखाव कार्यक्रम लागू करें।

 

*संवेदनशील क्षेत्रों के लिए उन्नत उपाय:*

नवजात और बाल चिकित्सा इकाइयों पर विशेष ध्यान दें, यह सुनिश्चित करते हुए कि इन क्षेत्रों में उन्नत अग्नि सुरक्षा उपाय हैं।

 

*आगंतुक दिशानिर्देश:*

आगंतुकों के लिए सख्त दिशानिर्देश स्थापित करें ताकि अग्नि खतरों, जैसे कि ज्वलनशील सामग्री का जोखिम कम हो।

 

*परिचय और प्रोटोकॉल:*

अस्पताल कर्मचारियों को अस्पताल के लेआउट और अग्नि सुरक्षा योजनाओं से परिचित कराएं, और अग्नि घटनाओं और निकट-मिस की रिपोर्टिंग के लिए विशिष्ट प्रोटोकॉल विकसित करें।

 

एडवाइजरी में अस्पताल निर्माण और साज-सज्जा में गैर-दहनशील और अग्नि-प्रतिरोधी सामग्री के उपयोग का भी आह्वान किया गया है, विशेष रूप से मरीजों की देखभाल के क्षेत्रों में।

 

डॉ. राजेश ने सभी स्वास्थ्य सुविधाओं से इन उपायों को गंभीरता से लेने का आग्रह किया ताकि मरीजों, कर्मचारियों और आगंतुकों के जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड स्वास्थ्य विभाग राज्य भर के अस्पतालों में उच्चतम अग्नि सुरक्षा मानकों को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

सीएम की छवि को धूमिल करने के आरोप मे भाजपा ने दर्ज कराया मुकदमा

 

 

आप पर वीडियो एडिट कर दुष्प्रचार और आचार सहिंता के उल्लंघन का आरोप

 

देहरादून 22 मई। भाजपा ने आम आदमी पार्टी के खिलाफ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं पार्टी की छवि खराब करने एवम चुनाव आचार संहिता के उलंघन की शिकायत दर्ज कराई हैं।

 

इस पूरे प्रकरण को लेकर पार्टी की और से आईटी विभाग के प्रदेश सह संयोजक श्री प्रवीण लेखवार ने देहरादून के डालनवाला थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है । जिसमे आरोप लगाया गया है कि आप पार्टी की तरफ से उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं भाजपा की छवि धूमिल करने की साजिश के तहत एक एडिट वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित किया जा रहा है। आप की सोशल मीडिया सेल द्वारा मुख्यमंत्री श्री पुष्कर धामी का दिल्ली में चुनाव प्रचार प्रसार के दौरान दिए एक बयान के वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई है । इस एडिटेड वीडियो में दर्शाया गया है कि सीएम महिलाओं द्वारा भाजपा के बहिष्कार की बात स्वीकार रहे हैं । यह वीडियो आम आदमी पार्टी के नाम से सोशल मीडिया के इंस्टाग्राम में एक पोस्ट से प्रसारित किया का रहा है, जो आदर्श चुनाव आचार संहिता का घोर उल्लंघन है । इस पोस्ट के जारीकर्ता ने लोकसभा चुनाव को अनुचित तरीके से प्रभावित करने के साथ ही मुख्यमंत्री धामी एवं भारतीय जनता पार्टी की छवि को धूमिल करने का कुत्सित प्रयास किया गया है । इस संबंध में पार्टी की तरफ से उक्त आरोप के समर्थन में साक्ष्य भी प्रस्तुत किए गए हैं । पार्टी ने अपने पत्र में इस संबंध में आम आदमी पार्टी के सोशल मीडिया इंस्टाग्राम पोस्ट जारीकर्ता एवं संबंधित व्यक्तियों के विरुद्ध उचित कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।

श्री केदारनाथ धाम दर्शन करने पहुंच रहे तीर्थ यात्रियों का जिला प्रशासन की ओर से किया जा रहा है अतिथि देवो भवः की परम्परा से स्वागत

श्री केदारनाथ धाम के कपाट देश-विदेश के श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ 10 मई को खोल दिए गए हैं तथा 11 दिनों में ही केदारनाथ धाम में आस्था का जो सैलाब उमड़ रहा है उसने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। दिनांक 20 मई को रिकाॅर्ड 37,480 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए गए हैं जो अपने आप में एक बहुत बड़ी मिसाल है। अब तक 3,19,193 श्रद्धालुओं ने श्री केदारनाथ धाम के दर्शन कर चुके हैं जो कि 11 दिनों में एक नया कीर्तिमान स्थापित हो गया है।

केदारनाथ धाम में भारी संख्या में बाबा केदारनाथ के दर्शनों को पहुंच रहे श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम, सुव्यवस्थित, सुरक्षित एवं मंगलमय यात्रा संपन्न हो। इसके लिए राज्य सरकार से लेकर जिला प्रशासन सभी सुविधाएं एवं व्यवस्थाएं जुटाने में निरंतर प्रयासरत हैं एवं यात्रियों को सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।

श्री केदारनाथ यात्रा पड़ाव फाटा, सोनप्रयाग एवं गौरीकुंड आदि क्षेत्रों में श्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ होने के कारण जिला प्रशासन की ओर से यात्रियों को अगस्त्यमुनि एवं अन्य स्थानों पर सुरक्षा एवं सुव्यवस्थित यात्रा को संचालित करने के दृष्टिगत श्रद्धालुओं को रोका जा रहा है। यात्रियों को रहने, खाने आदि की कोई असुविधा न हो इसके लिए जिलाधिकारी सौरभ गहरवार के निर्देशन में नगर पंचायत अगस्त्यमुनि द्वारा अतिथि देवो भवः की परम्परा एवं संस्कृति के अनुसार स्वागत करते हुए राजस्थान एवं मध्य प्रदेश से आए 263 तीर्थ यात्रियों को रहने एवं खाने-पीने का उचित प्रबंधन किया गया।

राजस्थान एवं मध्य प्रदेश से आए तीर्थ यात्रियों ने जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई गई सुविधाओं एवं व्यवस्थाओं के लिए बहुत-बहुत आभार एवं धन्यवाद प्रकट किया। तीर्थ यात्रियों का कहना है कि हम केदारनाथ दर्शन करने जा रहे थे तथा प्रशासन द्वारा उन्हें अगस्त्यमुनि में रोका गया एवं प्रशासन द्वारा उनके रहने, खाने-पीने का उचित प्रबंधन किया गया। जिसके लिए उन्होंने उपलब्ध कराई गई सभी सुविधाओं एवं व्यवस्थाओं के लिए जिला प्रशासन का आभार जताया।

 

 

बदरीनाथ धाम में आठ दिनों में रिकॉर्ड 120757 तीर्थयात्रियों ने किए दर्शन

 

*सुव्यवस्थित यात्रा संचालन को लेकर प्रशासन तत्परता से जुटा है।*

 

*अतिथि देवो भवः की भावना से हो रहा श्रद्धालुओं का स्वागत।*

 

बदरीनाथ धाम में कपाट खुलने के बाद महज आठ दिनों में रिकॉर्ड 120757 तीर्थयात्री बदरीनाथ दर्शन कर चुके है। आज 19 मई को 28055 श्रद्धालुओं ने बदरीनाथ के दर्शन किए। यात्रा को सुगम बनाने के लिए प्रशासन तत्परता से जुटा है और श्रद्धालुओं को सभी सुविधाएं मुहैया की जा रही है। बदरीनाथ धाम की यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में भी खासा उत्साह बना हुआ है।

 

जिलाधिकारी हिमांशु खुराना यात्रा व्यवस्थाओं की नियमित समीक्षा कर रहे है। स्वास्थ्य टीम द्वारा बदरीनाथ धाम में अभी तक 1546 श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य परीक्षण कर उपचार किया गया है। बदलते मौसम में श्रद्धालुओं को विशेष सावधानी रखने की सलाह दी जा रही है। जिला प्रशासन द्वारा यात्रा पढावों पर शुद्ध भोजन, पेयजल, शौचालय एवं अन्य यात्री सुविधाओं का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है। चारधाम यात्रा मार्ग पर खाद्य पदार्थों की रेग्युलर जांच की जा रही है। मार्ग पर स्वच्छता एवं ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन के पर्यावरण मित्र रात दिन जुटे है। धाम में सभी तीर्थयात्रियों को अच्छे दर्शन की सभी व्यवस्थाएं की गई है।

चारधाम यात्रियों की सुविधा के लिए ई-स्वास्थ्य धाम एप की शुरूआत-सीएस श्रीमती राधा रतूड़ी

 

*स्वास्थ्य विभाग द्वारा जगह-जगह पर श्रद्धालुओं की हेल्थ स्क्रीनिंग की जाएगी

50 वर्ष से अधिक आयु के यात्रियों की हेल्थ स्क्रीनिग अनिवार्य

*श्रद्धालुओं को अपनी मेडिकल हिस्ट्री की जानकारी रजिस्ट्रेशन के दौरान देने के लिए जनजागरूक जरूरी। मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण

 

सीएस श्रीमती राधा रतूड़ी ने जानकारी दी है कि चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने हेतु स्वास्थ्य विभाग, विश फाउण्डेशन तथा हंस फाउण्डेशन ने ई-स्वास्थ्य धाम एप की शुरूआत की है। ई-स्वास्थ्य धाम एप पर सभी श्रद्धालुओं को अपना स्वास्थय डाटा अपलोड करना है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जगह-जगह पर श्रद्धालुओं की हेल्थ स्क्रीनिंग की जाएगी। इन स्क्रीनिग पॉइन्ट्स पर स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों के साथ ही हंस एवं विश फाउण्डेशन के चिकित्सक भी मौजूद रहेंगे। विशेषरूप से 50 वर्ष से अधिक आयु के यात्रियों की हेल्थ स्क्रीनिग अनिवार्य रूप से की जाएगी।

सचिवालय में स्वास्थ्य एवं पर्यटन विभाग की बैठक के दौरान मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने स्वास्थ्य एवं पर्यटन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को अपनी मेडिकल हिस्ट्री की जानकारी रजिस्ट्रेशन के दौरान देने के लिए जागरूक करने के निर्देश दिए हैं। इसमें मीडिया की अत्यन्त महत्वपूर्ण भूमिका है। मुख्य सचिव ने कहा कि यदि श्रद्धालुओं द्वारा अपनी बिल्कुल सही मेडिकल हिस्ट्री रजिस्ट्रेशन के दौरान उपलब्ध करवाई जाती है तो इससे प्रशासन को किसी भी आपातकाल के दौरान श्रद्धालुओं को चिकित्सा सहायता पहुंचाने में आसानी होगी। यात्रियों की मेडिकल हिस्ट्री की उपलब्धता से प्रशासन को भी अपने चिकित्सा संसाधनों के बेहतरीन प्रबन्धन में आसानी होगी। उन्होंने कहा कि प्रशासन श्रद्धालुओं को सुरक्षित एवं सुगम चारधाम यात्रा करवाने के लिए प्रतिबद्ध है।

 

बैठक में सचिव श्री सचिन कुर्वे, अपर सचिव डा0 अमनदीप कौर सहित अन्य अधिकारी एवं वर्चुअल माध्यम से जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री ने की चारधाम यात्रा सहित ग्रीष्मकाल के दृष्टिगत पेयजल और विद्युत आपूर्ति की समीक्षा

 

 

*अधिकारियों को दिये 31 मई तक ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन स्थगित रखे जाने के निर्देश।*

 

*श्रद्धालुओं को उत्तराखण्ड के अन्य धार्मिक और पौराणिक स्थलों में जाने के लिए भी किया जाए प्रेरित।*

 

*चारों धामों में श्रद्धालुओं को निर्धारित संख्या के अनुसार ही भेजे जाने की हो व्यवस्था।*

 

*पिछले 10 दिनों में चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं और प्रबंधन का किया जाए विश्लेषण।*

 

*ग्रीष्मकाल को देखते हुए पेयजल की रखी जाए पर्याप्त व्यवस्था।*

 

*राज्य में विद्युत की मांग के अनुसार आपूर्ति की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए-मुख्यमंत्री*

 

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को सचिवालय में चारधाम यात्रा, ग्रीष्मकाल के दृष्टिगत पेयजल और विद्युत आपूर्ति की समीक्षा की। चारधाम यात्रा की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि 31 मई तक ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन स्थगित रखे जाएं। चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए सुरक्षा और सुविधा की दृष्टिगत यह निर्णय लिया जाना जनहित में जरूरी है।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रद्धालुओं को उत्तराखण्ड के अन्य धार्मिक और पौराणिक स्थलों में जाने के लिए भी प्रेरित किया जाए। उन्होंने गढ़वाल कमिश्नर और आईजी को निर्देश दिये कि इसके लिए डायवर्जन प्लान बनाया जाय। चारधाम यात्रा के लिए भीड़ प्रबंधन का विशेष ध्यान रखे जाने के साथ यह सुनिश्चित किया जाए कि चारों धामों में श्रद्धालुओं की जो संख्या निर्धारित की गई है, उसके अनुसार ही श्रद्धालुओं को भेजा जाए। बिना रजिस्ट्रेशन के जो श्रद्धालु उत्तराखण्ड की सीमा के अन्दर प्रवेश कर चुके हैं, वे चारों धामों के अलावा राज्य के अन्य धार्मिक एवं पर्यटक स्थलों के लिए जाना चाहते हैं, तो उन्हें वहां भेजा जाय, ऐसे श्रद्धालुओं को स्पष्ट जानकारी दी जाय कि चारों धामों में निर्धारित संख्या एवं तय मानकों के अनुसार ही श्रद्धालुओं को दर्शन हेतु भेजा जायेगा। इसके लिये टूर ऑपरेटरों के लिये भी एडवाईजरी जारी की जाए।

 

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि इसका भी विश्लेषण किया जाए कि पिछले 10 दिनों में चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं और प्रबंधन में कहां कमी रही और यह कमी किन कारणों से उत्पन्न हुई। इसके साथ ही यह भी देखा जाय कि यात्रा के दौरान कौन से सराहनीय कार्य किये गये। उन्होंने अपर मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन को निर्देश दिये कि इसकी साप्ताहिक रिपोर्ट तैयार की जाय। मुख्यमंत्री ने सख्त निर्देश दिये है कि केदारनाथ और यमुनोत्री में शासन और पुलिस के जिन अधिकारियों को नोडल अधिकारी के रूप में जिम्मेदारी दी गयी है वे निरन्तर फील्ड में रहें और व्यवस्थाओं में जिलाधिकारी और पुलिस का सहयोग करें। यात्रा मार्गों पर पर्याप्त चिकित्सकों और दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिये हैं। चारधाम यात्रा से जुड़े सभी विभागों को 24 घण्टे अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश उन्होंने दिये।

 

पेयजल की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि ग्रीष्मकाल को ध्यान में रखते हुए पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाय। उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में ओवरहेड टैंक मूल जल स्रोतों से दूर बनाये जाए। चारधाम यात्रा में भी पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था रखी जाए। पेयजल से जुड़े विभागों के वरिष्ठ अधिकारी फील्ड में जाकर पेयजल व्यवस्थाओं को देखें। पेयजल के टैंकर और जनरेटर की पर्याप्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए। जिन क्षेत्रों में पेयजल की कमी है, टैंकरों और अन्य माध्यमों से पेयजल व्यवस्था की जाए।

 

विद्युत आपूर्ति की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने सख्त निर्देश दिये कि लोगों को पर्याप्त विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाय। इसके लिए तीनों निगम यूपीसीएल, यूजेवीएनएल और पिटकुल आपसी समन्वय के साथ कार्य करें। राज्य में विद्युत की मांग के अनुसार आपूर्ति की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित किये जाने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिये है।

चारधाम यात्रा की लगातार मॉनिटरिंग करें अधिकारी : सीएम

 

*रजिस्ट्रेशन के अनुसार ही श्रद्धालुओं को चारधाम यात्रा की दें अनुमति*

*ठहराव स्थलों पर यात्रियों को मिलें जरूरी सुविधाएं*

*सीएम पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा की*

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को सचिवालय में चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए चारधाम यात्रा से जुड़े जनपदों के जिलाधिकारियों से विभिन्न व्यवस्थाओं का फीडबैक लिया। मुख्यमंत्री बड़कोट जाकर ग्राउंड जीरो से यमुनोत्री धाम की व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं। चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत और यात्रा को सुगम बनाने के लिए मुख्यमंत्री स्वयं मोर्चा संभाले हुए हैं। मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा से जुड़े सभी विभागों के सचिवों को निर्देश दिये हैं कि वे लगातार चारधाम यात्रा मार्गों पर अपने विभागों से संबंधित सभी व्यवस्थाओं को देंखे और विभागों के उच्चाधिकारियों को भी मौके पर भेजें। उन्होंने कहा कि यात्रा व्यवस्थाओं में सभी अधिकारी चारधाम यात्रा से जुड़े जनपदों के जिलाधिकारी और एसपी का पूरा सहयोग करें। यात्रा व्यवस्थाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि यात्रियों को जिन स्थानों पर ठहराने की व्यवस्थाएं की गई है, यह सुनिश्चित किया जाए कि उन स्थानों पर सभी मूलभूत सुविधाएं पेयजल, विद्युत, शौचालय, खानपान और बच्चों के लिए दूध और अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध रहें। उन्होंने निर्देश दिये कि चारधाम पैदल मार्गों पर श्रद्धालुओं को पेयजल एवं अन्य सुविधाएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हों। चारधाम यात्रा के दौरान भीड़ प्रबंधन और श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत आवश्कतानुसार वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था की जाए और श्रद्धालुओं को इन मार्गों के बारे में जानकारी भी दी जाए। सचिव परिवहन को मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि वाहनों की फिटनेस का विशेष ध्यान रखा जाए। बिना फिटनेस के कोई वाहन यात्रा मार्ग पर चल रहे हैं तो, इसके लिए सबंधित परिवहन अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाय। मुख्यमंत्री ने रजिस्ट्रेशन के अनुसार ही श्रद्धालुओं को चारधाम यात्रा पर भेजा जाए। ऑफलाईन रजिस्ट्रेशन को फिलहाल स्थगित रखा जाय।

मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग से केदारनाथ यात्रा के बारे में जानकारी ली। जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग श्री सौरभ गहरवार ने अवगत कराया कि श्री केदारनाथ में यात्रा सुचारू रूप से चल रही है। आज अभी तक श्री केदारनाथ में 11 हजार हजार श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं, पैदल मार्ग से 08 हजार यात्री दर्शन के लिए गये हैं। ठहराव वाले स्थानों पर श्रद्धालुओं के लिए सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से यात्रा मार्ग पर वाहनों के आवागमन की व्यवस्थाओं की कंट्रोल रूम से निगरानी की जा रही है। यातायात प्रबंधन के लिए यात्रा मार्ग पर पर्याप्त पुलिस बल की व्यवस्था की गई है। जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग ने कहा कि उन्होंने गुरूवार रात्रि को रूद्रप्रयाग से गौरीकुंड तक यात्रा व्यवस्थाओं को देखा।

जिलाधिकारी उत्तरकाशी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने कहा कि गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि आज गंगोत्री धाम में 11 हजार और यमुनोत्री धाम में 10 हजार श्रद्धालुओं के दर्शन करने की संभावना है। श्रद्धालुओं के लिए जिन स्थानों पर ठहराव की व्यवस्था की गई वहां पर सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। एसपी उत्तरकाशी ने कहा कि कुछ लोग फर्जी रजिस्ट्रेशन वाले पाये गये हैं, जिन पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। जिलाधिकारी चमोली श्री हिमांशु खुराना ने कहा कि श्री बद्रीनाथ में यात्रा सुचारू रूप से चल रही है। आगामी सप्ताह में अवकाश के दृष्टिगत श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि के दृष्टिगत भी सभी व्यवस्थाएं की जा रही हैं।

बैठक में प्रमुख सचिव श्री आर. के सुधांशु, सचिव श्री अरविन्द सिंह ह्यांकी, डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, श्री सचिन कुर्वे, गढ़वाल कमिश्नर श्री विनय शंकर पाण्डेय, सचिव श्री एस.एन. पाण्डेय, विशेष सचिव डॉ. पराग मधुकर धकाते, महानिदेशक सूचना श्री बंशीधर तिवारी, जिलाधिकारी देहरादून श्रीमती सोनिका, एसएसपी श्री अजय सिंह, वर्चुअल माध्यम से डीजीपी श्री अभिनव कुमार, जिलाधिकारी हरिद्वार श्री धीराज गर्ब्याल उपस्थित थे।